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क्या है White Hydrogen जिससे नहीं होता प्रदूषण; ग्रीन हाइड्रोजन से बेहतर है ये विकल्प?

White Hydrogen भी हाइड्रोजन का ही एक प्रकार है और इसका इस्तेमाल भी इंधन के रूप में किया जा सकता है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 6 months ago

क्या आप जानते हैं, ईंधनों का एक प्रकार ऐसा भी है जिससे बिलकुल भी प्रदूषण नहीं होता है? इतना ही नहीं, इंधन के इस प्रकार को न तो लैब में बनाया जाता है और न ही इसे इंडस्ट्री में बनाया जाता है यह प्राकृतिक रूप से ही बनता है जमीन की सतह पर यह जमीन के नीचे मौजूद होता है. हम वाइट हाइड्रोजन (White Hydrogen) के बारे में बात कर रहे हैं. 

यहां मिला White Hydrogen का भंडार
वाइट हाइड्रोजन (White Hydrogen) भी हाइड्रोजन का ही एक प्रकार है और इसका इस्तेमाल भी इंधन के रूप में किया जा सकता है. हर प्रकार के इंधन के इस्तेमाल से किसी न किसी तरह कार्बन का उत्सर्जन होता ही है और इसकी वजह से प्रदूषण भी होता है. लेकिन वाइट हाइड्रोजन के इस्तेमाल से कार्बन का उत्सर्जन नहीं होता है और इसीलिए इसे ग्रीन हाइड्रोजन (Green Hydrogen) से भी ज्यादा बेहतर विकल्प माना जाता है. साथ ही आपको बता दें कि ग्रीन हाइड्रोजन, पानी का इलेक्ट्रोलीज करके बनाया जाता है लेकिन वाइट हाइड्रोजन प्राकृतिक रूप से उपलब्ध होता है. हाल ही में फ्रांस में वाइट हाइड्रोजन (White Hydrogen) का काफी बड़ा भंडार पाया गया है.

जलवायु के लिए बेहतर है White Hydrogen
वाइट हाइड्रोजन (White Hydrogen) को ग्रीन हाइड्रोजन से विभिन्न होने के कारण यह नाम मिला है. क्योंकि वाइट हाइड्रोजन प्राकृतिक रूप से उपलब्ध होता है इसीलिए इसे जलवायु के लिए काफी अच्छा माना जाता है और इसे प्राकृतिक हाइड्रोजन (Natural Hydrogen) के नाम से भी जाना जाता है. फ्रांस में मिला वाइट हाइड्रोजन का भंडार, दुनिया भर के सबसे बड़े भंडारों में से एक है और वैज्ञानिकों का मानना है कि जलवायु संकट से निपटने में वाइट हाइड्रोजन काफी बड़ी भूमिका निभा सकता है. 

6 से 250 मिलियन मीट्रिक टन White Hydrogen
जैक्स पिरोनोन और फिलिप डी डोनाटो जमीन के भीतर मौजूद फॉसिल फ्यूल तलाश रहे थे और इसी दौरान उन्हें वाइट हाइड्रोजन की प्राप्ति हुई. वैज्ञानिकों का कहना है कि फ्रांस में मिले हाइड्रोजन के भंडार में 6 मिलियन से 250 मिलियन मीट्रिक टन हाइड्रोजन हो सकता है. वाइट हाइड्रोजन के विपरीत भूरा हाइड्रोजन या फिर ग्रे हाइड्रोजन फॉसिल यानी जीवाश्म से उत्पन्न होते हैं.
 

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