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Gadkari के मन की बात से लाखों लोगों का मिलेगा मन, ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर की टीस भी झलकी
अपनी बातों को स्पष्टता से रखने के लिए विख्यात केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कुछ ऐसा कहा है, जिससे अधिकांश लोग सहमत होंगे.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 3 months ago
केंद्रीय सड़क परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) अपने काम के लिए पहचाने जाते हैं. फिजूल की बयानबाजी के बजाए उनका फोकस अपने लक्ष्य पर रहता है और यही वजह है कि उनके कार्यकाल में कई क्रांतिकारी योजनाएं परवान चढ़ चुकी हैं. हालांकि, गडकरी को शायद कहीं न कहीं लगता है कि अच्छे कामों के लिए उनकी इतनी सराहना नहीं होती, जितनी होनी चाहिए. इसलिए उन्होंने एक कार्यक्रम में जो कुछ कहा वो अब बहस का विषय बन गया है. उन्होंने कहा कि अच्छे काम करने वाले को कभी सम्मान नहीं मिलता.
मतभेद होने चाहिए, मनभेद नहीं
नितिन गडकरी ने अवसरवादी नेताओं के सत्ताधारी दल से जुड़े रहने की इच्छा पर चिंता जताते हुए कहा कि विचारधारा में इस तरह की गिरावट लोकतंत्र के लिए अच्छी बात नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसे भी नेता हैं, जो अपनी विचारधारा पर दृढ़ हैं लेकिन उनकी संख्या धीरे-धीरे घट रही है. केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा है कि आज हमारी समस्या नेताओं के बीच मतभेद नहीं, बल्कि विचारों की शून्यता है. अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि मैंने अटल बिहारी वाजपेयी से सीखा है कि नेताओं के बीच मतभेद होना चाहिए यह अच्छा है, लेकिन मनभेद नहीं होना चाहिए.
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बुरे काम की सजा नहीं मिलती
किसी का नाम लिए बिना नितिन गडकरी ने कहा कि मैं हमेशा मजाक में कहता हूं कि चाहे किसी भी पार्टी की सरकार हो, एक बात तय है कि जो अच्छा काम करता है उसे कभी सम्मान नहीं मिलता और जो बुरा काम करता है उसे कभी सजा नहीं मिलती. गडकरी के मन की ये बात निश्चित तौर पर लाखों लोगों के मन से भी मेल खाती होगी, क्योंकि अमूमन लोगों की यही शिकायत रहती है कि अच्छा काम करने के बावजूद उन्हें वो सम्मान नहीं मिलता जिसके वह हकदार हैं. BJP लीडर ने यह भी कहा कि हमारी बहस और चर्चाओं में मतभेद हमारी समस्या नहीं है. समस्या विचारों की कमी है. ऐसे लोग भी हैं जो अपनी विचारधारा को लेकर दृढ़ हैं, लेकिन इस तरह के लोगों की संख्या अब घट रही है. विचारधारा में आ रही गिरावट लोकतंत्र के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं.
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