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क्या सच में कम होने वाली हैं 1.40 करोड़ नौकरियां? आखिर क्या है इसकी वजह?
दुनियाभर में 8 करोड़ से ज्यादा नौकरियों के अवसर पैदा होते हैं लेकिन रिपोर्ट कहती है कि अगले पांच सालों में सिर्फ 6.90 करोड़ नौकरियां ही पैदा होने जा रही हैं, ऐसे में नौकरियों में बड़ी कमी हो सकती है.
ललित नारायण कांडपाल 1 year ago
दुनिया भर में तेजी से बढ़ती तकनीक के बीच ये आशंका तो पहले से ही व्यवक्त की जा रही थी कि आने वाले दिनों में इंसानों के काम मशीनें करने लगेंगी. इसके बाद होगा ये कि नौकरियां कम हो जाएंगी. लेकिन इसी आशंका पर वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की एक रिपोर्ट ने मुहर लगा दी है. फोरम की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले सालों में दुनिया से 1.40 करोड़ नौकरियां कम होने जा रही हैं. ऐसा लगातार बढ़ती तकनीक के कारण होने जा रहा है.
भारत में कितनी कम होंगी नौकरियां
पिछले कुछ समय में जब से एआई को लेकर कई कंपनियों ने चैट बोट शुरु किए हैं तब से इस चर्चा को और तेजी मिली है. मीडिया रिपोर्ट का कहना है कि इसी को लेकर फोरम की रिपोर्ट का कहना है कि जॉब्स रिपोर्ट 2023 के अनुसार एआई और दूसरी तकनीक के आने के कारण नौकरियों में कमी आ सकती है. यही नहीं सर्वे रिपोर्ट में आंकड़ा भी दिया गया है. रिपोर्ट कहती है कि अगले पांच साल में 8 करोड़ 30 लाख नौकरियां खत्म होने जा रही हैं. साथ ही 6 करोड़ 90 लाख नौकरियां पैदा होंगी. इसका मतलब ये हुआ कि नौकरी में कमी हो जाएगी. वो भी पूरी 1.40 करोड़ नौकरियां कम हो जाएंगी.
किन क्षेत्रों में ज्यादा पैदा होंगी नौकरियां
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पोर्ट में ये भी बताया गया है कि नई तकनीक और एआई के आने के बाद किन क्षेत्रों में ज्यादा नौकरियां पैदा होने जा रही हैं. रिपोर्ट कहती है कि अगले पांच साल में डिजिटल कॉमर्स, एजुकेशन और कृषि वो सेक्टर होंगे जहां ज्यादा नौकरियों के अवसर पैदा होने जा रहे हैं. डिजिटल कॉमर्स जैसे सेक्टर में 20 लाख नौकरियां बढ़ेंगी. रिपोर्ट एक ओर और इशारा कर रही है कि जिन नौकरियों में ज्यादा शारीरिक बल की जरुरत होती है उन्हें या तो एआई के जरिए किया जाएगा या उन्हें रोबोटिक मशीनें करेंगी. ऐसे में मेन पॉवर जॉब में नुकसान की ये बड़ी वजह बन सकता है.
भारत में कितने प्रतिशत लोगों की जाएगी नौकरी
इस रिपोर्ट में दुनिया से लेकर देशों में जाने वाली नौकरियों के प्रतिशत को लेकर भी जानकारी दी गई है. मीडिया रिपोर्ट कहती है कि पोर्ट कहती है कि भारत में 22 प्रतिशत नौकरियों पर इसका प्रभाव पड़ने जा रहा है. रिपोर्ट ये भी कहती है कि ग्लोबल वार्मिंग के इस बढ़ते दौर में पर्यावरण सुरक्षा को लेकर पैदा होने वाले रोजगारों में तेजी आने की संभावना है. फोरम ने इस सर्वे को दुनियाभर की 803 कंपनियों पर किया है. रिपोर्ट ये भी कह रही है कि अगर आपको नौकरी में बने रहना है तो आपको अपनी स्किल में इजाफा करना होगा.
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