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ऐसा महान इंसान जिसने एक झटके में दान कर दी अरबों की दौलत, जानें क्यों?
यावोन और उनके साथ उनकी पत्नी और उनके 2 बच्चों ने भी परिधान कंपनी में अपनी सारी संपत्ति को दान करने का ऐलान किया है.
आमिर कुरेशी 1 year ago
आगरा: 83 साल के अमेरिका के एक व्यापारी, जिन्होंने जलवायु परिवर्तन की समस्या से लड़ने के लिए अपनी 2.39 खरब रुपये की संपत्ति दान कर दी. जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने के लिए उन्होंने अपनी संपत्ति दान की है. इस संकट से निपटने के लिए किसी के द्वारा दान किए जाने का यह संभवत: पहला मामला है.
50 साल पुरानी कंपनी भी दान की
दरअसल, कपड़ों की रिटेल कंपनी पेटागोनिया के संस्थापक यवोन चोनाड़ ने धरती को बचाने के लिए अपनी संपत्ति के साथ-साथ 50 साल पुरानी कंपनी भी दान कर दी और कहा, अब सिर्फ पृथ्वी ही उनकी कंपनी की एकमात्र शेयर धारक है. उन्होंने कहा कि धरती खतरे में है, इसे बचाना होगा. उन्होंने अपनी कंपनी के सारे राजस्व को जलवायु संकट से निपटने के लिए दान में दे दिया है.
पत्नी और दो बच्चे भी उनके साथ
यावोन और उनके साथ उनकी पत्नी और उनके 2 बच्चों ने भी परिधान कंपनी में अपनी सारी संपत्ति को दान करने का ऐलान किया है. रिपोर्ट के मुताबिक पेंटागोनिया कंपनी की कीमत लगभग 3 बिलियन डॉलर यानी 2.39 खरब रुपए है. एक आधिकारिक बयान के मुताबिक कंपनी के सभी कॉरपोरेट राजस्व को जलवायु संकट से निपटने की रक्षा करने और जंगली भूमि की रक्षा के लिए काम करने वाली संस्था और समूहों को दान किया गया.
आखिर कहां से आया संपत्ति दान करने का ख्याल
पत्र में कहा गया है कि कंपनी का वोटिंग स्टॉक पेटागोनिया ट्रस्ट के हिस्से में जाएगा. इससे कंपनी की वैल्यू की रक्षा होगी. वहीं ऑन वोटिंग स्टॉप ओल्डफास्ट के हिस्से में जाएगा. उसे जो भी फायदा होगा उसका उपयोग जलवायु की रक्षा के लिए किया जाएगा.
वेबसाइट पर दी जानकारी
अपनी वेबसाइट पर पोस्ट यावोन ने लिखा, "खतरे में चल रहे इस फलते-फूलते ग्रह को बचाने के लिए हमारे पास जो संसाधन है उसका उपयोग करना चाहिए. इसलिए मैं यह कदम उठा रहा हूं. अब सिर्फ धरती ही मेरी कंपनी की एक मात्र शेयरधारक है.
समाजसेवी वीके बंसल ने क्या कहा
इस संबंध में हमने आगरा के जाने-माने समाजसेवी वीके बंसल से बात की. उन्होंने बताया कि अगर भगवान ने किसी को दौलत दी है तो उसको यह हक भी दिया है कि धरती को संवारे और धरती के लिए अपनी जी-जान से सेवा करे. जिस तरह धरती से हमें बहुत कुछ प्राप्त होता है, उसी तरह हमें धरती मां को समय-समय पर कुछ ना कुछ देते रहना चाहिए. आपको बता दें कि समाजसेवी वीके बंसल आगरा के लिए तथा आगरा जनता के लिए समय-समय पर कुछ ना कुछ करते हैं. कोविड-19 के दौरान लॉकडाउन में वीके बंसल द्वारा रोज 10000 लोगों को खाना खिलाया जाता था.
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