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दिल्ली बॉक्सिंग एसोसिएशन में गड़बड़ी पर खुलकर बोले मौसम सहरावत, जानें क्या कहा
मौसम सहरावत का आरोप है कि दिल्ली बॉक्सिंग एसोसिएशन में पिछले 16 सालों से रेलवे के 5 कर्मचारी शामिल हैं. ये कर्मचारी हर चुनाव में भी शामिल होते हैं.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
दिल्ली एमेच्योर बॉक्सिंग एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट मौसम सहरावत बॉक्सिंग की बेहतरी के लिए काम कर रहे हैं. सहरावत को 2013 में बॉक्सिंग एसोसिएशन का वाइस प्रेसिडेंट चुना गया था, इस बार वह प्रेसिडेंट की पोजीशन के लिए लड़ रहे हैं. BW Hindi ने मौसम सहरावत से बॉक्सिंग और उससे जुड़ी उनकी योजनाओं को लेकर बातचीत की. पेश हैं उसके कुछ अंश:
एक बॉक्सर या एक्स बॉक्सर के तौर पर आपका अपना प्रोफाइल क्या है?
मैंने 1997 में बॉक्सिंग स्पोर्ट्स ऑस्ट्रेलिया में शुरू की. इंटर कॉलेज एंड यूनिवर्सिटी में पार्टिसिपेट किया है. भारत में मैं लगातार 3 बार 26 जनवरी की रिपब्लिक डे परेड में स्केटिंग करते हुए भाग लिया है. स्केटिंग, टेबल टेनिस और जवलीन में दिल्ली स्टेट पार्टिसिपेट किया और मेडल जीते. दिल्ली बॉक्सिंग फेडरेशन में मैंने साल 2011 में साउथ डिस्ट्रिक्ट के प्रेसिडेंट की पोस्ट पर ज्वाइन किया था. मेरी नियुक्ति विधायक चौधरी अभय सिंह चौटाला ने कराई थी, जो उस टाइम इण्डियन एमेच्योर बॉक्सिंग एसोसिएशन के प्रेसिडेंट थे.
बॉक्सिंग फेडरेशन से जुड़ने के बाद आपकी क्या उपलब्धियां हैं?
बॉक्सिंग फेडरेशन में हमारा पूरा फोकस बॉक्सिंग को आगे ले जाने पर है. हमारी कोशिश रहती है कि टैलेंटेड युवाओं को पूरा समर्थन मिले और यही हम कर रहे हैं. हमने 2014 से 2017 तक दिल्ली राज्य बॉक्सिंग चैंपियनशिप का सफल आयोजन किया था, जिसमें मैंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. 2019 में साउथ दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी के प्रयासों के चलते हमने ONGC से फंडिंग के लिए एसोसिएशन का एक कॉन्ट्रैक्ट करवाया था, लेकिन कोरोना की वजह से मामला आगे नहीं बढ़ पाया.
दिल्ली राज्य बॉक्सिंग चैंपियनशिप के आयोजन में आपने क्या महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी?
दिल्ली में कुल 12 डिस्ट्रिक्ट हैं, जो दिल्ली बॉक्सिंग एसोसिएशन के तहत आते हैं. मैंने अपनी डिस्ट्रिक्ट में दिल्ली स्टेट चैंपियनशिप शुरू करवाई और लोकल अकादमी को सपोर्ट किया, जिसके चलते साउथ दिल्ली डिस्ट्रिक्ट लगातार 4 साल नंबर 1 की पोजीशन पर रही. वाइस प्रेसिडेंट के चुनाव में बड़े मार्जिन से जीत के बाद मुझे दिल्ली एमेच्योर बॉक्सिंग एसोसिएशन की डिस्पूट कमेटी का चेयरमैन बनाया गया. इलेक्शन जीतने के बाद मैंने पूरी दिल्ली में लगातार 3 साल दिल्ली स्टेट चैंपियनशिप प्रोग्राम करवाए और दिल्ली को नेशनल लेवल पर मेडल जिताने में अहम भूमिका निभाई. इतना ही नहीं, खिलाड़ियों को किसी तरह की आर्थिक परेशानी न आए, इसलिए सभी खर्चे मैंने खुद उठाए. करप्शन की वजह से दिल्ली बॉक्सिंग एसोसिएशन के प्रेसिडेंट और जनरल सेक्रेटरी ने कभी भी दिल्ली के बच्चों को फाइनेंशियल सपोर्ट नहीं किया. ऊपर से दूसरे स्टेट के बच्चों को नकली ID से दिल्ली की तरफ से खिलाने का खेल जरूर खेला. मैंने इसका खुलकर विरोध किया और पासपोर्ट ID कंपलसरी की. हालांकि, बाद में मुझे उनके खिलाफ हाई कोर्ट का रुख करना पड़ा.
क्या आपने ऑफिशियली दिल्ली सरकार के सामने अपनी कोई मांग रखी है, जिसका कोई प्रूफ हो?
प्रूफ तो मैं आपको अभी नहीं दे सकता, लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मेरी मुलाकात 2017 में उनके ऑफिस में हुई थी. उस समय उन्होंने पूरा सपोर्ट करने का वादा किया था, लेकिन किसी कारणवश बात आगे नहीं बढ़ पाई.
आपके बयान से लगता है कि बॉक्सिंग एसोसिएशन में कुछ भी नहीं हो रहा है, तो क्या मौजूदा प्रेसिडेंट ने कुछ भी नहीं किया?
दिल्ली बॉक्सिंग एसोसिएशन में पिछले 16 सालों से रेलवे के 5 कर्मचारी शामिल हैं. ये कर्मचारी हर चुनाव में भी शामिल होते हैं और अच्छी पोस्ट पर काबिज हैं. कानून के मुताबिक, स्पोर्ट्स बॉडी एसोसिएशन का इलेक्शन लड़ने के लिए इन कर्मचारियों को रेलवे से अनुमति और NOC लेना जरूरी है. यदि अनुमति मिल भी जाए तो अधिकतम 4 साल तक एसोसिएशन का हिस्सा रह सकते हैं. लेकिन ये लोग यहां 16 सालों से काबिज हैं, जो पूरी तरह से अवैध है. साल 2018 में मैंने इस बात पर ऑब्जेक्शन उठाया था, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, क्योंकि दिल्ली बॉक्सिंग एसोसिएशन के प्रेसिडेंट और जनरल सेक्रेटरी की इनसे मिलीभगत थी. इसलिए मैंने दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया और इन कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज करवाया. 5 में से 3 कर्मचारी इस्तीफा दे चुके हैं, जबकि शेष 2 को बचाने की दिल्ली बॉक्सिंग एसोसिएशन और रेलवे पूरी कोशिश कर रहा है.
दिल्ली सरकार को क्या-क्या करना चाहिए, जिससे बॉक्सिंग में करियर बनाने वाले युवाओं को लाभ होगा, इस संबंध में थोड़ा विस्तार से बताएं?
इस साल फरवरी या मार्च में होने वाले दिल्ली एमेच्योर बॉक्सिंग एसोसिएशन के चुनाव में मैं प्रेसिडेंट के लिए फाइट कर रहा हूं. जीतने पर मैं दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के सांसद से मुलाकात कर उन्हें दिल्ली की बॉक्सिंग को आगे बढ़ाने से जुड़ा के प्रपोजल सौंपूंगा. जितने भी दिल्ली में स्टेडियम हैं उन सब में बॉक्सिंग के प्रमोशन के बारे में सुझाव दूंगा. दिल्ली स्टेट बॉक्सिंग चैंपियनशिप में हर साल हजारों खिलाड़ी भाग लेते हैं, उन्हें वित्तीय सहायता मुहैया कराना और दिल्ली के स्टेडियम में उनकी फ्री एंट्री मेरी प्राथमिकता रहेगी. मेरा मानना है कि हर जिले में सरकारी बॉक्सिंग अकादमी खुलवाई जाएं. मैं दिल्ली को नेशनल लेवल पर टॉप 3 में लाने की कोशिश करूंगा. मैं करप्शन फ्री एसोसिएशन का वादा करता हूं.
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