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क्या वास्तव में Elon Musk की Tesla को स्पेशल ट्रीटमेंट देने जा रही है सरकार?
टेस्ला जल्द से जल्द भारत में अपनी इलेक्ट्रिक कार उतारना चाहती है, लेकिन कुछ मुद्दों पर बात नहीं बन पा रही है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 10 months ago
दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी Elon Musk भारत में एंट्री को लेकर बेकरार हैं. भारत में इलेक्ट्रिक कारों का बढ़ता बाजार उन्हें आकर्षित कर रहा है. Musk चाहते हैं कि वो अपनी कंपनी Tesla की कारों को भारत में उतारकर मोटा मुनाफा कमाएं. उनकी योजना भारत में 20 लाख रुपए की शुरुआती कीमत के साथ कार लॉन्च करने की है. हालांकि, उनका ये सपना पूरा होगा या नहीं, फिलहाल कुछ भी कहना मुश्किल है. क्योंकि सरकार ने पुन: स्पष्ट किया है कि Tesla को कोई विशेष छूट नहीं मिलेगी.
गडकरी ने भी किया था स्पष्ट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार ने उन दावों का खंडन किया जिसमें कहा गया था कि टेस्ला (Tesla) को टैक्स से कुछ राहत मिलेगी. राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा का कहना है कि Elon Musk की टेस्ला को टैक्स में छूट देने का कोई भी प्रस्ताव वित्त मंत्रालय के समक्ष विचाराधीन नहीं है. इसका मतलब है कि सरकार की टेस्ला को कोई टैक्स इंसेंटिव देने की योजना नहीं है. बता दें कि ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर नितिन गडकरी ने पहले भी यह स्पष्ट किया था कि Elon Musk को कोई विशेष छूट नहीं दी जाएगी. यदि वो भारत में कारों का निर्माण करने के लिए तैयार होते हैं, तो इस बारे में सोचा जा सकता है.
क्या चाहते हैं Musk?
सरकार शुरुआत से ही यह कहती आ रही है कि यदि Tesla को भारत में कार बेचनी हैं, तो उसे देश में ही मैन्युफैक्चरिंग करनी होगी. जबकि Elon Musk इसके लिए तैयार नहीं हैं. उन्होंने कहा था कि टेस्ला भारतीय बाजार में डिमांड चेक करने के लिए पहले आयात करके कारें बेचना चाहती है. इसके बाद मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने पर विचार किया जाएगा. गौरतलब है कि Tesla के इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल्स फिलहाल तीन देशों में तैयार किए जाते हैं, इनमें अमेरिका के अलावा, चीन और जर्मनी शामिल है. हालांकि, उसकी कारें कई देशों में बेचीं जाती हैं. टेस्ला के भारत आने की बातें काफी समय से हो रही हैं, लेकिन बात ज्यादा आगे नहीं बढ़ सकी. क्योंकि Musk जिस शर्त पर भारत में एंट्री चाहते हैं, सरकार उसके लिए तैयार नहीं है.
इम्पोर्ट ड्यूटी का पेंच
टेस्ला और मोदी सरकार के बीच इम्पोर्ट ड्यूटी घटाने को लेकर लंबे समय से बातचीत अटकी हुई है. भारत इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर भारी-भरकम आयात शुल्क लेता है और Musk इसमें कमी चाहते हैं. 2022 की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में 40,000 डॉलर (करीब 30 लाख रुपए) तक कीमत वाली इलेक्ट्रिक कारों पर 60% तक टैक्स लगता है. कीमत ज्यादा होने पर टैक्स की दर भी बढ़ जाती है. Tesla की कारों के मॉडल की प्राइज रेंज 39,990 डॉलर (करीब 30 लाख रुपए) से शुरू होकर 1,29,990 डॉलर (करीब 97.1 लाख रुपए) तक है. इसमें कंपनी के मॉडल 3, मॉडल Y, मॉडल X और मॉडल S शामिल हैं. मॉडल 3 की कीमत सबसे कम है. यदि इम्पोर्ट ड्यूटी के हिसाब से देखें, तो टेस्ला के सबसे सस्ते मॉडल 3 के सिर्फ बेस मॉडल पर ही 60% टैक्स लगेगा. इस तरह लगभग 30 लाख रुपए की ये कार भारत में टैक्स जोड़कर 48 लाख रुपए की हो जाएगी. Musk इतना ज्यादा टैक्स देने के लिए तैयार नहीं हैं.
भारत में मिलेगी चुनौती
अब यदि टेस्ला की वास्तव में भारत में एंट्री होती है, तो उसे कई बड़े प्लेयर्स का सामना करना होगा. भारत में इलेक्ट्रिक कारों का बाजार तेजी से बढ़ रहा है. पिछले साल मार्च में 3,718 इलेक्ट्रिक कारें बिकी थीं. इस बार यह आंकड़ा बढ़कर 8,566 पहुंच गया है. फिलहाल, टाटा मोटर्स का बाजार में दबदबा है, लेकिन कई दूसरी कंपनियां भी तेजी से अपने EV पोर्टफोलियो में विस्तार कर रही हैं. जापानी कंपनी टोयोटा (Toyota) ने इसके लिए एक बड़ा प्लान तैयार किया है. कंपनी भारतीय बाजार में 10 नए इलेक्ट्रिक मॉडल उतारने जा रही है. इसके अलावा, चीनी BYD भी भारत में एंट्री कर चुकी है.
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