मालदीव्स की यात्रा करने का सबसे बेहतरीन समय 2023 में मार्च के मध्य का समय होगा. इस अवधि में यात्रा करने से यात्रियों की 49 फीसदी बचत होगी.
नई दिल्ली: दुनिया के प्रमुख सर्च इंजन कायक ने टॉप 10 सबसे लोकप्रिय फ्लाइट डेस्टिनेशन की यात्रा करने और बुकिंग कराने के बेस्ट समय का खुलासा किया है. इस खुलासे में यह बात सामने आई है कि अगले 6 महीनों में रिटर्न इकोनॉमी इंटरनेशनल फ्लाइट्स में यात्रा करने के लिए दुबई, बैंकॉक, सिंगापुर, बाली और द मालदीव्स सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाले डेस्टिनेशन हैं.
सबसे सस्ते फ्लाइट टिकट की खोज
आने वाले छुट्टियों के सीजन में भारतीय बेस्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशंस और वहां के लिए सबसे किफायती फ्लाइट टिकट की तलाश कर रहे हैं. कायक ने इस बारे में अपना नजरिया शेयर किया है कि भारतीय कब किफायती दाम पर अपने 10 पसंदीदा डेस्टिनेशन के लिए फ्लाइट्स के टिकट हासिल कर सकते हैं. इसमें यात्रियों को यह भी सलाह दी गई है कि वे कब फ्लाइट्स के टिकट बुक कराएं और कब अपने सफर की शुरुआत करें.
टॉप डेस्टिनेशंस
अगले छह महीनों में कई भारतीय यात्रियों की नजर समुद्री तटों वाले डेस्टिनेशंस के साथ-साथ शॉपिंग के लिए मशहूर जगहों पर भी है. 31 अक्टूबर 2022 से 30 अप्रैल 2023 तक रिटर्न इकोनॉमी इंटरनेशनल फ्लाइट्स के लिए सबसे ज्यादा खोजे गए डेस्टिनेशन में दुबई और बैंकॉक को इंटरनेशनल ट्रैवल रैंकिंग में दूसरे नंबर पर रखा गया है. इसके बाद बाली और सिंगापुर का नंबर आता है. घरेलू स्तर पर रिटर्न इकोनॉमी फ्लाइट्स के सबसे ज्यादा खोजे गए डेस्टिनेशन में गोवा का नाम सबसे पहले नंबर पर आता है. इसके बाद नई दिल्ली और अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह का नंबर आता है.
कब करें बैंकॉक के लिए टिकट बुकिंग
अब तक जिन यात्रियों ने अपनी ट्रिप की बुकिंग नहीं कराई है और वह बैंकॉक की यात्रा पर जाने की योजना बना रहे हैं, तो उन्हें बैंकॉक की यात्रा के लिए मार्च के मध्य का समय (13-19 मार्च 2023) चुनने पर विचार करना चाहिए. कायक की खोज के नतीजों के अनुसार यात्रा की अवधि के दौरान अपनी ट्रिप किसी भी बुधवार को करना काफी किफायती होता है.
कब करें मालदीव्स के लिए टिकट बुकिंग
भारत में रिटर्न इकोनॉमी फ्लाइट्स के लिए छठी सबसे खोजी गई डेस्टिनेशन में मालदीव्स का नंबर आता है. मालदीव्स की यात्रा करने का सबसे बेहतरीन समय 2023 में मार्च के मध्य का समय होगा. इस अवधि में यात्रा करने से यात्रियों की 49 फीसदी बचत होगी. अप्रैल के अंत में मालदीव्स की यात्रा करना काफी महंगा होगा.
टोरंटो के लिए किस दिन होता है सबसे सस्ता टिकट
कनाडा का टोरंटो शहर भी सबसे ज्यादा खोजे गए 10 डेस्टिनेशंस में से टॉप पर है. भारत और टोरंटों के बीच रिटर्न इकोनॉमी फ्लाइट का औसत किराया अगले 6 महीने तक करीब 1,15,323 रुपये होगा. टोरंटो की यात्रा शुरू करने के लिए सबसे अच्छा दिन बुधवार होता है.
रैंकिंग | ट्रैवल डेस्टिनेशन | रिटर्न फ्लाइट्स की टिकट का औसत दाम (रुपये में) | 2022 में यात्रा के लिए सबसे बेहतरीन हफ्ता | 2023 में यात्रा के लिए सबसे बेहतरीन हफ्ता |
1 | दुबई, संयुक्त अरब अमीरात | 27,587 | 25,022 रुपये-45वां हफ्ता | 21,155 रुपये- 10वां हफ्ता, रविवार |
2 | गोवा, भारत | 12,453 | 11,769 रुपये-48वां हफ्ता | 9,346 रुपये-17वां हफ्ता, सोमवार |
3 | बैंकॉक, थाइलैंड | 23,761 | 21,839 रुपये-47वां हफ्ता | 20,260 रुपये-11वां हफ्ता, बुधवार |
4 | सिंगापुर | 25,370 | 24,135 रुपये-45वां हफ्ता | 18,660 रुपये-8वां हफ्ता, बुधवार |
5 | बाली, इंडोनेशिया | 37,902 | 35,547 रुपये-45वां हफ्ता | 30,936 रुपये-10वां हफ्ता, रविवार |
6 | माले, मालदीव्स | 26,416 | 23,151 रुपये-45वां हफ्ता | 22,474 रुपये-10वां हफ्ता, सोमवार |
7 | लंदन, UK | 66,011 | 62,529 रुपये-47वां हफ्ता | 53,256 रुपये-10वां हफ्ता, मंगलवार |
8 | नई दिल्ली, भारत | 10,806 | 10,118 रुपये-45वां हफ्ता | 8,106 रुपये-चौथा हफ्ता, बुधवार |
9 | अंडमान एंड निकोबार द्वीप समूह | 23,518 | 22,657 रुपये-47वां हफ्ता | 14,185 रुपये-15वां हफ्ता, शुक्रवार |
10 | कनाडा, टोरंटो | 1,15,323 | 1,06,959 रुपये-45वां हफ्ता | 97,527 रुपये-10वां हफ्ता, बुधवार |
'दुबई, बैंकॉक और सिंगापुर जाने चाहते हैं भारतीय'
कायक इंडिया के कंट्री मैनेजर तरुण ताहिलयानी ने कहा, "कायक के सर्च आंकड़ों से पता चलता है कि अगले 6 महीनों में भारतीय यात्री विदेश की यात्रा करने के इच्छुक हैं. दुबई, बैंकॉक और सिंगापुर सबसे लोकप्रिय डेस्टिनेशन हैं, जो विदेश यात्रा के जबर्दस्त जोश और जुनून के साथ अपेक्षाकृत कम समय लेने वाली फ्लाइट्स ऑफर करता है. कायक की ओर से सर्च किए गए यात्रा के आंकड़ों के अनुसार मार्च की शुरुआत में विदेश की यात्रा करने वाले यात्रियों को बेहतर डील मिल सकती है. नए साल की पूर्वसंध्या के आसपास पीक ट्रैवल डेट्स पर यात्रा करने के लालच को छोड़कर बाकी दिनों भारतीय यात्री कम किराए पर बुकिंग करा सकते हैं. हम लगातार आपकी पसंदीदा डेस्टिनेशन के लिए प्राइस अलर्ट जारी करते हैं, जिससे आपको अपनी छुट्टियों के लिए कम दाम में टिकटों की बुकिंग कराने का मौका मिल सके."
कायक ट्रैवल टिप्स
ट्रैवल सर्च इंजन का प्रयोग कीजिए. कायक के पास कई टूल्स और फिल्टर हैं, जिससे आप अपने लिए अच्छी डील तलाश कर सकते हैं. इसमें एक्स्प्लोर पेज को भी देख सकते हैं, जो विदेश में महत्वपूर्ण जगहों के नाम उनके किराये के साथ दिखाता है. अपनी यात्रा पर लगाए नए ट्रैवल रेस्ट्रिक्शंस मैप को जरूर चेक करना चाहिए. इसमें उन जगहों के बारे में आपको नवीतनम जानकारी मिलेगी, जहां आपको जाना है. इसके साथ इसमें आपके मनचाहे देश में प्रवेश के लिए अलग-अलग देशों में एंट्री के लिए कोविड-19 प्रतिबंधों के बारे में बताया गया है.
प्राइस अलर्ट सेट करें
कायक के सबसे लोकप्रिय फीचर्स में से एक प्राइस अलर्ट यात्रियों को उनके पैसे की बचत में मदद करता है. इसके लिए वह उस समय यात्रियों को अलर्ट करता है, जब उनकी पसंदीदा फ्लाइट्स और होटल के दाम बदलते हैं. अगर आप किसी फ्लाइट के किरायों के कम होने का इंतजार कर रहे हैं तो कायक आपको अलर्ट करेगा, जिससे आप अपने मनचाही प्राइस पर टिकट बुक करा सकें और उनके पैसे और समय दोनों की बचत हो.
फ्लेक्सिबल होने पर मिलता है फायदा
अगर आपकी यात्रा की तारीखें तय नहीं है और आप इसमें कुछ बदलाव कर सकते हैं तो ऐसी संभावना है कि आपको अपनी मनचाही यात्रा की तारीख से 3 दिन बाद या 3 दिन पहले कैश में टिकट बुक कराने पर कुछ बचत हो.
VIDEO : धोनी के पास कहां-कहां और कितनी है प्रॉपर्टी
भारत और UAE के बीच मजबूत होते व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को ध्यान में रखते हुए, यह नीति दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत बनाएगी.
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में दुबई समेत अन्य शहरों की यात्रा पर जाने वाले भारतीय नागरिकों को अब वीजा के लिए मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी। भारतीय नागरिकों को अब वीजा-ऑन-अराइवल की सुविधा मिलेगी. UAE में भारतीय उच्चायोग ने जानकारी दी कि भारतीय नागरिक और उनके परिवार के सदस्य, जिनके पास साधारण पासपोर्ट है, उन्हें UAE में प्रवेश के सभी बिंदुओं पर पहुंचने पर वीजा प्रदान किया जाएगा. यह वीजा 14 दिनों के लिए वैध होगा.
समान अवधि के लिए बढ़ाया जा सकता है वीज़ा
उच्चायोग ने बताया कि जिन भारतीय नागरिकों के पास अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के किसी देश की ओर से जारी कम से कम 6 महीने का वैध वीज़ा, निवास या ग्रीन कार्ड है, उसे यह सुविधा मिल सकती है. ऐसे नागरिक 14 दिनों के लिए वीज़ा-ऑन-अराइवल सुविधा का लाभ ले सकेंगे, जिसे जरूरत पड़ने पर समान अवधि के लिए बढ़ाया जा सकता है. UAE के कानून के मुताबिक, निर्धारित शुल्क देने पर 60 दिन का वीज़ा मिलेगा, जिसे बढ़ा नहीं सकते.
किन देशों में है वीज़ा-ऑन-अराइवल सुविधा?
वर्तमान में भारत के नागरिकों को 57 देशों की यात्रा के लिए वीज़ा मुक्त या फिर वीज़ा-ऑन-अराइवल की सुविधा मिलती है. जापान, दक्षिण कोरिया, UAE के अलावा फिजी, इंडोनेशिया, ईरान, जमाइका, जॉर्डन, नाइजीरिया और कतर में भारतीय नागरिकों को वीजा-ऑन-अराइवल की सुविधा मिलती है. इसके अलावा, मलेशिया, थाइलैंड, नेपाल, भूटान, डोमिनिका, सर्बिया, अल्बानिया, जमैका, कंबोडिया, मालदीव, श्रीलंका, मॉरीशस, मेडागास्कर, तंजानिया, जिम्बाब्बे और ट्यूनीशिया जैसे देशों में वीज़ा मुक्त यात्रा कर सकते हैं.
मेन पॉइंट्स पर सुविधा
• सुविधा: यात्रियों को पहले से वीजा के लिए आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होती.
• समय: एयरपोर्ट या सीमा पर वीजा प्राप्त किया जा सकता है, जिससे यात्रा की योजना में कोई बाधा नहीं आती.
• अवधि: अधिकतर देशों में वीज़ा-ऑन-अराइवल आमतौर पर सीमित अवधि के लिए होता है, जैसे 14 या 30 दिन.
• पात्रता: कुछ देशों में केवल विशेष देशों के नागरिकों को यह सुविधा मिलती है, और इसके लिए निर्धारित शर्तें हो सकती हैं, जैसे पासपोर्ट की वैधता या अन्य वीजा धारित होना. इस तरह की सुविधा से यात्रा को सरल और सहज बनाने में मदद मिलती है.
क्या होता है वीज़ा-ऑन-अराइवल?
वीज़ा-ऑन-अराइवल (Visa-on-Arrival) एक प्रकार की वीजा सुविधा है, जिसके तहत यात्रियों को अपने गंतव्य देश में पहुँचने पर ही वीजा प्राप्त होता है. यह प्रक्रिया पारंपरिक वीजा आवेदन के मुकाबले अधिक सरल और तेज होती है.
आने वाले दिनों में आपको थाईलैंड घूमने के लिए पहले से ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे, क्योंकि वहां टूरिज्म टैक्स लगने जा रहा है.
बड़ी संख्या में भारतीय टूरिस्ट हर साल थाईलैंड (Thailand) घूमने जाते हैं. आने वाले दिनों में यहां घूमने के लिए ज्यादा जेब ढीली करनी होगी. दरअसल, थाईलैंड सरकार टूरिज्म टैक्स लगाने की तैयारी कर रही है. भारत सहित दुनियाभर से यहां आने वाले पर्यटकों को इस टैक्स का भुगतान करना होगा. थाईलैंड सरकार पहले भी इस तरह के कदम उठा चुकी है. इस कवायद का मकसद सरकारी खजाना भरना और देश के बुनियादे ढांचे को मजबूत करना है.
पहले भी थी ऐसी व्यवस्था
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, थाईलैंड के पर्यटन मंत्री सोरावोंग थिएनथोंग ने टूरिस्ट टैक्स का ऐलान करते हुए बताया है कि पर्यटकों से 300 Thai Baht यानी करीब 756 रुपए का भुगतान करना होगा. थाईलैंड में पहले भी इस तरह के टैक्स की व्यवस्था की गई थी, लेकिन बाद में उसे बंद कर दिया गया था. पर्यटन मंत्री का कहना है कि टूरिज्म से जुड़ी बुनियादी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए यह टैक्स लगाया जा रहा है.
इस तरह देना होगा टैक्स
2022 में भी थाईलैंड कैबिनेट ने इस टैक्स को मंजूरी दी थी, लेकिन यह लागू नहीं हुआ था क्योंकि इसे रॉयल गजट में प्रकाशित नहीं किया गया था. प्रस्तावित योजना के तहत हवाई जहाज से थाईलैंड पहुंचने वाले विदेशी पर्यटकों को 300 Baht का भुगतान करना होगा. जबकि समुद्र और सड़क मार्ग से आने वालों से 150 Baht लिए जाएंगे. सरकार की तरफ से बताया गया है कि 2 साल से कम उम्र के बच्चे के लिए कोई टैक्स नहीं देना होगा. इसके अलावा, ट्रांजिट पैसेंजर, राजनयिक पासपोर्ट धारक और वर्क परमिट वालों की इस टैक्स से छूट रहेगी.
इस पर भी विचार रही सरकार
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि टूरिज्म टैक्स कब से वसूला जाएगा. इसे रॉयल गजट में प्रकाशित करने के बाद ही लागू किया जा सकता है. थाईलैंड के पर्यटन मंत्री सोरावोंग थिएनथोंग नह भी बताया कि मंत्रालय ऐसे सफल पर्यटन कार्यक्रमों को फिर से शुरू करने पर भी विचार कर रहा है, जिन्हें कोरोना महामारी के चलते बंद कर दिया गया था. बता दें कि दुनिया के कई देशों में टूरिज्म टैक्स की व्यवस्था है. कुछ देशों में तो सैलानियों के लिए प्रति दिन के खर्चे की न्यूनतम राशि भी निर्धारित की गई है.
गूगल (Google) प्ले स्टोर पर मौजूद हजारों ऐप्स को हटाने की तैयारी कर रहा है. इनमें कई ऐसे पॉपुलर ऐप्स भी शामिल हैं, जो लाखों की संख्या में डाउनलोड हैं.
एंड्रॉइड यूजर्स के लिए गूगल प्ले ऐप (Google Play App) को ज्यादा सिक्योर बनाने की दिशा में गूगल (Google) एक बड़ा एक्शन लेने जा रहा है. दरअसल, गूगल जल्द ही प्ले स्टोर (Play Store) से हजारों एंड्रॉइड ऐप्स की छुट्टी करने जा रहा है. तो आइए जानते हैं गूगल ये एक्शन क्यों और कब लेने जा रहा है?
लो क्वॉलिटी और नॉन फंक्शनल ऐप्स होंगे बंद
ये सभी ऐप्स लो क्वॉलिटी और नॉन फंक्शन हैं. बता दें कि गूगल प्ले स्टोर पर ऐसे ऐप्स मौजूद हैं, जो मौजूदा वक्त में काम नहीं कर रहे हैं. साथ ही कुछ ऐप बेहद खराब क्वॉलिटी में आते हैं, जिससे यूजर्स एक्सपीरिएंस खराब होता है.
31 अगस्त है आखिरी तारीख
गूगल की ओर से ऐसे ऐप्स को हटाने के लिए 31 अगस्त 2024 की डेडलाइन तय की है. दरअसल कंपनी ने स्पैम और मिनिमम फंक्शनैलिटी पॉलिटी को अपडेट किया है, जिससे ऐप की क्वॉलिटी और उसके एक्सपीरिएंस को बेहतर बनाया जा सके. गूगल की नई पॉलिसी में थोड़े कंटेंट और सही से डिजाइन न किए गए ऐप को हटाया जाएगा.
इन ऐप्स पर होगा एक्शन
गूगल उन ऐप्स को हटाने जा रहा है, ऐप्स जो प्ले स्टोर पर अपनी स्पेसिफिक फंग्शनैलिटी को शोकेस नहीं कर रहे हैं. इनमें टेक्स्ट ओनली ऐप्स, सिंगल वॉलपेपर ऐप्स शामिल हैं. इसके अलावा ऐसे ऐप्स जो यूजर को बेहतरीन यूजर एक्सपीरियंस देने में नाकामयाब रहे हों, उन पर भी नई पॉलिसी का असर देखने को मिलेगा. इन ऐप्स के खिलाफ शिकायत मिल चुकी है कि ये सही से इंस्टॉल नहीं होते हैं. साथ ही इंस्टॉल करने के साथ क्रैश हो जाते हैं.
साल 2023 में हटाए गए 2.28 ऐप्स
गूगल ने कहा है कि ऐप में स्टेबल, रेस्पांसिव और बेहतरीन यूजर एक्सपीरिएंस वाले होने चाहिए. कुल मिलाकर ऐप स्टोर पर लिस्टेड ऐप बेहतर क्वॉलिटी और यूजर एक्सपीरिएंस वाले होने चाहिए. इससे पहले गूगल ने साल 2023 में पॉलिसी उल्लंघन के आरोप में 22.8 लाख ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर प्लेटफॉर्म से हटा दिया था. साथ ही 200,000 ऐप्स के सब्समिशन को रद्द कर दिया था.
गूगल ने दिया 6 हफ्तों का वक्त
गूगल के नए एक्शन का असर कई पॉपुलर ऐप्स पर देखा जा सकता है, जिन्हें लाखों की संख्या में डाउनलोड किया गया है। गूगल ने डेवलपर्स को अपने ऐप स्टैंडर्ड बनाने के लिए 6 हफ्तों का वक्त दिया है, जिसके तहत ऐप को यूजर फ्रेंडली और सिक्योर बनाना होगा.
नीट एग्जाम को लेकर सरकार और उसकी एजेंसी NTA की आलोचना हो रही है. विपक्ष भी इस मुद्दे पर हमलावर है.
नीट पेपर लीक को लेकर हो रही फजीहत के बीच केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने शुक्रवार देर रात एंटी-पेपर लीक कानून - पब्लिक एग्जामिनेशन (प्रिवेंशन ऑफ अनफेयर मीन्स) एक्ट, 2024 की अधिसूचना जारी कर दी. इसी के साथ यह कानून पूरे देश में लागू हो गया है. अब पेपर लीक करने वालों को कड़ी सजा मिल सकेगी. यह कानून भर्ती परीक्षाओं में नकल सहित अन्य गड़बड़ियां रोकने के लिए लाया गया है. बता दें कि NEET (राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा) को लेकर सरकार की लगातार फजीहत हो रही है. विपक्ष भी इस मुद्दे पर सरकार को निशाना बना रहा है.
क्या है कानून में प्रावधान?
एंटी-पेपर लीक कानून के तहत पर्चा लीक करने या आंसर शीट से छेड़छाड़ पर कम से कम 3 साल जेल की सजा होगी. इसे 10 लाख तक के जुर्माने के साथ बढ़ाकर पांच साल किया जा सकता है. इसी तरह, परीक्षा संचालन के लिए नियुक्त सर्विस प्रोवाइडर यदि दोषी पाया जाता है, तो उस पर 1 करोड़ रुपए तक जुर्माना लगाया जा सकता है. इसी तरह, यदि सर्विस प्रोवाइडर अवैध गतिविधियों में लिप्त है, तो उससे परीक्षा की लागत वसूल की जाएगी. NEET और UGC-NET जैसी परीक्षाओं में गड़बड़ियों के बीच आए इस कानून से हालात कितने बदलेंगे ये देखने वाली बात होगी, लेकिन इससे सरकार कम से कम कुछ करती ज़रूर नजर आ रही है.
कौनसे एग्जाम हैं दायरे में?
पब्लिक एग्जामिनेशन (प्रिवेंशन ऑफ अनफेयर मीन्स) एक्ट, 2024 से पहले सरकार और जांच एजेंसियों के पास परीक्षाओं में गड़बड़ी से जुड़े अपराधों से निपटने के लिए अलग से कोई ठोस कानून नहीं था. बता दें कि इस कानून को 6 फरवरी को लोकसभा और 9 फरवरी को राज्यसभा से पारित किया गया था. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 12 फरवरी को बिल को मंजूरी देकर इसे कानून में बदल दिया था और अब सरकार ने अधिसूचना जारी करके इसे पूरे देश में लागू कर दिया है. इस कानून के दायरे में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC), कर्मचारी चयन आयोग (SSC), रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB), बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (IBPS) और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित होने वाली परीक्षाएं शामिल होंगी. साथ ही, केंद्र के सभी मंत्रालयों, विभागों की भर्ती परीक्षाएं भी नए कानून के दायरे में होंगी.
NTA की भूमिका पर सवाल
मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए होने वाली NEET परीक्षा में गड़बड़ी के चलते सरकार और उसकी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. नीट एक्स्जम स्कैम को लेकर हर रोज कोई न कोई जानकारी सामने आ रही है. ऐसे में यदि सरकार ने नए कानून की अधिसूचना जारी करके यह जताने का प्रयास किया है कि वो इस मुद्दे पर गंभीर है. NTA की भूमिका पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. बीते 9 दिन में NTA की तीन बड़ी परीक्षाएं रद्द या स्थगित हो चुकी हैं. नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट की परीक्षा 12 जून को दोपहर में हुई थी. शाम को इसे रद्द कर दी. इसी तरह, UGC-NET की 18 जून को परीक्षा ली गई थी और 19 जून को रद्द कर दी गई. सीएसआईआर-यूजीसी-नेट का एग्जाम 25 जून से होना था, लेकिन इसे टाल दिया गया है.
इजरायल ने अपने नागरिकों से कहा है कि मालदीव जाने के बजाए भारत की खूबसूरती का दीदार करने जाएं.
लक्षद्वीप (Lakshadweep) एक बार फिर से खबरों में आ गया है और वजह मालदीव (Maldives) ही है. हालांकि, फर्क यह है कि इस बार भारत और मालदीव में जुबानी जंग नहीं छिड़ी है. बल्कि पूरे मामले में इजरायल (Israel) की एंट्री हुई है. मालदीव और इजरायल की इस टशन से भारत को फायदा मिलना तय है. चलिए आपको विस्तार से समझाते हैं कि क्या हुआ है और क्यों इसका लाभ भारत की टूरिज्म इंडस्ट्री को मिल सकता है.
मालदीव ने उठाया ये कदम
मालदीव ने इजरायल के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए यह ऐलान किया है कि उसके नागरिक मालदीव में प्रवेश नहीं कर सकते. हाल ही में मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की तरफ से बताया गया था कि गाजा में इजरायली हमले के विरोध में मालदीव ने उसके नागरिकों की अपने देश में एंट्री बैन कर दी है. यानी इजरायल के लोग मालदीव की खूबसूरती का दीदार नहीं कर पाएंगे. अब इजरायल ने मालदीव को जवाब दिया है. और इस जवाब ने भारत के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी है, साथ ही पिछले साल सुर्खियों में रहे लक्षद्वीप को फिर से खबरों में ला दिया है.
इजरायल ने दिया ये जवाब
इजरायल ने अपने नागरिकों को मालदीव न जाने की सलाह देते हुए भारत के टूरिस्ट डेस्टिनेशन को प्रमोट किया है. भारत में इजरायली दूतावास ने अपने देश के लोगों से मालदीव की जगह भारत आने की अपील की है. दूतावास ने एक सोशल मीडिया में पोस्ट इजरायल के लोगों से कहा है कि वो भारत के खूबसूरत समुद्र तटों के दीदार करने के लिए भारत आएं. साथ ही दूतावास ने भारत के खूबसूरत समुद्र तट वाले पर्यटन स्थलों की एक सूची भी जारी की है, जिसमें पहले नंबर पर लक्षद्वीप का नाम है.
भारत के इन स्थलों का जिक्र
इजरायली दूतावास ने X पर लिखा है मालदीव ने अब इजरायलियों के आने पर बैन लगा दिया है. लिहाजा, नीचे कुछ खूबसूरत और अद्भुत भारतीय समुद्र तटों की जानकारी दी गई है, जहां इजरायली पर्यटकों का खुले दिल से स्वागत होता है और आदर-सत्कार दिया जाता है. दूतावास ने भारत के जिन खूबसूरत समुद्र तट वाले टूरिस्ट डेस्टिनेशन की तस्वीरें शेयर की हैं, उनमें सबसे पहले नंबर पर लक्षद्वीप है. इसके बाद गोवा, अंडमान- निकोबार द्वीप समूह और केरल के समुद्र तट शामिल हैं. भारत के मशहूर टूरिस्ट स्पॉट हैं, किसी भी मायने में मालदीव से कम नहीं हैं.
इस तरह मिलेगा हमें फायदा
मालदीव की इकॉनमी पूरी तरह से टूरिज्म पर निर्भर है. कुछ समय पहले तक वहां जाने वालों में सबसे ज्यादा संख्या भारतीयों की होती थी, लेकिन पिछले हुई घटना के बाद से भारतीयों ने इस देश से दूरी बना ली है. इजरायल के कुछ मंत्रियों ने लक्षद्वीप सहित भारत के टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर सवाल उठाये थे और PM मोदी को लेकर भी टिप्पणी की थी. एक रिपोर्ट के अनुसार, मालदीव में हर साल दस लाख से अधिक पर्यटक आते हैं, जिसमें इजरायली टूरिस्ट की संख्या करीब 15,000 होती है. इजरायल और मालदीव के ताजा विवाद का फायदा भारत को मिल सकता है. क्योंकि इजरायल में रहने वाले ही नहीं, दूसरे देशों में रहने वाले मुल्क के नागरिक भी अब मालदीव जाने के बजाए भारत का रुख करेंगे.
चार धाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं, ऐसे में आप भी तुरंत आसानी से अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. अब तक लाखों लोगों ने यात्रा के लिए अपना नाम दिया है.
देश में 10 मई से चारधाम की यात्रा शुरू होने वाली है. इस यात्रा को लेकर आम लोग काफी उत्साहित हैं. अगर आप भी चारधाम यात्रा के लिए टिकट बुक करना चाहते हैं तो IRCTC पर बुक कर सकते हैं. अभी तक करीब 18 लाख लोगों ने यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है. लोगों के उत्साह को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने वीआईपी लोगों से शुरुआती 15 दिनों के दौरान यात्रा पर नहीं आने का अनुरोध किया ताकि आम श्रद्धालुओं को दर्शनों में किसी तरह की परेशानी न हो. इसके साथ हि यात्रा के लिए हेलिकॉप्टर की सेवा दरें भी तय कर दी गई हैं.
इस लिंक पर करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन
चार धाम यात्रा 2024 के लिए श्रद्धालु पंजीकरण करा रहे हैं. यदि आपने अभी तक पंजीकरण नहीं कराया है तो registrationandtouristcare.uk.gov.in. पर जाकर कर सकते हैं. चारों धामों और हेमकुंड साहिब के लिए तीर्थयात्रियों का आंकड़ा 18,73,242 पहुंच गया है. यह आंकड़े 15 अप्रैल से 2 मई तक के हैं. सबसे ज्यादा 6,51,193 लोगों ने केदारनाथ धाम के लिए पंजीकरण कराया है. उत्तराखंड पर्यटन की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, तीर्थयात्री हवाई और सड़क मार्ग से अपनी यात्रा पूरी कर सकते हैं. कुछ भक्त दो की धाम यात्रा करना चुनते हैं, जिसमें केवल केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा शामिल है.
हवाई सेवाएं कैसे बुक करें?
हेलीकॉप्टर बुकिंग से पहले आपको registrationtouristcare.uk.gov.in पर जाकर यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा. इसके बाद आप हेली सेवा के लिए टिकट बुक कर सकते हैं. श्रद्धालु IRCTC हैली यात्रा वेबसाइट www.heliyatra.irctc.co.in के जरिए टिकट बुक कर सकते हैं. यहां विजिट करके श्रद्धालुओं को अपनी जानकारी देनी होगी, जिसमें अपना नाम, मोबाइल नंबर, ई मेल आईडी, राज्य का नाम भरकर पासवर्ड बनाएं और अकाउंट क्रिएट करें. इसके बाद लॉग इन करें और अन्य जानकारी भरें. अब यात्रा की तारीख और स्लॉट टाइम चुनें. आखिर में ओटीपी आएगा और इसके बाद आपको ऑनलाइन पेमेंट करना होगा. अंत में श्रद्धालुओं को अपना टिकट डाउनलोड करना होगा.
हेलीकाप्टर सेवा किराया
नागरिक उड्डयन विभाग गौचर से बद्रीनाथ तक एक तरफ का किराया 3,970 रुपये पर हेली-परिवहन सेवा शुरू कर रहा है. इन रुपयों में हेली उड़ानों की बुकिंग के लिए GST या IRCTC सुविधा शुल्क शामिल नहीं है, जिसका भुगतान अलग से करना होगा.
गोविंदघाट से गौचर: 3,970 रुपये
गौचर से गोविंदघाट: 3,960 रुपये
गौचर से बद्रीनाथ: 3,960 रुपये
बद्रीनाथ से गौचर: 3,960 रुपये
बद्रीनाथ से गोविंदघाट: 1,320 रुपये
गोविंदघाट से बद्रीनाथ: 1,320 रुपये
गोविंदघाट से घांघरिया: 2,780 रुपये
घांघरिया से गोविंदघाट: 2,780 रुपये
यात्रा के लिए हेल्पलाइन नंबर
चार धाम यात्रा और जीएमवीएन होटल बुकिंग से संबंधित किसी भी सवाल या समस्या के लिए, आप उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड से संपर्क कर सकते हैं. यह सुविधा सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक उपलब्ध रहेगी. आप 0135-2559898, 0135-2552628, 0135-2552627, 0135-2552626 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकते हैं.
इसके साथ ही उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के संबंध में कार्यालय संबंधी पूछताछ के लिए, आप उनसे इस नंबर (0135-2741600) पर संपर्क कर सकते हैं. सामान्य पूछताछ और ऑनलाइन प्रसाद सेवाओं के लिए आप यहां (+91-7302257116) कॉल करें. केदारनाथ मंदिर में तीर्थयात्रियों की सहायता के लिए ये नंबर (+91-8534001008), बद्रीनाथ मंदिर में तीर्थयात्रियों की सहायता के लिए संपर्क नंबर (+91-8979001008) और ऑनलाइन सेवाओं या अंतरराष्ट्रीय तीर्थयात्रियों की सहायता के लिए, आप यहां (+91-7060728843) कॉल कर सकते हैं.
भारत में पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों में कई ऐसी सुंदर डेस्टिनेशन हैं, जहां आप अपने फ्रैंड्स और फैमिली के साथ गर्मियों की छुट्टियां खूब एंजॉय कर सकते हैं.
गर्मियां शुरू होते ही लोग पहाड़ या किसी भी ठंडी जगह पर घूमने जाना पसंद करते हैं. अगर आप भी कहीं घूमने जाने की प्लानिंग कर रहे हैं और आपका बजट भी कम है, तो परेशान न हों. हम आपको कम बजट में देश की कुछ ऐसी बेस्ट डेस्टिनेशन की जानकारी देते हैं, जहां जाकर आपको बहुत ही अच्छा अनुभव होगा और आप बहुत एन्जॉए कर पाएंगे. तो चलिए हम आपको 5 हजार तक के बजट वाली इन जगहों की जानकारी देते हैं.
योग नगरी ऋषिकेश
बजट में घूमने फिरने के लिए उत्तराखंड राज्य स्थित ऋषिकेश बहुत अच्छी जगह है. इसे योग नगरी भी कहा जाता है. अध्यात्म और शांति प्रिय लोगों के लिए ऋषिकेश एक अच्छी डेस्टिनेशन है. बता दें कि इस शहर की प्रसिद्धि तब बढ़ी थी, जब 1960 में यहां दुनिया का मशहूर बीटल्स बैंड आया था. सबसे अच्छी बात है कि यहां रहना और खाना बहुत सस्ता है, इसलिए घुमने के शौकीन लोग शॉर्ट ट्रिप के लिए यहां आकर घूम सकते हैं. यहां स्वच्छ व निर्मल गंगा नदी के साथ आप कई मंदिरों के भी दर्शन कर सकते हैं. अगर आप यहां आना चाहते हैं, तो रहने और खाने के लिए आपको दिन के करीब 1500 रूपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से खर्च करने होंगे. यहां आप बस या ट्रेन से पहुंच सकते हैं.
झीलों का शहर उदयपुर
राजस्थान राज्य में स्थित उदयपुर भारत का सबसे आकर्षक शहर है. इसे झीलों का शहर कहा जाता है. यह शहर देशी से लेकर विदेशी लोगों का भी फेवरेट है. यहां आकर आप झीलों के पास बैठकर प्रकृति का आनंद ले सकते हैं. साथ ही बोटिंग भी कर सकते हैं. यहां कई पुराने पैलेस और महल हैं, जो पर्यटकों को स्टे का ऑप्शन देते हैं, लेकिन आप यहां कम बजट में होटल लेकर शेयरिंग डॉर्मिटरी बुक करके टेस्टी फूड का मजा भी ले सकते हैं. रहने से लेकर खाने तक का खर्च प्रति व्यक्ति कुल 700 से 1000 रुपये तक पड़ेगा. यहां पिछोला झील, सिटी पैलेस, एकलिंग मंदिर देखने लायक जगह है. यहां बस या ट्रेन से पहुंचा जा सकता है.
तवांग की प्राकृतिक सुंदरता आपको कर देगा आनंदित
अरूणांचल प्रदेश स्थित तवांग 5000 रुपये से कम के बजट में घूमने के लिए बेस्ट डेस्टिनेशन है. यहां कई सुंदर मठ हैं. दरअसल, दलाई लामा का जन्म यहां हुआ था, इसीलिए तवांग आध्यात्मिकता से जुड़ा एक प्राकृतिक सुंदरता को दर्शाता पर्यटन स्थल हैं. यहां आप सुंदर आर्किड अभयारण्य और टिपी ऑर्किड अभयारण्य घूम सकते हैं. यहां काफी सस्ते होटल रूम और अच्छा खाना बजट में मिल जाएगा. यहां पहुंचने के लिए का निकटतम प्रमुख रेलवे स्टेशन तेजपुर में स्थित रंगपारा रेलवे स्टेशन है.
हरियाली से घिरा पचमढ़ी
अभयारण्य मध्य प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन है. पचमढ़ी हिल स्टेशन पर आपको हरियाली ही हरियाली देखने को मिलेगी. पचमढ़ी की गुफाओं में शानदार नक्काशी, झरने देखने के लिए गर्मी का मौसम उपयुक्त है. यहां आप हाईकिंग और ट्रैकिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं. यहां घूमने और ठहरने के लिए बहुत अधिक खर्च भी नहीं आएगा. यहां 5 हजार रुपये के बजट में आपके रहने व खाने की व्यवस्था आराम से हो जाएगी. पचमढ़ी पहुंचने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन पिपरिया है. फ्लाइट से भोपाल या जबलपुर नजदीकी एयरपोर्ट है. वैसे पचमढ़ी तक अच्छी सड़क है, आप सड़क मार्ग से जाते हुए प्राकृतिक नजारों का आनंद उठा सकते हैं.
इसे भी पढ़ें-IPL2024 : रिटायरमेंट के बाद भी IPL में मचा रहे धूम, जानते हैं कितने दौलत हैं ये खिलाड़ी?
शांति और तिब्बती कल्चर के लिए प्रसिद्ध मैकलोडगंज
हिमाचल प्रदेश में घूमने के लिए मैकलोडगंज भी शानदार जगह है. धर्मशाला के पास स्थित मैकलोडगंज एक हिल स्टेशन है, जो ट्रेकर्स को अपनी ओर आकर्षित करता है. यहां आपको तिब्बती कल्चर देखने को मिलेगा। भारत में सबसे प्रसिद्ध और अहम मठ नामग्याल मठ और त्सुगलाखंग यहां स्थित हैं. ये जगह यात्रियों के लिए काफी सस्ती है. यहां भी आप 5 हजार के बजट के अंदर घूम सकते हैं. मैकलोडगंज के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन पठानकोट में है. वहां से टैक्सी लेकर मैकलोडगंज पहुंचा जा सकता है.
पीएम मोदी पर टिप्पणी के बाद से भारतीय पर्यटकों का मालदीव से मोह भंग हो गया है.
भारतीयों को नाराज करने की मालदीव (Maldives) बड़ी कीमत चुका रहा है. इंडियन टूरिस्ट के मुंह मोड़ने के चलते मालदीव की टूरिज्म इंडस्ट्री मुश्किलों में घिर गई है. मालदीव की मोहम्मद मुइज्जू सरकार को भी अब समझ आ गया है कि भारतीयों का ज्यादा दिनों तक नाराज रहना उसे बर्बाद कर देगा. इसलिए वह रूठे भारत को मनाने की कोशिश में जुट गई है. हाल ही में मालदीव एसोसिएशन ऑफ ट्रेवल एजेंट्स एंड टूर ऑपरेटर्स (MATATO) ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मालदीव में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर से मुलाकात की.
अब Road Show की तैयारी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मालदीव एसोसिएशन ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय उच्चायोग से सहयोग की इच्छा जताई है. एसोसिएशन मालदीव में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भारत के प्रमुख शहरों में एक व्यापक रोड शो शुरू करने की भी तैयारी कर रही है. दरअसल, MATATO की कोशिश है कि भारतीय पर्यटकों को मालदीव के बारे में ज्यादा से ज्यादा बताया जाए, उन्हें देश की खूबसूरती से परिचित कराया जाए, ताकि मालदीव आने वाले भारतीयों की संख्या में इजाफा हो सके. पिछले साल हुए विवाद से बाद से भारतीयों ने मालदीव से दूरी बनाई हुई है.
ये है मालदीव की चिंता की वजह
विवाद से पहले तक मालदीव पहुंचने वाले पर्यटकों में सबसे ज्यादा संख्या भारतीयों की रही है. यहां तक कि कोरोना के बाद जब मालदीव को पर्यटकों के लिए खोला गया, तो भारतीय ही सबसे ज्यादा वहां पहुंचे थे. हालांकि, विवाद के बाद से इसमें लगातार कमी आ रही है. मालदीव की मोहम्मद मुइज्जू सरकार के पर्यटन मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि भारतीय पर्यटकों की संख्या में 33 प्रतिशत की गिरावट आई है. पिछले साल यानी 2023 में 4 मार्च तक 41,054 भारतीय पर्यटकों ने मालदीव की यात्रा की थी. जबकि इस साल 2 मार्च तक मालदीव जाने वाले भारतीयों की संख्या केवल 27,224 रही. मालदीव की इकॉनमी में भारतीय पर्यटकों का 11% योगदान बताया जाता है. ऐसे में उनका लंबे समय तक नाराज रहना मालदीव की आर्थिक सेहत बिगाड़ सकता है.
बेकार हो गई सरकार की ये कोशिश
करीब 4 लाख की आबादी वाले मालदीव में धिवेही और इंग्लिश भाषा बोली जाती है. मालदीव जलवायु परिवर्तन का सामना कर रहा है. इसका कोई भी द्वीप समुद्र तल से छह फुट से अधिक ऊंचा नहीं है. इस देश की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर टिकी हुई है. 2023 में बड़ी संख्या में भारतीय मालदीप गए थे और उन्होंने 38 करोड़ डॉलर यानी करीब 3,152 करोड़ रुपए खर्च किए थे. भारत से विवाद के बीच पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए मालदीव ने हाल ही में अपने यहां घूमने का खर्चा भी आधा कर दिया था, लेकिन इसका खास फायदा नहीं मिला. इसलिए अब मालदीव भारत के शहरों में रोड शो करने जा रहा है.
ऐसे शुरू हुईं मालदीव की मुश्किलें
अब यह भी जान लेते हैं कि आखिर मालदीव भारत और भारतीयों को नाराज करने की स्थिति में कैसे पहुंचा. भारत और मालदीव के बीच तनाव की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद हुई. सोशल मीडिया पर लक्षद्वीप की मालदीव से तुलना मालदीव के तीन मंत्रियों को रास नहीं आई. उन्होंने भारत को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की और भारतीयों की दुश्मनी मोल ले बैठे. भारत की कड़ी प्रतिक्रिया के बाद भले ही इन तीनों मंत्रियों को हटा दिया गया हो, लेकिन मालदीव के प्रति लोगों का गुस्सा कम नहीं हुआ. सोशल मीडिया पर #BoycottMaldives ट्रेंड करने लगा. कई भारतीयों ने मालदीव की बुकिंग कैंसल कराकर उसका स्क्रीन शॉट सोशल माडिया पर शेयर किया. यहां से मालदीव की मुश्किलें शुरू हो गईं
भारतीय रेलवे समय-समय पर टूर पैकेज निकालता है, जिनका आनंद आप अपने पूरे परिवार के साथ ले सकते हैं. IRCTC के नए टूर पैकेज में आप दुनिया के स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर की यात्रा कर सकते हैं.
गर्मी में सभी लोग छुट्टी बिताने के लिए कहीं जाना चाहते हैं साथ ही गर्मी में सभी को ठंडी जगह जाने का मन करता है और सभी अपने जीवन में एक बार कश्मीर भी जाना चाहते हैं अगर आप भी इस गर्मी में जन्नत यानि कश्मीर जाने का मन बना रहे हैं तो आज हम आपको बताएंगे कि आप एकदम सस्ते में कश्मीर कैसे जा सकते हैं.
IRCTC लेकर आया शानदार पैकेज
भारतीय रेल एक बार फिर कुछ दिलचस्प पैकेज लेकर आई है, जिसके जरिए आप एक साथ कई जगह घूमने का प्लान बना सकते हैं. अक्सर जब ट्रिप प्लान करते हैं तो हम एक ही जगह घूमने की प्लानिंग करते हैं. लेकिन IRCTC के इस टूर पैकेज में आप एक ही पैकेज में आसपास की कुछ मजेदार जगह एक साथ घूम सकते हैं. इन टूर पैकेज में आपकी सिर्फ यात्रा ही नहीं बल्कि आपके होटल के कमरे, घूमने की कैब से लेकर आपके खाने तक जैसी सारी प्लानिंग होती है. यानी भारतीय रेलवे आपकी हर सुविधा का ध्यान रखती है.
पैकेज से देख पाएंगे खूबसूरत वादियां
आईआरसीटीसी पैकेज का नाम- जन्नत-ए-कश्मीर पूर्व लखनऊ
पैकेज में शामिल- एयर फेयर, बस, होटल, खाना, बीमा
टूर अवधि- ये टूर 5 रात और 6 दिन का होगा
यात्रा पहले दिन सुबह 7.20 बजे लखनऊ एयरपोर्ट से शुरू होगी.
टूर में शामिल- श्रीनगर, सोनमर्ग, पहलगाम, गुलमर्ग
क्या-क्या देख पाएंगे?
इस टूर में आपको सोनमर्ग की यात्रा कराई जाएगी, जहां सिंध नदी बहती है. गुलमर्ग ‘गुलमर्ग गोंडोला’ के लिए फेमस है जो दुनिया की सबसी ऊंची केबल कारों में से एक है. आप यहां खिलनमर्ग भी जा सकते हैं. इस यात्रा में आप केसर के खेत और अवंतीपुर खंडहर भी देख पाएंगे. शंकराचार्य मंदिर के दर्शन, डल झील के किनारे स्थित प्रसिद्ध हजरतबल तीर्थ जैसी चीजें आप देख पाएंगे.
कितना आएगा खर्च
पैकेज के किराए की बात करें तो इस टूर के लिए प्रति व्यक्ति आपको 53,750 रुपए भुगतान करना होगा. वहीं दो व्यक्तियों के लिए ये लागत प्रति व्यक्ति 48,300 रुपए होगी. अगर आपके साथ 5 से 11 साल का बच्चा है तो ये पैकेज आपको 39,900 रुपए में होगा. वहीं अगर आपका बच्चा बिना बिस्तर वाला है यानी 2 से 4 साल के बच्चे के साथ आपको इस पैकेज में प्रति व्यक्ति 27,500 रुपए भुगतान करना होगा.
ये भी देखें- Adani ने आखिर किसके लिए लिखा - इन आंखों की चमक के आगे सारी दौलत फीकी?
WhatsApp अपने करोड़ों यूजर्स के लिए एक खुशखबरी लेकर आया है. अब WhatsApp जल्द ही तीन से ज्यादा कॉन्टैक्ट्स को पिन करने की सुविधा देने जा रहा है.
देश-विदेश में करोड़ों की संख्या में वॉट्सऐप (WhatsApp) के यूजर्स हैं. वॉट्सऐप को लेकर हर किसी की अलग जरूरत होती है. कोई दोस्तों से बातचीत करने के लिए तो कोई आफिशियली भी इसका उपयोग करता है. ऐसे में अपने हर यूजर का खास ख्याल रखते हुए कंपनी लगातार नए अपडेट्स जारी करती रहती है. इसी कड़ी में कंपनी बहुत जल्द 3 से ज्यादा चैट्स को पिन करने की सुविधा लाने जा रही है. अगर आप भी वॉट्सऐप चैट को पिन करते हैं, तो ये आपके लिए बड़ी खुशखबरी है, क्योंकि अब आप ज्यादा चैट्स पिन कर पाएंगे. तो आइए हम आपको बताते हैं कि कैसे काम करेगा ये फीचर्स और किन्हें मिलेगी इसकी सुविधा-
इन यूजर्स को मिलेगी सुविधा
वॉट्सऐप पर चैट पिन करने को लेकर Wabetainfo की एक लेटेस्ट रिपोर्ट सामने आई है. इस रिपोर्ट के अनुसार वॉट्सऐप अपने एंड्रॉइड यूजर्स के लिए यह सुविधा लाने जा रहा है. Google Play Beta Program के साथ वॉट्सऐप 2.24.6.13 वर्जन अपडेट के साथ इस नए बदलाव को देखा जा रहा है. इस नए बदलाव को लेकर इस रिपोर्ट में एक स्क्रीनशॉट भी शेयर किया गया है. इस स्क्रीनशॉट में 3 से ज्यादा चैट्स को पिन करते हुए दिखाया गया है.
पिन फीचर से चैट्स ढूंढ़ने में नहीं होती परेशानी
वॉट्सऐप पर नए मैसेज के साथ चैट टॉप पर नजर आती हैं. कई बार वॉट्सऐप यूजर के लिए कुछ चैट्स बहुत जरूरी होती हैं, जो नए मैसेज के बीच चैट्स लिस्ट में कहीं नीचे पहुंच जाती हैं. इसके बाद यूजर्स को उन काम की चैट्स को खोजने में बहुत परेशानी होती है. इन चैट्स को टॉप पर रखने के लिए वॉट्सऐप पर यूजर्स को पिन फीचर मिलता है. पिन करने के साथ जरूरी चैट्स हमेशा टॉप पर नजर आती हैं.
इतनी वॉट्सऐप चैट्स हो सकेंगी पिन
वॉट्सऐप पर यूजर्स को अब तक केवल 3 ही चैट्स को पिन करने की सुविधा मिल रही है. लेकिन अब वॉट्सऐप जल्द ही तीन से अधिक चैट्स को पिन करने की सुविधा देने वाला है. इसके बाद यूजर्स अपनी जरूरत के आधार पर चैट्स को प्राथमिकता देते हुए उन्हें पिन कर सकेंगे. Wabetainfo की रिपोर्ट की मानें तो वॉट्सऐप पर बहुत जल्द यूजर्स को 5 चैट्स पिन करने का ऑप्शन मिल सकता है. हालांकि, कंपनी का यह फीचर फिलहाल डेवलपमेंट स्टेज पर है. कंपनी अपने यूजर्स के लिए फ्यूचर अपडेट के साथ फीचर पेश कर सकती है