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भारतीय AI इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए Reliance ने मिलाया Nvidia से हाथ!
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने चिप बनाने वाली कंपनी Nvidia के साथ मिलकर भारत को जनरेटिव AI एप्लीकेशन देने का फैसला किया है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 8 months ago
पिछले कुछ समय के दौरान भारत में टेक्नोलॉजी एवं इनोवेशन के क्षेत्र में काफी तेजी से वृद्धि हुई है. AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक लेकर जाने के लिए भारत में भी तैयारियां शुरु हो चुकी हैं. अब खबर आ रही है कि भारतीय AI क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक लेकर जाने के लिए मुकेश अंबानी की अध्यक्षता वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने चिप बनाने वाली जानी-मानी कंपनी Nvidia से हाथ मिला लिया है.
रिलायंस को मिलेगा Nvidia का सुपरचिप
एशिया के सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी की अध्यक्षता वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अमेरिका स्थित चिप बनाने वाली कंपनी Nvidia के साथ मिलकर भारत को एक ऐसा जनरेटिव AI एप्लीकेशन देने का फैसला किया है जो विभिन्न भारतीय भाषाओं पर आधारित होगा. Nvidia ने इस मौके पर एक बयान जारी कर कहा है कि वह भारत में AI इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के लिए रिलायंस के साथ काम करेगी. साथ ही Nvidia ने मीडिया को यह भी बताया है कि चिप निर्माता द्वारा रिलायंस को उसके GH200 ग्रेस हॉपर नामक सुपरचिप तक पहुंच भी प्रदान की जाएगी और इसके साथ ही DGX क्लाउड भी उपलब्ध करवाया जाएगा.
मुकेश अंबानी का वादा
Nvidia और रिलायंस द्वारा साझेदारी के मौके पर रिलायंस के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने कहा कि भारत धीरे-धीरे डाटा का प्रसार करने वाले देश से एक टेक्नोलॉजी बनाने वाले देश में बदलता जा रहा है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बेहतर विकास के लिए भारत जिस तरह टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है, Nvidia और रिलायंस की साझेदारी से उसे और मजबूती मिलेगी. ठीक उसी तरह जिस तरह रिलायंस जिओ की बदौलत देश के डिजिटल ट्रांस्फोर्मेशन को मदद मिली है. हाल ही में रिलायंस की 46वीं वार्षिक मीटिंग हुई थी और इस दौरान मुकेश अंबानी ने कहा था कि वह भारत में मौजूद हर एक घर के लिए AI लेकर आएंगे.
बनाए जाएंगे डाटा केंद्र
Nvidia द्वारा बनाए गए AI इंफ्रास्ट्रक्चर की मदद से रिलायंस AI एप्लीकेशन और सुविधाओं का निर्माण करेगा. Nvidia का कहना है कि AI इंफ्रास्ट्रक्चर की मदद से AI के लिए तैयार कंप्यूटिंग डाटा केन्द्रों का निर्माण किया जाएगा और आगे चलकर इनकी क्षमता को बढ़ाकर 2000 मेगावाट कर दिया जाएगा. साथ ही Nvidia ने यह भी बताया है कि इन डाटा केन्द्रों को लागू करने और इनकी देखभाल का जिम्मा जिओ का होगा. सूत्रों की मानें तो रिलायंस द्वारा विदेशी चिप निर्माता कंपनियों के साथ भी बातचीत की जा रही है और इस बातचीत का मुख्य उद्देश्य भारत में AI को बढ़ावा देना ही है.
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