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Bharat आ रहे Tesla के मालिक को एक और खुशी देने वाली है सरकार, दोगुना हो जाएगा मजा!
एलन मस्क टेस्ला के साथ ही अपनी कंपनी स्टारलिंक को भी भारत में एंट्री दिलवाना चाहते हैं.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 month ago
इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला (Tesla) के मालिक एलन मस्क (Elon Musk) भारत आने वाले हैं. अपनी इस यात्रा को लेकर मस्क काफी उत्साहित हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) से मिलने की चाहत रहते हैं. इस बीच, खबर है कि मोदी सरकार ने एलन मस्क को एक बड़ी खुशखबरी देने की तैयारी कर रखी है. एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि सरकार मस्क की कंपनी स्टारलिंक (Starlink) को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड, वॉयस और मैसेजिंग सर्विस के लिए अगले 10 दिन में लाइसेंस जारी कर सकती है.
तेजी हो गई है प्रक्रिया
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि एलन मस्क के भारत आने की घोषणा के बाद से स्टारलिंक को लाइसेंस देने की प्रक्रिया तेज हो गई है और अगले 10 दिनों में कंपनी लाइसेंस मिल सकता है. स्टारलिंक ने अक्टूबर 2022 में लाइसेंस के लिए आवेदन किया था. इस संबंध में सरकार और कंपनी के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है. माना जा रहा है कि सरकार अगले हफ्ते कंपनी को लेटर ऑफ इंटेंट जारी कर सकती है. यदि ऐसा होता है, तो यह मस्क के लिए दोहरी खुशी होगी. भारत की नई ईवी नीति उनके चेहरे पर पहले ही मुस्कान खिला चुकी है.
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जवाब से संतुष्ट है सरकार
स्टारलिंक को 3 महीने के लिए ट्रायल स्पेक्ट्रम मिलेगा और लाइसेंस मिलने के बाद कंपनी ग्राहकों से एडवांस बुकिंग ले सकती है. पिछले साल नवंबर में खबर आई थी कि स्टारलिंक ने डेटा स्टोरेज और ट्रांसफर नॉर्म्स पर जो रिस्पॉन्स दिया है, उससे केंद्र सरकार संतुष्ट है. सुरक्षा जांच के बाद, कंपनी को सर्विस देने के लिए ग्लोबल मोबाइल पर्सनल कम्युनिकेशन बाय सैटेलाइट सर्विसेज (GMPCS) लाइसेंस दिया जाएगा. स्टारलिंक सैटेलाइट बेस्ड इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर है. कंपनी हजारों छोटे सैटेलाइट की मदद से हाई स्पीड इंटरनेट सेवा प्रदान करती है.
इनसे होगा मुकाबला
स्टारलिंक SpaceX की सहायक कंपनी है. लाइसेंस मिलने के बाद वो भारत में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड, वॉयस और मैसेजिंग सर्विस उपलब्ध कराएगी. यदि स्टारलिंक को GMPCS लाइसेंस मिलता है, तो वो ऐसी तीसरी कंपनी बन जाएगी. इससे पहले, मुकेश अंबानी की रिलायंस Jio और भारती एयरटेल बैक्ड कंपनी वनवेब को सैटेलाइट सर्विसेज देने के लिए लाइसेंस मिल चुका है. स्टारलिंक दूर-दराज के इलाकों को सैटेलाइट के जरिए हाई स्पीड इंटरनेट से जोड़ती है. इसके लिए कंपनी की तरफ से किट उपलब्ध करवाई जाती है, जिसमें राउटर, पावर सप्लाई, केबल और माउंटिंग ट्राइपॉड दिया जाता है.
स्टारलिंक का दूसरा प्रयास
भारतीय बाजार में पैर जमाने के लिए स्टारलिंक का यह दूसरा प्रयास है. इससे पहले, उसने अपनी सर्विसेज के लिए आवेदकों से प्री-बुकिंग अमाउंट लेना शुरू कर दिया था, लेकिन DoT यानी Department of Telecommunications ने कंपनी से सर्विसेज देने के लिए रेगुलेटरी अप्रूवल लेने के लिए कहा था. इसके बाद बाद स्टारलिंक को सभी आवेदकों से लिया प्री-बुकिंग अमाउंट वापस करना पड़ा था.
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