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India vs Pakistan: क्या टीम इंडिया के क्रिकेटर्स को मोबाइल से बनानी चाहिए दूरी?
जानिए, रवि शास्त्री के बयान पर टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और वर्तमान में पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री मनोज तिवारी ने क्या कहा...
चंदन कुमार 1 year ago
नई दिल्ली: 28 अगस्त सभी क्रिकेट फैंस के लिए सबसे बड़ा दिन है, क्योंकि इसी दिन एशिया कप टी20 टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान के बीच कांटे की टक्कर होनी है. जब भी भारत और पाकिस्तान के बीच कोई मुकाबला होता है, तो रोमांच अपने चरम पर होता है. यह एक ऐसा मुकाबला होता है, जिसे भारत-पाकिस्तान के लोग ही नहीं, पूरी दुनिया के क्रिकेट फैंस भी मिस नहीं करना चाहते.
रवि शास्त्री की सलाह
इस मैच की टीआरपी इतनी ज्यादा होती है कि खिलाड़ियों पर स्वाभाविक रूप से ज्यादा दबाव बन जाता है. खिलाड़ियों को इससे बचने के लिए टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा कि कुछ दिन क्रिकेटर्स को मोबाइल से दूरी बना लेनी चाहिए. इस मामले पर टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री मनोज तिवारी की अलग राय है.
'मोबाइल से दूरी बना लेना सॉल्यूशन नहीं'
BW Hindi से बातचीत करते हुए मनोज तिवारी ने कहा, "खिलाड़ियों का मोबाइल से दूरी बना लेना कोई सॉल्यूशन नहीं है. सोशल मीडिया का जमाना है. उससे आप दूर नहीं रह सकते. जरूरी है कि आप मोबाइल का इस्तेमाल किस काम के लिए कर रहे हैं. कई खिलाड़ी तो खुद को रिलैक्स करने के लिए भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं."
खिलाड़ियों पर दबाव रहता है या नहीं?
उन्होंने कहा, "पाकिस्तान के खिलाफ टीम इंडिया के जो भी खिलाड़ी खेलने वाले हैं, वे सभी मैच्योर हैं. हम जो ये बातें करते हैं कि भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर खिलाड़ियों पर दबाव ज्यादा रहता है, वो गलत है. दबाव तो हर मैच के लिए रहता है, लेकिन वो मैच कंडीशन का रहता है. जैसे यदि बॉल स्विंग करने लगे तो उसका कैसे सामना करें. मैच की स्ट्रैटजी को लेकर प्रेशर होता है. इसके अलावा मैदान के बाहर जो भी बातें चल रही होती हैं, उसका दबाव इस बड़े मैच के खिलाड़ियों पर नहीं होता. सभी 10-12 साल से क्रिकेट खेल रहे हैं. उन्हें इस तरह का दबाव झेलने की आदत हो चुकी है."
'जरूरत से ज्यादा फोकस भी खतरनाक'
मनोज तिवारी ने आगे कहा, "सबकी अपनी-अपनी राय होती है. रवि शास्त्री बड़े कोच रह चुके हैं, लेकिन सीनियर खिलाड़ियों को मोबाइल देखने से नहीं रोका जा सकता. हां, ये सही है कि फोकस के लिए अनुशासन बहुत जरूरी है, लेकिन जरूरत से ज्यादा फोकस भी नुकसानदायक होता है. कई बार ऐसा भी होता है कि हम समय से पहले किसी चीज को लेकर इतना फोकस कर लेते हैं कि जब जरूरत होती है तब ध्यान भटक जाता है. जरूरत से ज्यादा फोकस भी खिलाड़ियों पर अतिरिक्त दबाव बनाता है. इसलिए इस बात से बचना चाहिए."
'खिलाड़ियों की बैट्री ऑटोमैटिक रिचार्ज हो जाती है'
पाकिस्तान के खिलाफ मैच के दौरान टीम इंडिया के खिलाड़ियों को सलाह देने के सवाल पर मनोज तिवारी ने कहा, "पाकिस्तान के खिलाफ मैच को लेकर किसी को कुछ बोलना नहीं पड़ता है. सभी खिलाड़ियों की बैट्री ऑटोमैटिक रिचार्ज हो जाती है. सभी खिलाड़ियों को मैच की अहमियत पता होती है. बस, सभी नेचुरल गेम खेलें और जीत तो हमारी ही पक्की है."
'मैच जीतते ही सारी गलतियां माफ हो जाती हैं'
इस मैच को लेकर फैंस के अतिउत्साह पर पूर्व क्रिकेटर और विधायक मनोज तिवारी ने कहा, "ये स्वाभाविक है. इसके पीछे एक बड़ा कारण दोनों देशों के बीच वर्तमान में जैसा संबंध है, वो भी है. भले ही, आप पूरे साल रन नहीं बना पाए हों, भले ही आप ज्यादा मैच नहीं जीत पाए हों, लेकिन यदि पाकिस्तान के खिलाफ मैच जीत जाते हैं तो फैंस सारी गलतियां भूल जाते हैं. आपको सिर आंखों पर बैठाते हैं. इसलिए इस मैच का महत्व सबसे ज्यादा होता है."
आपको बता दें कि मनोज तिवारी इन दिनों राजनीति में काफी व्यस्त हैं. बावजूद उन्होंने कहा, "पॉपकॉर्न खाते-खाते मैं ये मैच जरूर देखूंगा और हमारी टीम ही जीतेगी. टीम इंडिया को बेस्ट ऑफ लक."
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