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फुटबॉल प्रेमियों के लिए मंगल क्यों साबित हुआ अमंगल? जानें FIFA की कार्रवाई की पूरी कहानी
विश्व फुटबॉल संचालन संस्था FIFA ने भारतीय फुटबॉल महासंघ को सस्पेंड कर दिया है. इसका मतलब है कि भारत फिलहाल किसी अंतरराष्ट्रीय मैच में हिस्सा नहीं ले पाएगा.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
फुटबॉल प्रेमियों के लिए मंगलवार (16 अगस्त) का दिन बुरी खबर लेकर आया. एक ऐसी खबर जिसने सभी को चौंका दिया. विश्व फुटबॉल संचालन संस्था FIFA ने भारतीय फुटबॉल महासंघ को सस्पेंड कर दिया है. इसका मतलब है कि भारत फिलहाल किसी अंतरराष्ट्रीय मैच में हिस्सा नहीं ले पाएगा. इतना ही नहीं, इस फैसले का असर अंडर-17 महिला फुटबॉल वर्ल्डकप की मेजबानी पर भी पड़ा है. भारत के हाथों से मेजबानी छीन ली गई है.
थर्ड पार्टी का हवाला
FIFA ने इतना सख्त फैसला ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) में चल रहे घमासान के चलते लिया है. फीफा ने इस संबंध में कहा कि फीफा काउंसिल ने ऑल इंडिया फुटबॉल एसोसिएशन को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड करने का फैसला लिया है. क्योंकि इसमें थर्ड पार्टी का प्रभाव है, जो फीफा के नियमों का उल्लंघन है.
ये है विवाद का कारण
फीफा की इस कार्रवाई की वजह से इसी साल 11 से 30 अक्टूबर को भारत में फीफा का अंडर-17 महिला फुटबॉल विश्वकप अब नहीं होगा. उसे कहीं और शिफ्ट कर दिया जाएगा. यह सबकुछ ऑल इंडिया फुटबॉल एसोसिएशन (AIFF) में लंबे समय से चले आ रहे विवाद की वजह से हुआ है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल AIFF का अध्यक्ष बने रहना इस विवाद का प्रमुख कारण है.
पूरे किए 3 कार्यकाल
प्रफुल्ल पटेल 2009 से सुप्रीम कोर्ट के हटाए जाने तक इस पद पर काबिज रहे. AIFF के अध्यक्ष का कार्यकाल चार साल का होता है, इस हिसाब से देखा जाए तो प्रफुल्ल 3 कार्यकाल पूरे कर चुके हैं. FIFA कहता आया है कि AIFF में चुनाव कराए जाएं और नए तरीके से एसोसिएशन का गठन हो. ताकि फीफा और AIFF के संविधान के तहत आगे बढ़ा जा सके. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. इस विवाद से जुड़ा मामला सुप्रीम कोर्ट में भी चल रहा है, जिस पर केंद्र सरकार ने अब जल्द सुनवाई की मांग की है.
दबाव में आई कमेटी
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में एक कमेटी का गठन किया था, जिस पर AIFF में चुनाव करवाने, फीफा के निर्देशों पर अमल करवाने और फुटबॉल वर्ल्डकप से पहले सभी तैयारियों को पूरा करने की जिम्मेदारी थी. बताया जाता है कि फुटबॉल एसोसिशन की गुटबाजी और पहले से जमे अधिकारियों की मनमानी की वजह से कमेटी अपना काम नहीं कर सकी. सुप्रीम कोर्ट ने प्रफुल्ल पटेल को AIFF के अध्यक्ष पद से हटा दिया था, क्योंकि वह दिसंबर 2020 में होने वाले चुनावों को लगातार टालते रहे. इसके बाद Committee of Administrators (CoA) को भारतीय फुटबॉल को संभालने की जिम्मेदारी सौंपी गई. दरअसल FIFA फुटबॉल महासंघ में किसी तीसरे पक्ष का दखल नहीं चाहता. उसका कहना है कि जब तक AIFF की सभी शक्तियां सही प्रशासकों के हाथों में नहीं आ जातीं और बोर्ड के संविधान को सही तरीके से लागू किया जाता, तब तक AIFF का निलंबन जारी रहेगा.
क्या होगा असर?
इस कार्रवाई का मतलब है कि निलंबन की अवधि तक भारतीय टीमें कोई इंटरनेशनल मैच नहीं खेल पाएंगी. इसके अलावा भारत के फुटबॉल क्लब अलग-अलग देशों में होने वाली लीग का हिस्सा नहीं बन पाएंगे. इतना ही नहीं, दूसरी लीग की तरफ से खेलने वाले भारतीय फुटबॉलरों को अब यह मौका नहीं मिलेगा.
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