होम / एक्सप्लेनर / एक्सपर्ट्स से जानिए कैसे बनता है एक परफेक्ट ‘Prime-Time’ शो?
एक्सपर्ट्स से जानिए कैसे बनता है एक परफेक्ट ‘Prime-Time’ शो?
टेलीविजन ब्रॉडकास्टिंग से संबंधित समस्याओं पर विशेष रूप से चर्चा के लिए आज E4M द्वारा न्यूज नेक्स्ट कांफ्रेंस का आयोजन किया गया.
पवन कुमार मिश्रा 8 months ago
खबरों को लेकर हमारा नजरिया धीरे-धीरे बदल रहा है. जहां पहले इंटरव्यू और चर्चाओं को बहुत ही मन से देखा जाता था, वहीं अब पॉडकास्ट और प्राइम-टाइम शो (Prime Time) जनता के फेवरेट बनते जा रहे हैं. हम सभी ने टेलीविजन और अन्य साधनों पर न्यूज को बदलते देखा है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपके टेलीविजन पर आने वाला प्राइम-टाइम शो बनता कैसे है?
कैसे तैयार होता है प्राइम-टाइम शो?
देश की राजधानी दिल्ली में टेलीविजन ब्रॉडकास्टिंग से संबंधित समस्याओं को समझने एवं उनपर विशेष रूप से चर्चा के लिए आज E4M द्वारा न्यूज नेक्स्ट कांफ्रेंस का आयोजन किया गया था. इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता शाजिया इल्मी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि एक सुपरहिट प्राइम-टाइम शो के लिए आपको न्यूज रुम के अन्दर व बाहर दोनों सिरों पर तैयार रहना पड़ता है. इसके साथ ही आपको दिन भर की सबसे महत्त्वपूर्ण खबरों और कहानियों पर भी एक नजर दौड़ानी पड़ती है.
आपा खोने से बचना चाहिए
प्राइम-टाइम शो की चर्चा के दौरान आजकल कई दिलचस्प चीजें देखने को मिलती हैं. हमने कई बार देखा है कि चर्चा के दौरान कई बार प्रवक्ता अपना आपा भी खो बैठते हैं और कुछ ऐसा कह देते या कर देते हैं या जो राष्ट्रीय टेलीविजन पर नहीं होना चाहिए. ऐसे में चर्चा के दौरान अपना आपा न खोना बहुत ही ज्यादा जरूरी हो जाता है. यह बहुत जरूरी हो जाता है कि हम शांति बनाए रखें. इस विषय पर बात करते हुए CNN-News 18 के विशेष प्रोजेक्टों के एडिटर आनंद भास्करन कहते हैं कि सबसे पहले देश आता है, और जब भी आप देश के लिए कुछ करते हैं तो वह सही ही होता है और गलत का सवाल ही खत्म हो जाता है. इसके साथ ही आनंद ने यह भी बताया कि अपना आपा न खोने के लिए बेहद जरूरी है कि हम मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ हों.
प्रवक्ता कैसे होते हैं तैयार?
प्राइम-टाइम शो के सुपरहिट होने के पीछे एक प्रमुख कारण है प्रवक्ता. प्राइम-टाइम शो से पहले एक प्रवक्ता खुद को किस तरह तैयार करता है यह बताते हुए सामाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता कहते हैं कि कोई भी प्रवक्ता एंकर के अनुसार ही अपनी तैयारी करता है. इसके साथ ही अनुराग भदौरिया ने यह भी कहा कि आजकल कि चर्चाओं में बोलने का मौका सही से नहीं मिल पाता और इसीलिए प्रवक्ता सही से अपनी बात नहीं रख पाते हैं.
यह भी पढ़ें: राजदीप सरदेसाई से समझें क्या है TV Journalism की तीन ‘C’ वाली समस्या?
टैग्स