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Yogi 2.0: 'बुल्डोजर बाबा' की छवि से इस तरह सुधर रही यूपी की आर्थिक सेहत

उत्तर प्रदेश का पूरा सरकारी महकमा ग्रोथ की अप्रोच के साथ काम कर रहा है. अधिकारी देश-विदेश में घूम-घूमकर निवेश लाने जा रहे हैं और सफल भी हो रहे हैं. क्योंकि अब उनके पास बताने के लिए काफी कुछ है.

नीरज नैयर 1 year ago

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा कर लिया है. इस साल में उनके नाम कई उपलब्धियां हैं. साथ ही अनगिनत चुनौतियां भी, जिनका सामना उन्हें आगे करना है. योगी को 'बुल्डोजर बाबा' जैसे नामों से बुलाया जाता है. इसकी वजह है अपराधियों के खिलाफ उनकी जीरो-टॉलरेंस नीति. इस वर्ष पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में 21 अपराधी मारे गए हैं. माफियाओं की 1849 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त व ध्वस्त की गई है.

यूपी का मामला अलग
योगी की इस इमेज पर विपक्ष लगातार सवाल उठाता रहा है. उसका कहना है कि CM की छवि बुल्डोजर जैसी 'सख्त' नहीं होनी चाहिए. उन्हें अपराध के साथ-साथ आर्थिक सुधारों पर भी फोकस करना चाहिए. विपक्ष को अपराधियों से निपटने की यूपी पुलिस की रणनीति पर भी एतराज है. उसे लगता है कि एनकाउंटर समस्या का हल नहीं है. इसमें कोई दोराय नहीं कि देश एनकाउंटर वाली व्यवस्था से काफी आगे निकल आया है और अब 'गोली' के बजाए 'बोली' से काम निकाले जाने लगे हैं. लेकिन यूपी का मामला थोड़ा अलग है.

जरूरी है खौफ पैदा करना
बाहुबलियों का गढ़ रहे यूपी में अपराध और सियासत का गठजोड़ काफी पुराना है. खादी की छत्रछाया में यहां अपराधियों के हौसले बुलंद होते रहे और खाकी सरेंडर की स्थिति में पहुंच गई. जिस तरह जमीन को उपजाऊ बनाने के लिए उसे जोतना जरूरी हो जाता है, वैसे ही यूपी में अंदर तक समा चुके अपराध और अपराधियों को खत्म करने के लिए ऑपरेशन क्लीन जरूरी था और योगी ने यही किया है. एनकाउंटर या बुल्डोजर की कार्रवाई से खौफ का माहौल है...और होना भी चाहिए, यही तो योगी सरकार का उद्देश्य है. अपराधियों में खौफ नहीं होगा, तो अपराध कैसे कम होंगे.

निवेश को उत्साहित कारोबारी
योगी की 'बुल्डोजर बाबा' की छवि से क्या यूपी को केवल एक ही मोर्चे पर फायदा हो रहा है? कहने का मतलब है कि प्रदेश में केवल अपराध का ग्राफ कम हो रहा है और कोई दूसरा फायदा नहीं मिल रहा? इसका जवाब, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट हमें दे चुकी है. यूपी में निवेश को लेकर उत्साहित कारोबारी इसका जवाब दे रहे हैं. योगी 1.0 में 4 लाख करोड़ के AMU हुए थे, जो इस बार 35 लाख करोड़ के पार पहुंच गए हैं. देशी-विदेशी कई कंपनियों ने प्रदेश में निवेश को लेकर दिलचस्पी दिखाई है. यूपी को इन्वेस्टमेंट के लिहाज से बेहतरीन जगह बताया जा रहा है. कुछ साल पहले के यूपी में निवेशक पैर रखने में भी घबराते थे, लेकिन आज वह खुलकर चहलकदमी कर रहे हैं. यह मुमकिन हो सका है 'बुल्डोजर बाबा' की छवि से. अपराध और अपराधियों से भरे प्रदेश में कौन निवेश करना चाहेगा? योगी ने इस बात को समझा और उसी अनुरूप रणनीति को अमल में लाया. लिहाजा, 'बुल्डोजर बाबा' की छवि प्रदेश के आर्थिक विकास के लिए भी जरूरी है. 

बताने के लिए बहुत कुछ
योगी राज में उत्तर प्रदेश का पूरा सरकारी महकमा ग्रोथ की अप्रोच के साथ काम कर रहा है. अधिकारी देश-विदेश में घूम-घूमकर निवेश लाने जा रहे हैं और सफल भी हो रहे हैं. क्योंकि अब उनके पास बताने के लिए काफी कुछ है. यूपी में इन्फ्रास्ट्रक्चर पर काम हुआ है और तेजी से हुआ है. यूपी देश के 38% एक्सप्रेसवे का घर है. एयर, रोड और वॉटर हर माध्यम से यहां कनेक्टिविटी बेहतर हुई है. कई हवाईअड्डों का निर्माण किया जा रहा है. अगले कुछ सालों में यूपी में 18 घरेलू और 5 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हो जाएंगे. योगी सरकार प्रदेश में बिजनेस करना आसान बना रही है. इज ऑफ डूइंग बिजनेस में यूपी लगातार छलांग लगा रहा है. 2017 में उसकी रैंकिंग 12 थी और आज दूसरे नंबर पर पहुंच गया है. प्रदेश सरकार ने व्यवसाय करने के लिए जरूरी 3500 से ज्यादा कंप्लायंस को कम किया है. सरकार की लगभग 400 सेवाएं सिंगल विंडो पर उपलब्ध हैं.

विकास, रोजगार और इन्फ्रास्ट्रक्चर
योगी 2.0 विकास, रोजगार और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर केंद्रित है. योगी प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाना चाहते हैं. इसके लिए प्रदेश को तेजी से विकास करना होगा और इसलिए बेहतर कानून व्यवस्था जरूरी है. बेहतर कानून व्यवस्था के लिए अपराधियों में खौफ जरूरी है, जो योगी सरकार लगातार पैदा कर रही है. लिहाजा, उत्तर प्रदेश के आर्थिक विकास के लिए योगी की 'बुल्डोजर बाबा' वाली छवि जरूरी है.


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