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आपके इंटरनेट को मिलेगी सुपर रफ्तार, भारत में ये कंपनी एंट्री को तैयार
इस इंटरनेट सेवा कंपनी से टेलीकॉम उद्योग में एक बड़ा बदलाव लाएगा. यह ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट कनेक्टिविटी में सुधार कर सकता है, कीमतों को कम कर सकता है और सेवाओं को बेहतर बना सकता है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 month ago
भारतीय को अभी जो इंटरनेट सेवा मिल रही है जल्द ही उससे भी अधिक हाईस्पीड इंटरनेट की सुविधा मिलने जा रही है, क्योंकि टेस्ला के सीईओ एलन मस्क की सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस स्टारलिंक को टेलिकॉम मिनिस्ट्री से प्रिंसिपल अप्रूवल मिल चुका है. इंडियन यूजर्स को इसका काफी समय से इंतजार था, जिसके बाद अब फाइनली स्टारलिंक की भारत में एंट्री हो सकती है. एक रिपोर्ट में बताया गया है कि स्टारलिंक की फाइल अभी कम्युनिकेशन मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव के पास है. अश्विनी वैष्णव सुरक्षा से जुड़े कुछ मुद्दों पर गृह मंत्रालय से फाइनल अप्रूवल का इंतजार कर रहे हैं. Starlink कंपनी कई देशों में हाईस्पीड, लो-इंटेसी ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराती है.
स्टारलिंक का भारत में प्रभाव!
स्टारलिंक के भारत आने से देश में इंटरनेट कनेक्टिविटी और प्रतिस्पर्धा में बड़ा बदलाव आने की संभावना है. स्टारलिंक उन दूरदराज के इलाकों में भी हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचा सकता है जहां अभी भी टेलीकॉम कंपनियों की पहुंच नहीं है. इससे ग्रामीण भारत को डिजिटल क्रांति से जोड़ने में मदद मिलेगी. Star link के आने से इंटरनेट सेवाओं की कीमतों में कमी आ सकती है. जियो और एयरटेल जैसी कंपनियों को प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए अपनी कीमतों को कम करना होगा. Star link के आने से टेलीकॉम कंपनियों को अपनी सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा. ग्राहकों को बेहतर स्पीड, कम डेटा ड्रॉप और अधिक विश्वसनीय कनेक्टिविटी मिल सकती है.
2022 से स्टारलिंक कर रहा है कोशिश
मस्क ने पहले भी भारत में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सेवा शुरू करने का प्रयास किया था. नवीनतम प्रयास नवंबर 2022 में किया गया था, जब स्टारलिंक ने जीएमपीसीएस लाइसेंस (GMPCS License) के लिए आवेदन किया था. हालांकि, उचित लाइसेंस के बिना पूर्व-आदेशों पर सरकार के साथ असहमति के कारण देश में नियोजित उपग्रह संचार सेवा परीक्षणों को रद्द कर दिया गया. सरकार ने पिछले साल दिसंबर में दूरसंचार विधेयक 2023 पारित किया था, जो नीलामी में भाग लेने की जरूरत के बिना उपग्रह-आधारित सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम आवंटन की अनुमति देता है. यह कदम वनवेब, मस्क के स्टारलिंक और अमेजन के कुइपर जैसी कंपनियों के पक्ष में है.
भारत यात्रा पर आने वाले हैं एलन मस्क
एलन मस्क पहली भारत यात्रा पर आ रहे हैं. वह पीएम मोदी से भी मिलेंगे. वह अपनी दो कंपनियों इलेक्ट्रिक कारें बनाने वाली टेस्ला और सैटलाइट इंटरनेट कंपनी स्टारलिंक का काम भारत में शुरू करना चाहते हैं. कयास लग रहे हैं कि मस्क भारत में 2 से 3 बिलियन डॉलर के इन्वेस्टमेंट की बात कर सकते हैं.
क्या है एलन मस्क की यात्रा का मकसद?
टेस्ला की सेल में गिरावट दर्ज की गई है. सालाना कमाई भी पिछले दो साल से घटी है. इसकी वजह ये है कि उसे चीनी और यूरोपियन कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है. टेस्ला भारत आती है तो उसे नया कंस्यूमर बेस मिलेगा. इसके अलावा स्पेस X सस्ती दरों पर स्पेस में सैटलाइट भेजने का काम करती है. 2023 में इंडियन स्पेस पॉलिसी आई. सरकार ने इस सेक्टर में एफडीआई नियमों को भी आसान बनाया है. ऐसे में भारत में स्पेस एक्स की एंट्री के रास्ते में भी कोई बड़ी अड़चन नहीं है.
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