होम / बिजनेस / अब इस कारोबार में उतरा आदित्य बिड़ला समूह, आपके घर को नया बनाने की ये है तैयारी
अब इस कारोबार में उतरा आदित्य बिड़ला समूह, आपके घर को नया बनाने की ये है तैयारी
कंपनी 145 से ज्यादा प्रोडक्ट के साथ बाजार में उतर रही है. कंपनी ने जुलाई तक 1 लाख लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 2 months ago
टेलीकॉम, इंश्योरेंस से लेकर दूसरे कई कारोबार को चलाने वाला आदित्य बिडला समूह की कंपनी ग्रासिम अब पेंट बनाने के कारोबार में उतर गई है. कंपनी ने गुरुवार को जब इसकी शुरुआत की तो इस क्षेत्र में अपनी पूरी तैयारियों को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि इस जुलाई तक वो तीन और प्लांट शुरू कर देगी. कंपनी ने पहला प्लांट हरियाणा के पानीपत में शुरू किया है. कंपनी के चेयरमैन का कहना है कि अगले तीन साल में उनका कारोबार फायदे में आ जाएगा.
उद्घाटन पर क्या बोले आदित्य बिडला?
पानीपत में पहली फैक्ट्री का उद्घाटन करने के बाद समूह के चेयरमैन आदित्य बिड़ला ने कहा कि अगले 3 साल में उनकी ये कंपनी मुनाफे में आ जाएगी. उन्होंने ये भी कहा कि 3 साल बाद कंपनी की आय 10 हजार करोड़ को पार कर लेगी. Grasim ने इस पेंट ब्रैंड का नाम Birla Opus रखा है. उन्होंने ये भी कहा कि जुलाई तक कंपनी 1 लाख लोगों तक अपनी पहुंच बना लेगी. कंपनी हर शहर तक पहुंचने के लिए 120 डिपो बनाएगी, जिससे छोटे से छोटे शहर तक पहुंचा जा सके.
कंपनी ऐसे बढ़ाएगी प्रोडक्शन
कंपनी अपने प्रोडक्शन को बढ़ाने के लिए तीन प्लांट खोलने की तैयारी कर रही है. जबकि 2025 की पहली तिमाही तक कंपनी चौथे प्लांट को और आगे एक और प्लांट को शुरू करने की योजना बना रही है. आज कंपनी ने पानीपत और लुधियाना में अपना प्लांट शुरू किया है. Birla Opus के पास 145 ब्रैंड हैं. कंपनी के इस ब्रैंड के तहत इंटीरियर, एक्सटीरियर, वॉटरप्रुफिंग, इनेमल पेंट, वुडन फिनिश और वॉलपेपर जैसी कैटेगिरी के प्रोडक्ट लेकर आने की तैयारी कर रही है.
कंपनी ने ये की है तैयारी
आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी ने इस कारोबार के लिए 10 हजार करोड़ रुपये के कैपेक्स की योजना बनाई है. इस योजना के तहत वो इस पर 6000 करोड़ रुपये खर्च करेगी. Grasim ने अपने लिए लक्ष्य रखा है कि वो अगले 5 साल में नंबर 2 प्लेयर बनकर उभरे. जब कंपनी के सभी 6 प्लांट काम करने लगेंगे उस दिन उसकी क्षमता 1332 मिलियन लीटर हो जाएगी. पेंट इंडस्ट्री मौजूदा समय में 60000 करोड़ रुपये की है जबकि आने वाले पांच साल में इसके 1 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है.
ये भी पढ़ें: क्या आसान होने वाले हैं KYC के नियम? बदल सकती है पूरी प्रक्रिया
टैग्स