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G20 Summit: भारत, अमेरिका और सऊदी अरब के बीच हो सकती है ये महत्त्वपूर्ण रेल डील!
दिल्ली में आयोजित की गई G20 Summit के दौरान इस मामले में UAE और यूरोप को भी शामिल किया जा सकता है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 8 months ago
देश की राजधानी दिल्ली में आज G20 समिट (G20 Summit) का आयोजन किया गया है और इस दौरान भारत और अन्य राष्ट्रों के बीच बहुत से मुद्दों को लेकर अहम बातचीत जारी है. इसी बीच G20 समिट से एक बहुत बड़ी खबर सामने आ रही है. माना जा रहा है कि मिडल ईस्टर्न देशों को रेलवे के माध्यम से आपस में जोड़ने और भारत को बंदरगाहों के माध्यम से जोड़ने के लिए अमेरिका, सऊदी अरब और बहुत से अन्य राष्ट्रों के बीच महत्त्वपूर्ण बातचीत जारी है. माना जा रहा है कि यह रेलवे लाइन दक्षिणी एशिया और गल्फ देशों (Gulf Countries) के बीच होने वाले व्यापार में बड़ा बदलाव ला सकती है.
यूरोप और अन्य देश भी होंगे शामिल?
मामले से जुड़े कुछ अमेरिकी अधिकारियों ने इस विषय में मीडिया से बातचीत की है और बताया है कि इस मामले में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और यूरोप को भी शामिल किया जा सकता है. साथ ही अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि यह जरूरी नहीं है कि दिल्ली में आयोजित G20 समिट (G20 Summit) के दौरान ही सभी देश इस मामले को लेकर किसी निष्कर्ष पर पहुंचेंगे. इसके साथ ही 9 एवं 10 सितंबर को आयोजित होने वाली G20 समिट (G20 Summit) बैठकों के दौरान अन्य महत्त्वपूर्ण मुद्दों को लेकर भी सभी देशों के बीच बातचीत जारी रहेगी.
बातचीत है जारी पर कुछ नहीं है तय
आपको बता दें कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडोनेशिया से वापसी के बाद रात में 7 बजे के आस-पास अपने आवास स्थल पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) के साथ मुलाकात करेंगे. साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति सऊदी के राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान से भी मुलाकात करेंगे. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इंफ्रास्ट्रक्चर से संबंधित ये मुद्दे पिछले काफी लंबे समय से अमेरिका, भारत और सऊदी अरब के बीच बातचीत का हिस्सा बने हुए हैं. मामले से जुड़े सूत्रों की मानें तो इसके बावजूद भी इस G20 समिट (G20 Summit)के दौरान इन मुद्दों को लेकर सभी देश एक मत पर नहीं पहुंच सकते.
डील से क्या होगा फायदा?
आपको बता दें कि बंदरगाहों और रेलवे से संबंधित इस डील को चीन के बेल्ट एवं सड़क ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर के मुकाबले के रूप में देखा जा रहा है. इस मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति G20 समिट (G20 Summit) के दौरान वाशिंगटन को एक वैकल्पिक पार्टनर और इन्वेस्टर के रूप में पेश कर सकते हैं. मामले से जुड़े अधिकारियों की मानें तो इस इंफ्रास्ट्रक्चर डील की बदौलत शिपिंग में लगने वाली लागत, समय और डीजल के इस्तेमाल में बभी कमी होगी और साथ ही देशों के बीच व्यापार ज्यादा आसान, तेज एवं सस्ता हो पाएगा.
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