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खरीदना चाहते हैं सोना-चांदी, क्या ये है सही समय?
US डॉलर की कीमतों में रफ्तार की वजह से सोने और चांदी के दामों पर दबाव दखने को मिल रहा है. डॉलर ने सूचकांक पर 105 लेवल हासिल कर लिए थे और आज भी यह मजबूती से ट्रेड कर रहा है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
पिछले तीन महीनों के दौरान US डॉलर के रेट में दर्ज की गयी सबसे अधिक बढ़त के चलते MCX (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर सोने के दामों में गिरावट देखने को मिली है. अब तक सोने की कीमतों का अधिकतम स्तर 58,847 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज किया गया है. अपने अधिकतम स्तर में लगभग 4000 रुपये की गिरावट दर्ज करते हुए सोने के दाम अब 55000 रुपये प्रति 10 ग्राम से भी नीचे जा पहुंचे हैं. अगर चांदी के दामों की बात करें तो आज धीमी शुरुआत के बाद चांदी के दाम अब तक के अपने अधिकतम स्तर 77,949 रुपये प्रति किलो से 16,500 रूपये गिरकर, 61,580 रुपये प्रति किलो की कीमत के स्तर तक पहुंच गए.
अभी और गिर सकते हैं सोने के दाम
अगर स्टॉक मार्केट के एक्सपर्ट्स की मानें तो US डॉलर की कीमतों में रफ्तार आने की वजह से आज सोने और चांदी के दाम दबाव में दखने को मिल रहे हैं. कल डॉलर ने सूचकांक पर 105 लेवल हासिल कर लिए थे और आज यह 105 लेवल से ऊपर ट्रेंड कर रहा है जिसकी वजह से सोना, चांदी जैसे अन्य एसेट्स प्रॉफिट कमाने के दबाव तले दब गए हैं. जहां अंतरराष्ट्रिय स्पॉट मार्केट में सोने की कीमत 1810$ प्रति आउंस है वहीँ MCX पर यह अभी 54,500 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर स्थिर बना हुआ है. एक्सपर्ट्स ने दावा किया है कि अभी अंतरराष्ट्रीय मार्किट में सोने के दामों में और कमी देखने को मिल सकती है और यह 1790$ या 1760$ प्रति आउंस तक भी जा सकते हैं जबकि MCX पर सोने के दाम 54,000 या फिर 53,800 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर तक की गिरावट दर्ज कर सकते हैं.
क्या है एक्सपर्ट्स की राय?
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एक्सपर्ट्स का कहना है कि जहां MCX पर चांदी के दाम 61,000 रुपये प्रति किलो की सपोर्ट कीमतों और 58,000 रुपये प्रति किलो की कीमतों तक जा पहुंचे हैं, वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी की सपोर्ट कीमत 19.50$ और 18.80$ प्रति आउंस के स्तर पर दर्ज की गयी है. साथ ही एक्सपर्ट्स का मानना है कि सोना और चांदी दोनों ही इस वक्त अपनी सपोर्ट कीमतों पर स्थिर हैं और इनकी वर्तमान कीमतों में किसी भी प्रकार की वृद्धि को एक अच्छे संकेत के रूप में देखा जाएगा और सोना एवं चांदी की कीमतों पर तब तक दबाव बना रहेगा जब तक US फेडरल की FOMC की मीटिंग के नतीजों को सार्वजनिक नहीं कर दिया जाता.
सोना और चांदी के दामों पर बना रहेगा दबाव
IIFL सिक्योरिटीज में रिसर्च विभाग के वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता सोने और चांदी के दामों में गिरावट के कारणों के बारे में बात करते हुए कहते हैं कि, 21 या 22 मार्च को होने वाली US फेडरल की FOMC मीटिंग के मद्देनजर US डॉलर के रेट्स में मजबूती देखने को मिली है जिसकी वजह से सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है. डॉलर इंडेक्स ने फिर से 105 लेवल्स को हासिल किया है और अभी भी पूरी मजबूती के साथ डॉलर 105 लेवल से ऊपर स्थिर बना हुआ है जिसकी वजह अधिकतर एसेट्स जैसे सोना, चांदी, की कीमतों पर दबाव देखने को मिल रहा है. साथ ही, इन्वेस्टर्स अपने पैसों को इन दुसरे एसेट्स से निकालकर US डॉलर में लगा रहे हैं और यह भी इन एसेट्स की कीमतों पर दबाव का एक प्रमुख कारण बना हुआ है.
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