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देश के Forex Reserves में जारी गिरावट रुकी, हुई रिकॉर्ड-तोड़ बढ़त!
फॉरेक्स रिजर्व्स में लगातार गिरावट देखने को मिल रही थी और एक महीने में फॉरेक्स रिजर्व्स में हुई अब तक की यह सबसे बड़ी वृद्धि है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 10 months ago
इस वक्त ग्लोबल इकॉनमी में अनिश्चितताएं बनी हुई हैं और अमेरिका और यूरोप जैसे देशों में बैंकिंग संकट की वजह से वित्तीय संस्थानों पर भी दबाव पड़ता नजर आ रहा है. हालांकि भारतीय इकॉनमी पर इन सभी संकटों का कुछ खास असर देखने को नहीं मिल रहा है लेकिन ग्लोबल इकॉनमी की सुस्त रफ्तार का असर भारतीय इकॉनमी के कुछ पहलुओं पर देखने को मिल रहा है. ऐसा ही एक पहलू फॉरेक्स रिजर्व्स (Foreign Exchange Reserves) भी हैं, जिनमें पिछले कुछ समय से लगातार गिरावट देखने को मिल रही थी लेकिन अब भारत के फॉरेक्स रिजर्व्स में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिली है.
देश के फॉरेक्स रिजर्व्स में हुई बढ़ोत्तरी
भारत के केंद्रीय बैंक RBI (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) ने हाल ही में जानकारी देते हुए बताया कि देश के फॉरेक्स रिजर्व्स 5.929 बिलियन डॉलर्स से बढ़कर 595.067 बिलियन डॉलर्स पर पहुंच गए हैं. एक महीने के दौरान देश के फॉरेक्स रिजर्व्स में हुई अब तक की यह सबसे बड़ी वृद्धि है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत के फॉरेक्स रिजर्व्स में पिछले 2 हफ्तों से लगातार गिरावट देखने को मिल रही थी. पिछले दो हफ्तों के दौरान रिजर्व्स में 4.34 बिलियन डॉलर्स की गिरावट दर्ज की गई थी जिसके बाद देश के फॉरेक्स रिजर्व्स का आंकड़ा 589.14 बिलियन डॉलर्स पर पहुंच गया था.
फॉरेन करेंसी एसेट्स में भी हुई वृद्धि
अक्टूबर 2021 में देश के फॉरेक्स रिजर्व्स अब तक के अपने सर्वश्रेष्ठ स्तर यानी 645 बिलियन डॉलर्स पर दर्ज किए गए थे. इस वक्त ग्लोबल स्तर पर बहुत सी ऐसी घटनाएं हो रही हैं जिनकी वजह से देश के फॉरेक्स रिजर्व्स में गिरावट देखने को मिल रही थी और रूपए को इससे बचाने के लिए RBI द्वारा अपने फंड्स का इस्तेमाल किया जा रहा था. RBI द्वारा उपलब्ध करवाए गए डाटा की मानें तो फॉरेक्स रिजर्व्स का अत्यंत महत्त्वपूर्ण हिस्सा, फॉरेन करेंसी एसेट्स में 5.27 बिलियन डॉलर्स की बढ़त दर्ज की गई, जिसके बाद यह 526.201 बिलियन पर पहुंच गया.
सोने के भंडारों में भी हुई वृद्धि
फॉरेक्स रिजर्व्स में मौजूद यूरो, पाउंड, और येन जैसी गैर अमेरिकी करेंसियों को फॉरेन करेंसी एसेट्स में शामिल किया जाता है और इन्हें डॉलर में गिना जाता है. RBI की मानें तो देश के सोने के भंडारों में भी 655 मिलियन डॉलर्स की बढ़ोत्तरी देखने को मिली है जिसके बाद यह 45,557 बिलियन डॉलर्स पर पहुंच गए हैं. एपेक्स बैंक द्वारा प्रदान की गई जानकारी की मानें तो SDRs (स्पेशल ड्राइंग राइट्स) में 6 मिलियन डॉलर्स की कमी देखने को मिली है जिसके बाद यह 18.186 बिलियन डॉलर्स पर पहुंच गया है.
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