होम / बिजनेस / Sharekhan में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचेगा ये बैंक, जानिए क्या है वजह?
Sharekhan में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचेगा ये बैंक, जानिए क्या है वजह?
BNP ने शेयरखान में 2015 में 100% की हिस्सेदारी खरीद ली थी और इसके लिए उसने 2200 करोड़ रुपयों की कीमत अदा की थी.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 8 months ago
Palak Shah, The writer is author of the book: The Market Mafia - Chronicle of India’s High-Tech Stock Market Scandal & The Cabal That Went Scot-Free.
सूत्रों के हवाले के खबर आ रही है कि BNP परिबास (BNP Paribas) एक प्रमुख यूरोपीय बैंक है और यह बैंक मुंबई स्थित रिटेल इक्विटी ब्रोकरेज फर्म शेयरखान (Sharekhan) में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने के बारे में विचार कर रहा है. BNP इस वक्त कुछ ऑनलाइन वित्तीय सेवाओं, कंपनियों और बैंकों से बात कर रहा है, जो रिटेल ब्रोकरेज को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करने की चाहत रखते हों. अगर मार्केट की स्थिति को देखते हुए अंदाजा लगाया जाए तो Paytm, Bajaj Finserv शेयरखान में BNP की हिस्सेदारी लेने की दौड़ में सबसे आगे हैं लेकिन फिलहाल BW हिंदी द्वारा इस संबंध में कुछ भी नहीं कहा जा सकता. सूत्रों के अनुसार शेयरखान और BNPके पास लगभग 2 मिलियन रिटेल क्लाइंट्स मौजूद हैं.
BNP और शेयरखान
BNP ने शेयरखान में 2015 के आस-पास लगभग 100% की हिस्सेदारी खरीद ली थी और इसके लिए उसने 2200 करोड़ रुपयों की कीमत अदा की थी. आपको बता दें की यह एक पूरी तरह कैश में किया गया ट्रांजेक्शन था. भारत की ब्रोकरेज इंडस्ट्री में यूरोपीय बैंक द्वारा की गई यह दूसरी डील थी. शेयरखान से पहले BNP ने जियोजित फाइनेंशियल (Geojit Financial) में 34% की हिस्सेदारी खरीदी थी जिसे बैंक द्वारा 2018 में बेच दिया गया था. Paytm Money के वर्तमान CEO वरुण श्रीधर इससे पहले BNP के साथ काम कर चुके हैं. सूत्रों का कहना है कि BNP और शेयरखान के बीच होने वाली डील में भी वरुण श्रीधर ने काफी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायी थी. इसलिए अब माना जा रहा है कि Paytm द्वारा शेयरखान में BNP की हिस्सेदारी खरीदने में वरुण महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.
BNP को होगा दोगुना फायदा?
जब BNP द्वारा शेयरखान का अधिग्रहण किया गया था, तब शेयरखान के पास अकाउंट में 1000 करोड़ रूपए कैश मौजूद हुआ करता था. मामले से जुड़े सूत्रों का कहना है कि शेयरखान के पास मौजूद कैश के अलावा BNP को अपनी इन्वेस्टमेंट पर शानदार रेतुर्न भी प्राप्त हुआ था, खासकर डिविडेंड के रूप में. मना जाता है की 2015 के आस पास शेयरखान द्वारा 200-300 करोड़ रूपए सालाना की कमाई की जा रही थी और इस कमाई का प्रमुख का हिस्सा BNP को डिविडेंड के रूप में जाता था. इसके अलावा, अब यह भी माना जा रहा है की BNP द्वारा 2015 में इन्वेस्ट किए गए पैसों से दोगुना ज्यादा अब बैंक को प्राप्त हो सकता है.
BNP एवं अन्य डील
2018 में BNP द्वारा शेयरखान के अधिग्रहण से पहले PE क्षेत्र के प्रमुख Carlyle ने न्यू सिल्क रूट से एक अन्य ब्रोकरेज Destimoney फाइनेंशियल सर्विसेज को भी खरीदा था और इस डील की कीमत 1600 करोड़ रूपए थी. इसी साल कनाडा आधारित Fairfax ने भी IIFL में 26% हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक ओपन ऑफर जारी किया था. फिलहाल BNP ने बिजनेसवर्ल्ड द्वारा भेजे गए ई-मेल का जवाब नहीं दिया गया है.
टैग्स