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इस कार कंपनी के लिए अच्छा नहीं रहा अगस्त, सीधे इतने % घट गई सेल
महिंद्रा एंड महिंद्रा की घरेलू बाजार में पैसेंजर व्हीकल बिक्री अगस्त में 87 प्रतिशत तक बढ़ी है. इसी तरह, टाटा मोटर्स की कुल बिक्री अगस्त में 36 फीसदी बढ़कर 78,843 यूनिट पर पहुंच गई है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
ऑटोमोबाइल कंपनियों के लिए अगस्त का महीना अच्छा रहा. इस दौरान कई कंपनियों के सेल्स फिगर पिछले साल के मुकाबले बेहतर रहे. मारुति सुजुकी ने इस महीने कुल 1,65,173 यूनिट्स की बिक्री की. इसमें से घरेलू बाजार में कंपनी ने 1,37,537 वाहन बेचे. सबसे ज्यादा सेल मारुति की कॉम्पैक्ट क्लास की कारों की हुई. वहीं, टाटा और महिंद्रा की सेल में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई.
ऐसा रहा मारुति का हाल
मारुति सुजुकी ने इस साल अगस्त में 95,235 यूनिट्स बनाई हैं, उत्पादन का यह आंकड़ा पिछले साल समान अवधि में 68,184 यूनिट्स रहा था. इस साला अगस्त में घरेलू बाजार में मारुति सुजुकी ने मिनी क्लास की 22,162 यूनिट्स बेचीं. इस क्लास में ऑल्टो और एस-प्रेसो जैसी कारें शामिल हैं. वहीं, सबसे ज्यादा सेल कॉम्पैक्ट क्लास में दर्ज की गई. इस क्लास में मारुति सुजुकी की 71,557 यूनिट बिकीं. बता दें कि कॉम्पैक्ट क्लास में कंपनी की बलेनो, सेलेरियो, डिजायर, इग्निस, स्विफ्ट, टूर एस, वैगनआर जैसी गाड़ियां आती हैं.
Hyundai की बिक्री 5% बढ़ी
वहीं, महिंद्रा एंड महिंद्रा की घरेलू बाजार में पैसेंजर व्हीकल बिक्री अगस्त में 87 प्रतिशत तक बढ़ी है. इसी तरह, टाटा मोटर्स की कुल बिक्री अगस्त में 36 फीसदी बढ़कर 78,843 यूनिट पर पहुंच गई है. कंपनी ने पिछले साल के इसी महीने में 57,995 गाड़ियां बेची थीं. Hyundai मोटर की बिक्री में कोई बड़ा इजाफा नहीं हुआ है. कंपनी ने अगस्त में बिक्री में 5% की बढ़त हासिल की है, इस दौरान उसने 62,210 यूनिट बेचीं हैं.
Honda को उठाना पड़ा नुकसान
KIA INDIA की थोक बिक्री पिछले महीने 33% बढ़कर 22,322 यूनिट हो गई. कंपनी ने पिछले साल अगस्त में डीलरों को 16,759 यूनिट्स की आपूर्ति की थी. इसके अलावा, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (TKM) की कुल थोक बिक्री अगस्त में 17 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 14,959 यूनिट्स आ गई है. SKODA ऑटो इंडिया के लिए भी अगस्त में सेल्स फिगर थोड़ी राहत भरे है. हालांकि, होंडा कार्स इंडिया लि. (HCIL) की घरेलू बाजार में बिक्री अगस्त में 30 प्रतिशत घटकर 7,769 यूनिट रह गई. पिछले साल इसी अवधि में कंपनी ने घरेलू बाजार में 11,177 वाहन बेचे थे.
किस वजह से बढ़ी सेल?
भारतीय ऑटोमोबाइल कंपनियों को जिस सेमीकंडक्टर चिप की वजह से नुकसान उठाना पड़ रहा था, उसकी आपूर्ति अब काफी हद तक सुधर गई है. इसके चलते कंपनियां ज्यादा प्रोडक्शन करने में सक्षम हैं. इसके अलावा, कारों की डिलीवरी भी पहले से फास्ट हो सकी है. ये भी एक प्रमुख कारण है कि अगस्त में कारों की बिकी में इजाफा हुआ है. बता दें कि आजकल सभी गाड़ियां लेटेस्ट टेक्नोलॉजी पर बन रही हैं, जिनमें तमाम तरह के आधुनिक फीचर्स होते हैं. गाड़ियों की पावर स्टीयरिंग, ब्रेक सेंसर, एंटरटेनमेंट सिस्टम, एयरबैग और पार्किंग कैमरों में सेमीकंडक्टर चिप इस्तेमाल होती है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक वाहन में 1,000 से अधिक सेमीकंडक्टर चिप्स लगाईं जाती हैं. ऐसे में इसकी कमी ने कंपनियों को परेशान कर दिया था. दूसरा प्रमुख कारण है फेस्टिवल सीजन. त्योहारों के मौसम में वाहनों की बिक्री बढ़ने का पुराना ट्रेंड रहा है. अभी दिवाली तक बिकी में तेजी रहने के आसार हैं.
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