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अब दिसंबर से लागू होगा इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल की बैटरी नया टेस्टिंग स्टैंडर्ड
इलेक्ट्रिक वाहनों को लाने के लिए अलग-अलग कंपनियों को अनुकूल वातावरण मुहैया करा रहा है वहीं दूसरी ओर सरकार उनकी सुरक्षा को लेकर भी तेजी से काम कर रही है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
इलेक्ट्रीक वाहनों के सफर को और बेहतर बनाने के लिए उनकी बैटरी की जांच के नए स्टैंड की जांच को 31 दिसंबर 2022 यानि नए साल से लागू किया जाएगा. सरकार की ओर से ये नया नोटिफिकेशन जारी किया गया है. पहले इस नए नियम को एक अक्टूबर से लागू होना था. मंत्रालय ने इसे दो फेज में लागू करने का फैसला किया है.
इससे और बेहतर होगी इलेक्ट्रिक वाहनों की सुरक्षा
ट्रांसपोर्ट मंत्रालय जहां लगातार इलेक्ट्रिक वाहनों को लाने के लिए अलग-अलग कंपनियों को अनुकूल वातावरण मुहैया करा रहा है वहीं दूसरी ओर सरकार उनकी सुरक्षा को लेकर भी तेजी से काम कर रही है. उनकी बैटरी की जांच के नए स्टैंडर्ड लागू करने की सरकार तैयारी कर रही है। जिन्हें अब उसे दो फेज में लागू करेगी. एआईएस 156 और एआईएस 038 नामक इन दो सुधारों को अब नए साल से लागू किया जाएगा.
आग लगने की घटना के बाद लाया गया नियम
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) ने इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों में आग लगने की कई घटनाओं के बाद एक सितंबर को बैटरी सुरक्षा मानकों में अतिरिक्त सुरक्षा प्रावधान पेश किये थे. ये एक अक्टूबर से लागू होने वाले थे. संशोधनों में बैटरी सेल से संबंधित अतिरिक्त सुरक्षा आवश्यकताएं. ऑन-बोर्ड चार्जर,बैटरी पैक का डिजाइन शामिल हैं.
दोपहिया वाहनों का लगातार बढ़ रहा है बाजार
भारत में दोपहिया ईवी का बाजार तेजी से बढ़ रहा है. जो 2025 तक जानकारों के मुताबिक इसका शेयर 15 प्रतिशत तक जा पहुंचेगा. इसी बढ़ते नंबर के बीच पिछले कुछ समय में ओला,ओकिनावा समेत दूसरी कंपनियों के इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की घटना के बाद बैटरी की जांच के लिए सरकार ने एक स्पेशल कमिटी बनाई थी. भारत में नए नियम को पालन करना सभी के लिए अच्छा होगा. जानकारों का कहना है कि नए नियम लागू होने से बैटरी सेल,पैक,बीएमएस आदि की गुणवत्ता में वृद्धि होगी. इससे ईवी बनाने वाली कंपनियों को उपभोक्ताओं का विश्वास जीतने में मदद मिलेगी. इस प्रकार ये सुरक्षा नियम न केवल अप्रिय घटनाओं को रोकने में कारगर होंगे बल्कि आर्थिक नुकसान को कम करेंगे.
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