होम / ऑटोमोबाइल / सुरक्षित सफर के लिए Hyundai ने किया बड़ा ऐलान, अब बाकी कंपनियों की बारी
सुरक्षित सफर के लिए Hyundai ने किया बड़ा ऐलान, अब बाकी कंपनियों की बारी
भारत NCAP लागू होने के बाद सबसे पहले हुंडई ने ऐलान किया है कि उसकी सभी कारों में छह एयरबैग्स स्टैंडर्ड दिए जाएंगे.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 7 months ago
ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए 1 अक्टूबर से बड़ी शुरुआत हुई है. भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Bharat NCAP या BNCAP) लागू हो गया है, जिसका मतलब है कि कारों की क्रैश टेस्टिंग के लिए अब कंपनियों को विदेशी एजेंसियों का मुंह नहीं ताकना पड़ेगा और ग्राहकों को भी ज्यादा सुरक्षित कारें मिलने का रास्ता साफ होगा. इस बीच, कार निर्माता कंपनी Hyundai ने इस दिशा में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है. कंपनी ने कहा है कि भारत में बिकने वाली उसकी सभी गाड़ियों में 6 एयरबैग्स स्टैंडर्ड दिए जाएंगे. बता दें कि कारोबारी साइरस मिस्त्री की सड़क हादसे में मौत के बाद नितिन गडकरी ने सभी कारों में छह एयरबैग्स अनिवार्य करने की बात कही थी. हालांकि, बाद में उन्होंने यह निर्णय कंपनियों पर छोड़ दिया.
सेफ्टी पर तेजी से काम
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, Hyundai इंडिया के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर तरुण गर्ग ने कहा कि कंपनी सेफ्टी को लेकर काफी काम कर रही है. हुंडई ने भारत एनकैप (BNCAP) के लिए अपनी तीन कारों को भेजने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि सभी सीटों के लिए 3 पॉइंट सीट बेल्ट और सीट बेल्ट रिमाइंड को भी स्टैंडर्ड किया गया है, यानी ये फीचर्स सभी कारों में मिलेंगे. इसी तरह, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम और ADAS जैसे हाइएंड फीचर्स का भी दायरा बढ़ाया गया है. गौरतलब है कि अभी तक केवल चुनिंदा कारों या वैरिएंट्स में ही छह एयरबैग उपलब्ध कराए जा रहे हैं.
Verna को 5 स्टार रेटिंग
हुंडई ने यह भी बताया है कि उसकी मिड लेवल सिडैन 'Verna' को ग्लोबल एनकैप (GNCAP) के टेस्ट में 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है. इस तरह Verna हुंडई की भारत में 5 स्टार रेटिंग वाली पहली कार बन गई है. इस वक्त भारत में टाटा और महिंद्रा के पोर्टफोलियो में सबसे ज्यादा 5 स्टार रेटिंग वाली कारें हैं. अब देखने वाली बात होगी कि हुंडई की कारें BNCAP या भारत NCAP में कैसा परफॉर्म करती हैं. BNCAP के तहत भारतीय परिस्थितियों के अनुसार तय नॉर्म्स पर कारों का क्रैश टेस्ट कर उन्हें सेफ्टी रेटिंग दी जाएगी. इस टेस्ट में कारों को 0 से 5 स्टार तक की रेटिंग मिलेगी. जहां 0 स्टार का मतलब अनसेफ और 5 स्टार का मतलब होगा पूरी तरफ सेफ.
इसलिए जरूरी था भारत NCAP
अब तक, विदेशी एजेंसी ग्लोबल एनकैप (GNCAP), यूरो एनकैप (UNCAP), लैटिन एनकैप (LNCAP) और ऑस्ट्रेलियन एनकैप (ANCAP) अपने स्टैंडर्ड के अनुसार भारतीय कारों का टेस्ट कर उन्हें सेफ्टी रेटिंग देती थीं. इसमें रेटिंग के लिए सबसे ज्यादा फेमस एजेंसी GNCAP है. भारत और दूसरे देशों की परिस्थितियों कई मायनों में अलग हैं, इसलिए इस रेटिंग पर सवाल उठते रहे हैं, इसलिए सरकार ने अपने रेटिंग सिस्टम BNCAP की शुरुआत की है. Bharat NCAP कार निर्माताओं के लिए भी फायदेमंद है. नितिन गडकरी का कहना है कि भारत-NCAP के तहत देश में गाड़ियों की टेस्टिंग लागत करीब 60 लाख रुपए होगी, जबकि ग्लोबल लेवल पर यह 2.5 करोड़ रुपए के आसपास है. इस लिहाज से देखें, तो देशी एजेंसी से टेस्टिंग कराने पर कंपनियों का 75% कम खर्च होगा.
दूसरी कंपनियां भी करेंगी ऐलान?
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि Bharat NCAP ग्राहकों के लिए भी फायदेमंद रहने वाला है. क्योंकि उन्हें पहले से बेहतर सेफ्टी वाली कार चुनने का ऑप्शन मिलेगा. इसके अलावा, देश में सुरक्षित कार बनाने के लिए कंपनियों में कॉम्पिटिशन बढ़ेगा, जिससे लोगों के लिए ज्यादा सुरक्षित कारें उपलब्ध हो सकेंगी. सरकार ने एक मॉनिटरिंग कमेटी बनाई है, जो BNCAP की टेस्टिंग का एनालिसिस करेगी. मॉनिटरिंग कमेटी की मंजूरी मिलने पर ही BNCAP अपनी वेबसाइट पर स्टार रेटिंग और टेस्ट रिजल्ट्स प्रदर्शित करेगा. एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि हुंडई के सभी कारों में छह एयरबैग्स देने की घोषणा के बाद बाकी कंपनियों को भी ऐसा ही कुछ करना होगा, वरना एडवांटेज हुंडई के पास चली जाएगी.
टैग्स