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Budget 2024: हमारे बजट पर अमेरिका में बैठे Elon Musk की भी होगी नजर, ये है वजह
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कल यानी 1 फरवरी को देश का अंतरिम बजट पेश करेंगी.
नीरज नैयर 3 months ago
कल यानी 1 फरवरी को बजट (Budget 2024) पेश किया जाना है. इस बजट से हर सेक्टर को कुछ न कुछ उम्मीद है. साथ ही आम जनता भी महंगाई के मोर्चे पर सरकार से राहत चाहती है. इन सबके अलावा, भारत से बहुत दूर अमेरिका में बैठे एलन मस्क (Elon Musk) की नजरें भी हमारे बजट पर होंगी. मस्क चाहेंगे कि जिस खबर को सुनने के लिए उनके कान तरस रहे हैं उसका उल्लेख वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट में कर दें. हालांकि, ये बात अलग है कि घरेलू ऑटोमोबाइल कंपनियां एलन मस्क को खुश करने वाली खबर से खुश नहीं होंगी.
कुछ बड़ी घोषणाएं संभव
माना जा रहा है कि निर्मला सीतारमण अपने बजट में ऑटोमोबाइल सेक्टर को लेकर कुछ बड़ी घोषणाएं कर सकती हैं. ईवी मैन्युफैक्चरर्स को उम्मीद है कि सरकार लिथियम-आयन बैटरी पर GST में कटौती करेगी. इसके अलावा, बजट में एंट्री-लेवल ICE टू-व्हीलर पर जीएसटी में भी कमी का ऐलान हो सकता है. पिछले साल सरकार ने ईवी में इस्तेमाल होने पार्ट्स पर कस्टम ड्यूटी घटाई थी. लिहाजा, उम्मीद है कि अंतरिम बजट में भी इस पर ध्यान बना रहेगा. इसके अलावा, बजट में विदेशी इलेक्ट्रिक कारों पर लगने वाले आयात शुल्क को लेकर भी कोई घोषणा हो सकती है.
ये है Elon Musk की चाहत
बीच में ऐसी खबरें आई थीं कि सरकार ने भारत में एलन मस्क की कंपनी टेस्ला (Tesla) की एंट्री के लिए प्लान तैयार कर लिया है. इसके तहत विदेशी इलेक्ट्रिक कारों पर लगने वाले आयात शुल्क को मौजूदा 100% से कम करके 15% तक लाया जा सकता है. हालांकि, शर्त ये रहेगी कि कंपनियां जल्द ही भारत में मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने के लिए सहमति जताएं और बड़े स्तर पर लोकल सोर्सिंग पर जोर दें. टेस्ला भारत में कारखाना लगाने के लिए तैयार है. ऐसे में इम्पोर्ट ड्यूटी कम होने से टेस्ला को काफी फायदा मिल सकता है. विदेशी कंपनियों के लिए अपनी EV कारों को भारत भेजने में इम्पोर्ट ड्यूटी ही सबसे बड़ी बाधा रहती है, क्योंकि इसके ज्यादा होने से उनकी कारें महंगी हो जाती हैं, जिससे उम्मीद के अनुरूप डिमांड नहीं बन पाती. ऐसे में मस्क चाहेंगे कि भारत के बजट में इम्पोर्ट ड्यूटी कम करने को लेकर कोई घोषणा हो जाए.
घरेलू कंपनियों को है आपत्ति
हालांकि, स्थानीय कंपनियां नहीं चाहेंगी कि निर्मला सीतारमण बजट में EV पर आयात शुल्क में कोई कटौती करें. कुछ वक्त पहले मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया था कि Tata Motors और Mahindra ने मुख्यतौर पर आयात शुल्क कम करने के प्रस्ताव का विरोध किया है. दोनों का कहना है कि इससे स्थानीय वाहन निर्माता प्रभावित होंगे. उनका ये भी कहना है कि इसके बजाये सरकार को स्थानीय EV निर्माताओं को प्रोत्साहित करना चाहिए. टाटा सहित घरेलू कंपनियों को लगता है कि इम्पोर्ट ड्यूटी में कमी के चलते टेस्ला जैसे इंटरनेशनल प्लेयर सस्ते में अपनी कारें लॉन्च कर सकेंगे, जिससे उनके लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ जाएगी. गौरतलब है कि भारत में इलेक्ट्रिक कारों के बाजार में टाटा इस समय सबसे बड़ा प्लेयर है. कंपनी की Nexon EV को काफी ज्यादा पसंद किया जा रहा है. इसके अलावा कंपनी के पोर्टफोलियो में टाटा टियागो EV और टाटा टिगॉर इलेक्ट्रिक भी शामिल हैं. इस तरह टाटा फिलहाल तीन इलेक्ट्रिक गाड़ियां ऑफर कर रहा है.
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