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Apple के लिए भारत हो रहा जरूरी, चीन से टूट रही है दोस्ती?
लोगों की बढ़ती आय से खर्च करने की शक्ति भी बढ़ रही है और एप्पल 140 करोड़ लोगों के देश में कंपनी को ज्यादा तेजी से बड़ा करना चाहता है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 11 months ago
एप्पल (Apple Inc) के लिए भारत एक महत्त्वपूर्ण मार्केट बनता जा रहा है. हाल ही में एप्पल द्वारा मार्च के क्वार्टर के नतीजे जारी किये गए थे जिसके बाद एप्पल के CEO (चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर) टिम कुक (Tim Cook) ने जोर देते हुए बताया कि जनसंख्या के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा देश यानी भारत, कंपनी के लिए एक प्रमुख मार्केट के साथ-साथ एक बड़ा प्रोडक्शन बेस भी बनता जा रहा है.
टिम कुक ने बार-बार किया भारत का जिक्र
हाल ही में एप्पल द्वारा भारत में दो रिटेल स्टोर्स खोले गए थे और इस दौरान एप्पल के अन्य अधिकारियों के साथ CEO टिम कुक भी भारत के दौरे पर थे. कंपनी द्वारा मार्च क्वार्टर के नतीजे जारी किये जाने के बाद एक कांफ्रेंस कॉल की गयी और इस कॉल के दौरान टिम कुक और उनके सहकर्मियों ने 20 से ज्यादा बार भारत का जिक्र किया. मार्च क्वार्टर के दौरान एप्पल ने भारत में रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की है. अगर एप्पल द्वारा रिलीज किये गए मार्च के नतीजों को देखा जाए तो यह साफ हो जाता है कि कंपनी की कुल वृद्धि के लिए भारत बहुत ज्यादा जरूरी है.
भारतीय मार्केट की अविश्वसनीय गति
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो नतीजे जारी करने के बाद टिम कुक ने कांफ्रेंस कॉल पर कहा कि भारत के बहुत से लोग मिडल क्लास का हिस्सा बन रहे हैं और मुझे लगता है कि भारत इस वक्त एक बहुत ही जरूरी पॉइंट पर है. इतना ही नहीं टिम कुक ने कॉल पर मौजूद लोगों से यह भी कहा कि भारतीय मार्केट की गति बहुत ही तेज है और यह एक अविश्वसनीय रफ्तार से आगे बढ़ रही है.
क्या चाहता है एप्पल?
भारत में लोगों की बढ़ती आय से उनके खर्च करने की शक्ति भी बढ़ रही है और एप्पल 140 करोड़ के इस देश में कंपनी को बड़ा बनाने की रफ्तार को और ज्यादा बढ़ाना चाहता है. इतना ही नहीं, इस वक्त दुनिया भर में स्मार्टफोन्स की सेल्स बहुत तेजी से बढ़ रही हैं और एप्पल इसी बात का फायदा उठाना चाहता है. मार्च के क्वार्टर के लिए जारी किये गए नतीजों में कंपनी ने भारत में की गयी कमाई का खुलासा तो नहीं किया है लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मार्च 2022 से लेकर मार्च 2023 तक कंपनी ने भारत में कुल 6 बिलियन डॉलर्स यानी लगभग 4 खरब रुपयों की भारी भरकम सेल्स की है.
चीन पर कम निर्भरता चाहता है एप्पल?
जनसंख्या के हिसाब से दुनिया का सबसे बड़ा देश बनने के साथ ही भारत दुनिया का सबसे बड़ा श्रम प्रदान करने वाला देश भी बन गया है. एप्पल भी इस महत्त्वपूर्ण पॉइंट पर आंख गड़ाए बैठा हुआ है. अमेरिका और चीन के बीच टेंशन बढ़ रही है जिसकी बदौलत एप्पल सहित सभी अमेरिकी कंपनियां चीन पर अपनी निर्भरता को कम करना चाहती हैं. बहुत ही लम्बे समय से एप्पल के साथ बनी हुई उसकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स ने पिछले कुछ समय के दौरान बहुत ही तेजी से भारत में भी फक्ट्रियां लगायी हैं. इससे यह साफ हो जाता है कि एप्पल चीन पर अपनी निर्भरता कम करना चाहता है.
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