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भारत के विकसित होने में क्या है चैलेंज? अमिताभ कांत ने अंबानी-अडानी का क्यों किया जिक्र?
अमिताभ कांत ने बैठक में कहा कि भारत का प्राइवेट सेक्टर के विकास के बिना विकसित राष्ट्र बनना बहुत मुश्किल है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
नई दिल्ली: भारत 2047 तक विकासशील देश से विकसित देश कैसे बन सकता है? G-20 देशों की एक बैठक में नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने बताया कि ऐसा संभव है और उसके लिए भारत को 10 हजार अंबानी और 20 हजार अडानी की जरूरत है. उन्होंने यहां अंबानी और अडानी का जिक्र सांकेतिक तौर पर किया है. उनके कहने का मतलब ये है कि भारत को विकसित बनाने के लिए मुकेश अंबानी जैसे 10 हजार और गौतम अडानी जैसे 20 हजार उद्यमियों की जरूरत है.
भारत तभी विकास करेगा जब प्राइवेट सेक्टर का भी विकास होगा
अमिताभ कांत ने बैठक में कहा कि भारत का प्राइवेट सेक्टर के विकास के बिना विकसित राष्ट्र बनना बहुत मुश्किल है, इसलिए भारत को प्राइवेट सेक्टर के विकास पर भी बहुत अधिक ध्यान देना होगा. उन्होंने कहा कि 30 से 40 साल में भारत को विकसित बनने के लिए लगभग 10 फीसदी की रफ्तार से आगे बढ़ना होगा. यह तभी संभव है, जब भारत हर साल 30 प्रतिशत की रफ्तार से विकास करे. उदाहरण के तौर पर भारत की विकास दर अभी 7 फीसदी है तो अगले साल उसके लिए अगले साल 30 प्रतिशत यानी 2.1 प्रतिशत बढ़ना जरूरी है.
सरकारी और प्राइवेट सेक्टर को एकसाथ आना होगा
उन्होंने कहा कि भारत के लिए ये उतना आसान नहीं है, बल्कि एक बड़ी चुनौती है, पर ये नामुमकिन भी नहीं है. ये तभी संभव हो पाएगा, जब सरकार और प्राइवेट सेक्टर एकसाथ मिलकर इस दिशा में काम करेंगे. यदि ऐसा होगा तो विकास निश्चित है. प्राइवेट सेक्टर के विकास के बिना भारत का विकास नहीं हो सकता.
अंबानी और अडानी भारत के विकास के लिए क्यों हैं महत्वपूर्ण
आपको बता दें कि भारत की वास्तविक GDP लगभग 150 लाख करोड़ रुपए है. हुरुन रिच लिस्ट के हिसाब से अडानी नेटवर्थ 10,94,400 करोड़ रुपये है, जबकि मुकेश अंबानी की नेटवर्थ 7,94,700 करोड़ रुपये है. 1 साल पहले की बात करें तो सिर्फ मुकेश अंबानी की नेटवर्थ भारत के 9 राज्यों की GDP से ज्यादा थी.
अमिताभ कांत ने कारोबारियों को क्या दी सलाह
G-20 संगठन के बारे में उन्होंने कहा कि इसे सिर्फ देशों का संगठन ही नहीं समझे, बल्कि यह कारोबारियों का भी एक संगठन है. कारोबारियों को सलाह देते हुए अमिताभ कांत ने कहा कि सभी कारोबारियों को जो भी मौके मिले, उसका तुरंत फायदा उठाना चाहिए. चाहे आप जिस भी सेक्टर में हों, आपको विस्तार करना होगा; क्योंकि विकास का अभी एक सुनहरा अवसर है जो दोबारा नहीं मिलने वाला. इसलिए इस मौके को समझें और इसका फायदा उठाकर विकास करें.
एक साल तक G-20 देशों की अध्यक्षता करेगा भारत
आपको बता दें कि भारत 1 दिसंबर से अगले एक साल तक G-20 देशों की अध्यक्षता करेगा और भारत सरकार ने अमिताभ कांत को इसके लिए शेरपा नियुक्त किया है. पहले यह जिम्मेदारी पीयूष गोयल की होती थी. इस संगठन में अमेरिका, चीन, रूस, कनाडा, ब्राजील, फ्रांस जैसे विकसित देश भी शामिल हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इंडोनेशिया में होने वाली G-20 बैठक में हिस्सा लेंगे.
अमिताभ कांत बने G20 शेरपा
G-20 का आयोजन भारत में होना एक बड़ा कार्यक्रम है. इसलिए भारत ने अमिताभ कांत को शेरपा की जिम्मेदारी सौंपी है. शेरपा का काम इस तरह के कार्यक्रम के लिए देश के अंदर सारी एजेंसियों और विदेशी एजेंसियों के बीच तालमेल बनाने का है. ऐसे में अमिताभ कांत के सामने ये एक बड़ी चुनौती है कि किस तरह से वो ये तालमेल बनाकर एक सफल आयोजन कर पाएंगे.
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