होम / पॉलिटिकल एनालिसिस / PM मोदी को गीता गिफ्ट करने वालीं US की पहली हिंदू सांसद को लेकर आई ये चौंकाने वाली खबर
PM मोदी को गीता गिफ्ट करने वालीं US की पहली हिंदू सांसद को लेकर आई ये चौंकाने वाली खबर
कुछ साल पहले जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) अमेरिका गए थे, तब तुलसी गबार्ड ने उन्हें ‘गीता’ की प्रति भेंट की थी.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
अमेरिका की पहली हिंदू सांसद तुलसी गबार्ड ने डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ दी है. उन्होंने आरोप लगाया है कि सत्ताधारी पार्टी कुछ एलीट लोगों के नियंत्रण में है. गबार्ड ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी जैसी सोच रखने वाले लोगों को अब डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ देनी चाहिए. बता दें कि गबार्ड का जन्म 12 अप्रैल 1981 को अमेरिका में हुआ था. वह हवाई से चार बार सांसद रहीं हैं. राजनीति में आने से पहले वह यूएस आर्मी में थीं और 12 महीने इराक में भी तैनात रहीं थीं.
अब कहां जाएंगी?
तुलसी गबार्ड दो साल पहले डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार रहीं थीं. उनका एकदम से पार्टी छोड़ना शीर्ष नेतृत्व पर कई गंभीर सवाल खड़े करता है. अमेरिका में इस समय जो बाइडेन के नेतृव में डेमोक्रेटिक पार्टी की सरकार है. तुलसी को तेजतर्रार लीडर माना जाता है. पार्टी फोरम पर उन्होंने कई बार नस्लभेद और बेघरों का मुद्दा उठाया है. अमेरिकी संसद के निचले सदन यानी 'हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स' से 2021 में रिटायर हुईं तुलसी ने साफ किया है कि फिलहाल वह कोई दूसरी पार्टी जॉइन नहीं करेंगी. रिपब्लिकन पार्टी में जाने का उनका कोई इरादा नहीं है.
बाइडेन पर कसा तंज
गबार्ड ने अपने वीडियो में कहा- वर्तमान में जो डेमोक्रेटिक पार्टी है वो कुछ एलीट लोगों के कंट्रोल में है. ये लोग जंग की बातें करते हैं. श्वेत लोगों का विरोध करते हैं और नस्लभेदी ग्रुप में तब्दील हो रहे हैं. अगर इस पार्टी में कुछ लोग ऐसे हैं जो मेरी तरह सोचते हैं तो उन्हें भी अब यह पार्टी छोड़ देनी चाहिए. गबार्ड ने राष्ट्रपति बाइडेन का नाम लिए बगैर उनपर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'हमने तो यही सीखा है कि सरकार लोगों के लिए और लोगों द्वारा चुनी जाती है. बदकिस्मती से इस पार्टी में अब ऐसा नहीं है. यह अमीर और एलीट लोगों की सरकार है और उनके लिए ही काम कर रही है'.
नाराज़गी की एक वजह
यूएस की पहली हिंदू सांसद तुलसी गबार्ड का पार्टी छोड़ने का फैसला हैरान करने वाला ज़रूर है, लेकिन वह शुरुआत से ही 'अपनों' पर निशाना दागती रही हैं. अमेरिकी राजनीति पर नज़र रखने वाले कुछ लोग इसे 2020 की घटना से जोड़कर देखते हैं. जब उन्हें पार्टी का प्रेसिडेंट नहीं बनाया गया था. इसके बाद से ही उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी को निशाना बनाना शुरू कर दिया था. अब पार्टी छोड़ते समय भी उन्होंने पार्टी को निशाने पर लिया है. उनका कहना है कि पार्टी नेता विरोधियों की आवाज दबा रहे हैं. इससे भी ज्यादा खतरनाक बात यह है कि यही लीडरशिप हमें एटमी जंग की तरफ धकेल रही है.
PM Modi को दी थी गीता
कुछ साल पहले जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका गए थे, तब तुलसी गबार्ड ने उन्हें ‘गीता’ की प्रति भेंट की थी. तुलसी ने पीएम को गीता गिफ्ट करते हुए कहा था कि यह भारत के प्रति उनके प्यार का प्रतीक है. उन्होंने भारतीय PM को वही गीता उपहार स्वरूप दी थी, जिसे हाथ में लेकर उन्होंने अमेरिकी सीनेटर के तौर पर शपथ ग्रहण की थी. RSS लीडर राम माधव 2015 में तुलसी की शादी में शरीक होने अमेरिका गए थे.
टैग्स