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Twitter से निकाले गए कर्मचारियों को यह भारतीय कंपनी देगी राहत, कर दिया ऐलान
कंपनी ने यह घोषणा ऐसे वक्त में की है जब ट्विटर कर्मचारियों के बड़े पैमाने पर पलायन को देख रहा है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
नई दिल्लीः भारतीय माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म, कू (Koo) ने पूर्व-ट्विटर कर्मचारियों को आगे बढ़ाने और नियुक्त करने की योजना बनाई है. कंपनी ने यह घोषणा ऐसे वक्त में की है जब ट्विटर कर्मचारियों के बड़े पैमाने पर पलायन को देख रहा है क्योंकि ईलॉन मस्क ने अपने ज्यादातर कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. Koo के सह-संस्थापक मयंक बिदावत्का ने पूर्व-ट्विटर कर्मचारियों को काम पर रखने के अपने इरादे साझा किए क्योंकि ट्विटर ट्रेंडस में #RIPTwitter ट्रेंड ने जोर पकड़ लिया है.
ऐसे कर्मचारियों को कंपनी रखेगी नौकरी पर
बिदावतका ने दावा किया कि वह उन ट्विटर कर्मचारियों को लेने को तैयार हैं जिन्हें या तो हटा दिया गया है या जो मस्क द्वारा 'कट्टर' जाने या छोड़ने के लिए कहने के बाद स्वेच्छा से चले गए हैं. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, “#RIPTwitter और इससे संबंधित हैशटैग को नीचे जाते हुए देखकर बहुत दुख हुआ. जैसे-जैसे हम विस्तार करते रहेंगे और अपने बड़े, अगले दौर को बढ़ाएंगे, हम इनमें से कुछ ट्विटर के पूर्व-कर्मचारियों को नियुक्त करेंगे. वे काम करने के लायक हैं जहां उनकी प्रतिभा को महत्व दिया जाता है.
Very sad to see #RIPTwitter and related # to this going down.
— Mayank Bidawatka (@mayankbidawatka) November 18, 2022
We'll hire some of these Twitter ex-employees as we keep expanding and raise our larger, next round.
They deserve to work where their talent is valued. Micro-blogging is about people power. Not suppression.
हो गए हैं 50 मिलियन डाउनलोड
कू ने हाल ही में घोषणा की कि उसने 50 मिलियन डाउनलोड को पार कर लिया है. प्लेटफॉर्म को मार्च 2020 में भारत में कोविड-19 महामारी के चरम पर लॉन्च किया गया था. कू क्षेत्रीय भाषाओं को समर्थन देकर क्षेत्रीय क्षेत्रों में अपनी पैठ बना रहा है.
ट्विटर के बाद दूसरी सबसे बड़ी कंपनी
कू ने हाल ही में दावा किया कि यह ट्विटर के बाद दुनिया में उपलब्ध दूसरे सबसे बड़े माइक्रोब्लॉग के रूप में उभरी है. कंपनी को ट्विटर, गेट्र, ट्रुथ सोशल, मास्टोडन और पार्लर जैसे प्लेटफॉर्म से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है.
वर्तमान में, Koo 10 भाषाओं में उपलब्ध है और इसके 100+ देशों के यूजर्स हैं जिनमें यूनाइटेड स्टेट्स, यूनाइटेड किंगडम, सिंगापुर, कनाडा, नाइजीरिया, UAE, अल्जीरिया, नेपाल, ईरान और भारत शामिल हैं. लॉन्च के बाद से Koo ने 7,500+ येलो टिक ऑफ एमिनेंस (ट्विटर ब्लू टिक के बराबर) और एक लाख ग्रीन सेल्फ वेरिफिकेशन टिक देने का दावा किया है.
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