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भारत स्वास्थ्य महोत्सव: ‘हृदय रोगों की महामारी की ओर बढ़ रहे हैं हम’
दिल्ली में BW बिजनेस वर्ल्ड की तरफ से भारत स्वास्थ्य महोत्सव का आयोजन किया गया. इसमें प्रतिष्ठित डॉक्टरों के एक पैनल ने कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (CVDs) बर्डन और प्रिवेंटिव मेडिसिन पर चर्चा की.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
कार्डियोवैस्कुलर हार्ट डिजीज (CVDs) दुनियाभर में होने वाली मौतों के प्रमुख कारणों में से एक है. 2019 के एक अध्ययन से पता चलता है कि कैसे सीवीडी के कारण लगभग 17.9 मिलियन मौतें दर्ज की गईं, जो कि कुल वैश्विक मौतों का 32 प्रतिशत है. इनमें से 85 फीसदी मौतें स्ट्रोक और दिल के दौरे के कारण हुईं. इसके अतिरिक्त, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आंकड़ों के अनुसार, रिपोर्ट की गई कुल सीवीडी मौतों में से 3/4 निम्न और मध्यम आय वाले देशों से थीं.
पैनल में यह रहे शामिल
दिल्ली में BW बिजनेस वर्ल्ड की तरफ से भारत स्वास्थ्य महोत्सव, 2022 का आयोजन किया गया. इसमें प्रतिष्ठित डॉक्टरों के एक पैनल ने कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (CVDs) बर्डन और प्रिवेंटिव मेडिसिन पर चर्चा की. इस पैनल में सर गंगाराम अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक, हृदय रोग विशेषज्ञ और पद्मश्री से सम्मानित डॉ मोहसिन वली के साथ जीबी पंत अस्पताल में कार्डियोलॉजी के प्रोफेसर डॉ मोहित गुप्ता शामिल थे. सत्र का संचालन Alicecor के उपाध्यक्ष अनुज सेठ ने किया.
हार्ट को हर रोज नुकसान
डॉ. वली ने हार्ट को सबसे परिष्कृत अंग बताते हुए कहा कि हम जाने-अनजाने में इसे हर रोज नुकसान पहुंचाते हैं. उन्होंने आगे कहा, 'हम तीन सफ़ेद चीज़ों - चीनी, नमक और आटा - की खपत को बढ़ाकर इस परिष्कृत अंग का नियमित तौर पर अपमान करते हैं. DALY एक दिलचस्प शब्द है, जिसका मतलब है Disability Adjustive Life Years. यह विशेष रूप से विशिष्ट बीमारियों के कारण खराब हुए वर्षों को दर्शाता है. भारत जैसे देश में युवा रोगियों में DALY पांच गुना बढ़ गया है और इसकी एक बड़ी वजह है सीवीडी. यदि दिल से जुड़ी बीमारियों की मौजूदा गति को देखें, तो यह कहना गलत नहीं होगा कि हम हृदय रोगों की महामारी की ओर बढ़ रहे हैं'.
खुशहाल जीवन पर जोर
डॉ गुप्ता ने एक शोध के बारे में बात की, जिससे पता चलता है कि प्यार की कमी, जीवन में उद्देश्य की कमी, जीवन में कृतज्ञता की कमी, संबंधों में खुशी की कमी Telomerase नामक एंजाइम के नुकसान के लिए जिम्मेदार हैं. इससे लोगों के बीमारियों के तेजी से शिकार होने की आशंका बढ़ जाती है. उन्होंने कहा, ‘हमारे विज्ञान, हमारी नैतिकता और हमारे आध्यात्मिक व्यक्तित्व के साथ सामंजस्य स्थापित करने की आवश्यकता है. हमें लोगों को यह सिखाने की जरूरत है कि हम मनुष्य हैं, कामकाजी मशीन नहीं. सीवीडी की संभावना को काफी हद तक कम करने के लिए युवाओं के लिए एक खुशहाल जीवन जीने पर ध्यान देना बेहद जरूरी है'.
ऐसे कम होगा CVD का जोखिम
डॉ. वाली ने यह भी कहा कि शराब/सिगरेट/नशीले पदार्थों के सेवन में कमी, नियमित स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम और तनाव मुफ्त जीवन निश्चित रूप से युवाओं में सीवीडी के जोखिम को कम करने में मदद करेगा.
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