होम / एक्सप्लेनर / फर्स्ट या थर्ड पार्टी, कौनसी इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने में है समझदारी, जानें यहां
फर्स्ट या थर्ड पार्टी, कौनसी इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने में है समझदारी, जानें यहां
सबसे पहली बात जो समझने वाली है, वो यह है कि वाहन का इंश्योरेंस बेहद जरूरी है. उसे समय पर रिन्यू करवाते रहना चाहिए.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
यदि आपके पास कोई व्हीकल है, तो आप उसका इंश्योरेंस भी करवाते होंगे. इस दौरान शायद आपने फर्स्ट या थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के बारे में भी सुना होगा. लेकिन क्या आप इनसे पूरी तरह परिचित हैं? कहने का मतलब है कि क्या आपको जानकारी है कि ये दोनों क्या हैं, इनमें क्या अंतर है और कौन सा इंश्योरेंस खरीदना बेस्ट है? यदि नहीं तो चलिए हम आपको बेहद आसान शब्दों में समझाते हैं.
इस तरह समझें
सबसे पहली बात जो समझने वाली है, वो यह है कि वाहन का इंश्योरेंस बेहद जरूरी है. उसे समय पर रिन्यू करवाते रहना चाहिए. यह आपको दुर्घटना या गाड़ी चोरी होने की स्थिति में काफी काम आता है. अब बात करते हैं फर्स्ट, सेकंड और थर्ड पार्टी इंश्योरेंस आखिर होता क्या है? टेक्निकल भाषा में वाहन के मालिक या वह व्यक्ति जिसके जिसके नाम पर बीमा है - उसे फर्स्ट पार्टी कहा जाता है. जबकि वाहन इंश्योरेंस कंपनी को सेकंड पार्टी कहा जाता है. इसी तरह, दुर्घटना की स्थिति में थर्ड पार्टी वह व्यक्ति या वाहन मालिक होता है, जिसका आपकी गाड़ी से एक्सीडेंट हुआ हो.
क्या फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस?
अब समझते हैं फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस क्या है. यह मोटर व्हीकल पॉलिसी संबंधित वाहन की प्रोटेक्शन के लिए बनाई गई है. किसी दुर्घटना, प्राकृतिक आपदा या वाहन चोरी की स्थिति में वाहन मालिक इंश्योरेंस कंपनी से नुकसान भरपाई के लिए क्लेम कर सकता है. बीमा कंपनी इस पॉलिसी में थर्ड-पार्टी के क्लेम को भी कवर करती है. उदाहरण के तौर पर मान लीजिए आपकी गाड़ी से किसी दूसरे व्यक्ति या वाहन का एक्सीडेंट हो जाता है. उस स्थिति में बीमा कंपनी आपकी तरफ से क्लेम का सेटेलमेंट भी करेगी.
क्या है थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस?
अब थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस को समझते हैं. जैसा कि नाम से स्पष्ट हो रहा है इस इंश्योरेंस में केवल थर्ड पार्टी या उसके वाहन को होने वाले नुकसान को कवर किया जाता है. दूसरे शब्दों में कहें तो थर्ड पार्टी इंश्योरेंस एक ऐसा कवर है, जो आपको किसी थर्ड पार्टी को हुए नुकसान, चोट या हानि से उत्पन्न होने वाली लायबिलिटी से बचाता है. हालांकि, इसमें फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस वाले बाकी बेनिफिट आपको नहीं मिलते. उदाहरण के लिए, यदि आप गलती से किसी व्यक्ति या उसकी की गाड़ी को नुकसान पहुंचाते हैं, तो उसकी भरपाई आपकी इंश्योरेंस कंपनी करेगी. कानून के मुताबिक, सभी वाहनों का कम से कम थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस होना चाहिए.
दोनों में कौन सा है बेहतर?
दोनों में से कौन सबसे बेहतर है? इस सवाल का जवाब निश्चित तौर पर फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस है. हालांकि, यह महंगा पड़ता है, मगर वाहन चोरी और दुर्घटना आदि की स्थिति में आपको पूरी प्रोटेक्शन प्रदान करता है. इसमें आपको फर्स्ट के साथ-साथ थर्ड पार्टी दोनों के लाभ मिल जाते हैं. लिहाजा, इष्टतम कवरेज और सुरक्षा के लिए फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस ही बेस्ट है.
टैग्स