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Delhi AQI: प्रदूषण की दोहरी मार; घर मिलने में होगी देरी, सड़क पर नहीं चलेंगी ये गाड़ियां!
जहां सरकार द्वारा प्रदूषण को कम करने के लिए उठाये गए कदम जरूरी हैं, वहीं इन फैसलों के परिणामों को जान लेना भी जरूरी है.
पवन कुमार मिश्रा 6 months ago
दिल्ली में हवा की क्वालिटी (Delhi AQI) बेहद खराब होती जा रही है और दिन प्रतिदिन प्रदूषण का स्तर बढ़ता ही जा रहा है. शहर के कुछ हिस्सों में तो AQI 436 अंकों तक पहुंच गया है और हवा में मौजूद PM 2.5 कणों की संख्या 390 अंकों तक जा पहुंची है. जहां एक तरफ इतनी जहरीली हवा की वजह से स्वास्थ्य से संबंधित बहुत सी समस्याएं हो सकती हैं वहीँ, दूसरी तरफ प्रदूषण पर रोकथाम की कोशिश के लिए सरकार लगातार कोशिश कर रही है.
Delhi AQI की हालत गंभीर सरकार ने लिया ये फैसला
दिल्ली में बढ़ते हुए प्रदूषण की वजह से हवा की क्वालिटी (Delhi AQI) और ज्यादा खराब होती जा रही है और सरकार के सामने यह चुनौती भयावह रूप लेती जा रही है. हवा में लगातार बढ़ते प्रदूषण के कणों की वजह से शहर के लोगों को सांस से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं और इसी चुनौती से निपटने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार के कदम उठाये जा रहे हैं. लगातार पानी का छिड़काव किया जा रहा है, शहर में निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है, गाड़ियों पर सख्ती की जा रही है और दिवाली के पटाखों पर रोक पहले ही लगाई जा चुकी है. जहां एक तरफ सरकार द्वारा प्रदूषण को कम करने के लिए उठाये जाने वाले कदम जरूरी हैं, वहीं इन फैसलों के परिणामों को जान लेना भी जरूरी है.
Delhi AQI और GRAP
दिल्ली की बिगड़ती हुई हवा की क्वालिटी (Delhi AQI) में एक काफी बड़ी भूमिका निर्माणाधीन इमारतों की भी है. केंद्र सरकार के प्रदूषण नियंत्रण पैनल ने हाल ही में गाइडलाइन जारी की और कहा कि दिल्ली सहित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्रों में भी गैर-आवश्यक निर्माण कार्यों पर रोक लगाई जाए. इतना ही नहीं, सरकार ने दिल्ली समेत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्रों में डीजल से चलने वाले ट्रकों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह सभी फैसले GRAP (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के स्टेज 3 के तहत लिए जा रहे हैं. केंद्रीय सरकार द्वारा सर्दियों के मौसम में हवा प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए एक रणनीति तैयार की गई है और इसे GRAP के नाम से जाना जाता है. ये रणनीति हर साल सर्दियों के मौसम में लागू की जाती है.
अपना घर मिलने में होगी देर
जैसा कि हमने ऊपर बताया कि दिल्ली में गैर आवश्यक निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है, लेकिन इस फैसले से सबसे बड़ा नुक्सान ये हो सकता है कि दिल्ली में निर्माणाधीन हाउसिंग प्रोजेक्ट्स में देरी हो सकती है और इसका नुक्सान रियल एस्टेट डेवलपर्स के साथ-साथ अपने घर में शिफ्ट होने का इन्तजार कर रहे लोगों को भी हो सकता है. कन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CREDAI) - नेशनल के प्रेसिडेंट और गौड़ ग्रुप (Gaur Group) के CMD मनोज गौड़ कहते हैं कि रियल एस्टेट क्षेत्र बढ़ते प्रदूषण (Delhi AQI) को रोकने के लिए अधिकारियों के प्रयासों का पूरा समर्थन करता है, लेकिन इसमें कुछ अड़चनें भी हैं. उन्होंने कहा कि एक महीने के कंस्ट्रक्शन बैन से प्रोजेक्ट पूरा होने में लगभग दो से तीन महीनों की देरी हो सकती है. रियल एस्टेट सेक्टर (Real Estate) इस कदम से चिंतित है, क्योंकि लागत में वृद्धि हो सकती है और श्रमिकों की आजीविका भी प्रभावित हो सकती है. उन्होंने कहा कि इन चुनौतियों के बावजूद डेवलपर्स प्रदूषण को कम करने के लिए नियमित रूप से पानी छिड़कने और एंटी-स्मॉग मशीनें लगाने जैसे उपाय सक्रिय रूप से करते हैं.
मजदूरों पर भी पड़ेगा असर
काउंटी ग्रुप (County Group) के डायरेक्टर अमित मोदी ने कहा, GRAP-3 लागू होने के बाद कंस्ट्रक्शन पर बुरा असर पड़ता है और कंस्ट्रक्शन का काम शुरू नहीं हो पाता. इस विषय पर अमित मोदी आगे कहते हैं कि GRAP-3 लागू होने के बाद निश्चित रूप से कंस्ट्रक्शन पर बुरा असर पड़ेगा और विकास की रफ्तार धीमी पड़ जाएगी. पहले ही देरी से चल रही हाउसिंग प्रोजेक्ट्स (Housing Projects) में और देरी होगी. इसके साथ ही अमित मोदी ने सरकार से GRAP-3 के साथ सरकार द्वारा रियायत देने की मांग भी की है. मिगसन (Migson) के मैनेजिंग डायरेक्टर यश मिगलानी ने कहा, हम पहले से ही अपनी कंस्ट्रक्शन गतिविधियों से प्रदूषण को (Delhi AQI) कम करने के संभावित तरीकों का पालन कर रहे हैं, जिसमें एंटी स्मोक गन्स, छिड़काव तंत्र, ग्रीन नेट्स जैसे कदम शामिल हैं. सरकार द्वारा जारी किए गए ऐसे आदेशों से न केवल मजदूरों की दैनिक मजदूरी पर असर पड़ेगा, बल्कि प्रोजेक्ट्स की समय सीमा भी पटरी से उतर सकती है और देरी हो सकती है.
इन गाड़ियों को लेकर सड़क पर निकले तो हो जाएगा चालान
विभिन्न फैसलों के बीच आज हवा की क्वालिटी (Delhi AQI) की देख-रेख करने वाली संस्था ने एक अन्य महत्त्वपूर्ण फैसला लिया है. CAQM (केंद्रीय हवा क्वालिटी प्रबंधन कमीशन) ने दिल्ली समेत सभी राज्यों को आदेश दिया है कि दिल्ली समेत गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर क्षेत्रों में चलने वाले BS 3 पेट्रोल और BS 4 डीजल वाहनों पर रोक लगा दी है. पब्लिक ट्रांसपोर्ट की अतिरिक्त मांग से निपटने के लिए आज से दिल्ली मेट्रो 20 अतिरिक्त ट्रिप भी लगाएगी. आपको बता दें कि दिल्ली मेट्रो फिलहाल 40 अतिरिक्त ट्रिप भी लगा रही है. अगर आप भी सड़क पर गाड़ियों के पेट्रोल वाले BS 3 मॉडल या डीजल से चलने वाले BS 4 मॉडल को लेकर निकल रहे हैं तो आपका चालान हो सकता है और आपकी गाडी भी जब्त की जा सकती है.
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