होम / एक्सपर्ट ओपिनियन / HUL में बदलाव पर डॉ.अनुराग बत्रा की बेबाक टिप्पणी - Gender से तय नहीं होते Leader

HUL में बदलाव पर डॉ.अनुराग बत्रा की बेबाक टिप्पणी - Gender से तय नहीं होते Leader

इस समय चर्चा रोहित जावा की हो रही है. रोह‍ित जावा जो कि संजीव मेहता के उत्तराधिकारी हैं, उनकी ही तरह पेशेवर रूप से एक समर्पित व्यक्ति हैं और दुनिया की सबसे बड़ी जॉब के लिए सबसे परफेक्‍ट हैं. 

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago

  • डॉ. अनुराग बत्रा, चेयरमैन एवं एडिटर इन चीफ BW Businessworld, फाउंडर Exchange4media   

खेल हम सभी को पसंद है. टेनिस मैच देखते समय हम कहते हैं कि सबसे बेहतरीन या सर्वेश्रेष्‍ठ खिलाड़ी ही मैच जीते. जीवन में हम जिस भी प्रफेशन का हिस्सा होते हैं, हम उस भूमिका या नौकरी के लिए सबसे बेहतर व्यक्ति का चयन करने की पूरी कोशिश करते हैं. उसमें ये जरूरी नहीं होता है कि वो बेस्‍ट कैंडिडेट पुरुष है या महिला, लेकिन हम बेस्‍ट चुनने की कोशिश करते हैं और हम उसके लिए क्षमता और नेतृत्व को देखते हैं. मैं पिछले 22 वर्षों से एक उद्यमी हूं और मुझे वरिष्ठ पदों पर बहुत सक्षम लोगों को शामिल करने का सौभाग्य मिला है. मेरे साथ काम करने वाली कई वरिष्ठ प्रकाशक और संपादक महिलाएं हैं, लेकिन उनका चयन इसलिए नहीं किया गया क्‍योंकि वो महिलाएं हैं. उनका चयन हुआ उनकी योग्‍यता के आधार पर और बाद में उनकी परफॉरमेंस के आधार पर ही उन्‍हें प्रमोट भी किया गया और नई जिम्‍मेदारी भी सौंपी गई, क्‍योंकि प्रफेशन के सभी पैमानों पर और वो उस पद के लिए सबसे बेहतरीन शख्‍स के तौर पर निकलकर सामने आईं.  

हाल ही में, मेरी सबसे वरिष्ठ संपादकीय सहयोगी और हमारे समूह की संपादकीय निदेशक नूर फातिमा वारसिया ने HUL के बारे में एक संपादकीय लिखा था, जिसमें उन्‍होंने लिखा था कि एचयूएल के पास प्रिया नायर को भारत के सीईओ के रूप में नियुक्त करने का बेहतरीन मौका था. उनका तर्क है कि एचयूएल ने उनकी जगह रोहित जावा को चुनकर मौका गंवा दिया. जो लोग नूर को नहीं जानते हैं उनके लिए मैं बताना चाहूंगा कि आखिर नूर कौन हैं? वह पिछले 20 वर्षों से मेरे साथ काम कर रही हैं और मेरे साथ लंबे समय तक काम करने वाली मेरी एक बेहतरीन सहकर्मी हैं. वह एक संवाददाता के रूप में एक्सचेंज4मीडिया से जुड़ीं और 11 वर्षों में एक्सचेंज4मीडिया समूह की समूह संपादक बन गईं और उन्होंने इंडस्ट्री में अपने लिए अपार सम्मान, प्रशंसा और नाम कमाया है. 

नूर मेरे साथ BW Businessworld में ग्रुप एडिटर के तौर पर 9 साल पहले शामिल हुई थीं और पिछले 6 सालों में ग्रुप एडिटोरियल डायरेक्टर बन गई हैं. नूर में नेतृत्‍व के वो सभी गुण मौजूद हैं जो एक लीडर में होने चाहिए, वो शार्प हैं, मेहनती हैं और सावधानीपूर्वक काम करती हैं. उन्होंने बड़ी टीमों का निर्माण और नेतृत्व किया है और पिछले दो दशकों में मैंने जिन दो संपादकीय मंचों का नेतृत्व किया है, उनमें उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है. मैंने नूर को यह कहने के लिए बुलाया था कि मैं इस पर एक लेख लिख रहा हूं कि ‘रोहित जावा की नियुक्ति एक बढ़िया विकल्प क्यों है’, तभी नूर ने कहा कि वह ‘क्या एचयूएल ने भारत में अपनी पहली महिला एमडी और सीईओ की नियुक्ति का मौका खो दिया’ टॉपिक पर कुछ लिखने की है. मैंने उन्‍हें और नूरिंग्स (यह उसके कॉलम का नाम है) को इसे प्रकाशित करने के लिए प्रोत्साहित किया. इस लेख पर स्पेक्ट्रम भर में कई प्रतिक्रियाएं मिलीं, जिनमें महिला और पुरुष लीडरों की तीव्र प्रतिक्रियाएं शामिल थीं. इस बीच मेरा अपने विषय पर कायम था लेकिन मैं इस पर तब सामने आना चाहता था जब इस पर शुरुआती प्रतिक्रियाएं शांत हो जाएं. अब जबकि दो हफ्ते बीत चुके हैं, नूर के लिए उचित सम्मान के साथ मैं अपनी बात आपके सामने रख रहा हूं, जो उनके पांइट से अलग है. 


मैं शुरू में ही बता दूं कि मैं रोहित जावा को अच्छी तरह से नहीं जानता, न ही मेरी उनसे लंबी मुलाकात हुई है, मेरे दोस्त राहुल वेल्डे की बदौलत मेरा उनसे संक्षिप्त परिचय हुआ. 2013 में, मैंने सिंगापुर स्थित एक वेबसाइट का अधिग्रहण किया था और 2014 में एक यात्रा के दौरान उनसे परिचय हुआ था. वह उस समय एक क्षेत्र के सीईओ थे, और ज्यादा बातचीत न करने के बावजूद, मैंने उनके करियर ग्रोथ को समझना शुरू कर दिया था क्योंकि वह यूनिलीवर के अंदर लगातार तेजी से आगे बढ़ रहे थे. वह यूनिलीवर के साथ दो दशकों से अधिक समय से हैं और कंपनी में अब तक कई पदों का नेतृत्व कर चुके हैं. हिंदुस्तान यूनिलीवर के सीईओ के रूप में नियुक्त होने से पहले, वह यूनिलीवर इंडोनेशिया के कार्यकारी उपाध्यक्ष के तौर पर काम कर रहे थे. उनके नेतृत्व में, यूनिलीवर इंडोनेशिया ने बेहतरीन ग्रोथ की और मुनाफा हासिल किया और बाजार की चुनौतीपूर्ण स्थितियों के बीच उन्‍होंने कंपनी को सफलतापूर्वक सही दिशा दिखाने का श्रेय भी उन्हें दिया जाता है. वह दिल्ली यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज से ग्रेजुएट हैं और उन्होंने पूरे HUL में ग्लोबल स्तर पर काम किया है. पैरेंट कंपनी यूनिलीवर से चीफ ऑफ ट्रांस्फोर्मेशन में रूप में जुड़ने से पहले वह उत्तरी एशिया क्षेत्र के EVP (एम्प्लोई वैल्यू प्रपोजिशन) और यूनिलीवर चीन के चेयरमैन थे. रोहित जावा के पास पर्सनल केयर, होम केयर और फ़ूड जैसे अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने का अनुभव है. इतना ही नहीं, रोहित जावा ने अन्य देशों में काम करने से पहले बहुत सालों तक भारत में काम किया है जिसकी वजह से उनको भारतीय मार्केट और कंज्यूमर की जरूरतों की बहुत बेहतर समझ है.

दूसरी तरफ प्रिया नायर हैं जिन्हें मैं काफी अच्छी तरह से जानता हूं. एक अच्छी लीडर होने के साथ ही वह एक बहुत प्यारी और दयालु इंसान हैं और मेरी किस्मत बहुत अच्छी है कि मुझे कई बार उनसे मिलना का सौभाग्य मिला है. वह एक बहुत ही बेहतरीन प्रोफेशनल और लीडर हैं और मुझे यकीन है कि उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जायेगी वो उसे बहुत अच्छे से निभाकर अपना विकास और अपनी चमक बनाये रखेंगी. नायर लगभग तीन दशकों से यूनिलीवर के साथ हैं और उन्होंने कंपनी में कई सीनियर लीडरशिप पोजीशंस पर काम किया है. फिलहाल वह यूनिलीवर में ब्यूटी & वेलबिंग की ग्लोबल CMO के रूप में काम कर रही हैं और उन्होंने कंपनी के साथ लगभग 28 साल तक काम किया है. नायर ने पुणे स्थित सिम्बायोसिस इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से ग्रैजुएशन किया है. इसके साथ ही, नायर कार्यस्थल में विवधता और समावेश की हिमायती हैं, जो आजकल बहुत सी कंपनियों के लिए एक महत्त्वपूर्ण मुद्दा है. नायर CEAT और ASCI जैसी कंपनियों के बोर्ड में भी शामिल रह चुकी हैं.

हालांकि नायर हिन्दुस्तान यूनिलीवर के CEO के पद के लिए एक बहुत शानदार विकल्प हो सकती थीं लेकिन रोहित जावा की भारतीय मार्केट की समझ और सफलता का उनका रिकॉर्ड उन्हें इस पद के लिए सबसे मजबूत कैंडिडेट बना देता है. आखिरी में कहना चाहूंगा कि जावा को CEO बनाने का फैसला बहुत से फैक्टर्स पर आधारित हो सकता है जिनमें लीडरशिप की क्वॉलिटी, रणनीतिक दूरदृष्टि और अनुभव भी शामिल हैं. मैं समझता हूं कि लीडरशिप में विविधता के स्तर पर यूनिलीवर पिछले कुछ सालों से काफी अच्छी तरह से प्रगति कर रहा है. साल 2020 में कंपनी ने घोषणा की थी कि अपनी लीडरशिप टीम में उन्होंने जेंडर बैलेंस को हासिल कर लिया है और 50% महिलाओं ने मैनेजमेंट पोजीशन्स को संभाल रखा है. इतना ही नहीं, यूनिलीवर ने लीडरशिप पदों पर ‘अलग-अलग रंग के लोगों’ के प्रतिनिधित्व को बढ़ाने का वादा भी किया है.

संजीव मेहता की जगह लेना
मैं संजीव मेहता से भारत में HUL में लगभग उसी समय मिला था जब मैं पहली बार सिंगापुर में जावा से मिला था. तब से, हमने कई बार उनका साक्षात्कार लिया और उन्होंने BW (बिजनेसवर्ल्ड) के विभिन्न कार्यक्रमों में भी हिस्सा लिया. 2021 में मेहता हमारे इम्पैक्ट पर्सन ऑफ द ईयर (IPOY) थे - 4 वर्षों में कई बार नामांकित होने के बाद. मेहता बेहद खास तरह के व्यक्ति हैं. मुझे याद है 2017 में जब बाबा रामदेव IPOY थे और मैंने उनसे IPOY विजेता पर कुछ कहने का आग्रह किया था, तब उन्होंने कहा कि हमें आज बाबा रामदेव को सेलिब्रेट करना चाहिए, लेकिन एक संपादकीय मंच के रूप में, निर्णय लेते समय हमें गहराई में जाकर अध्ययन करना चाहिए. मुझे याद है कि मेरे सवाल का जवाब देते हुए वह शांत खुश और शिकायत रहित तरीके से ऐसा कह रहे थे.
मैं बताना चाहूंगा कि मैंने भारतीय उद्योग जगत के लगभग सभी लीडर्स से मुलाकात की है और उनमें से कई के साथ बातचीत की है. और इससे पहले कि मैं आपको बताऊं कि पिछले आठ सालों में जब मैंने मेहता के साथ बातचीत की तो मैंने क्या महसूस किया, मुझे आपको एक कहानी बतानी है.
दो साल पहले मेरे दोस्त सुनंदन भांजा चौधरी ने मुझे फोन किया और सुझाव दिया कि हमें एक आईपी करना चाहिए जो 'बिजनेस वर्ल्ड' में सबसे परिपूर्ण व्यक्ति को पहचान करे - जैसा कि इंडिया इंक में होता है. मुझे यह दिलचस्प लगा और मैंने उनसे कहा कि मैं इस बारे में सोचूंगा और इस तरह के पुरस्कार के लिए एक रूपरेखा और मानदंड तैयार करूंगा. मुझे याद है कि मैंने कहा था कि हमें एक कम्पलीट पर्सन अवार्ड बनाना चाहिए जिसमें महिला और पुरुष दोनों शामिल हों. इसके बाद हमने ढांचा विकसित किया और कम्पलीट पर्सन, कम्प्लीट वुमन और कम्पलीट मैन के लिए मानदंड के तीन सेट तैयार किए. हमने प्रारंभिक लिस्ट भी तैयार कीं और मानदंडों और नामों का परीक्षण किया - जिसे हमने कुछ बहुत ही बुद्धिमान लोगों के साथ साझा किया. कम्पलीट मैन के लिए मैंने रूपरेखा और मापदंड तैयार किया, जिसमें मेरे विचार से निम्नलिखित गुण होने चाहिए:

  • लंबी अवधि में उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया हो और अपने प्रदर्शन और योगदान में सुसंगत रहा हो.
  • पैमाने पर प्रभाव का अहम होना  - पैमाना लड़कों को पुरुषों से अलग करता है 
  • मानवीय और दयालु
  • अधिक लीडर्स बनाना
  • लंबे समय तक नेतृत्व की भूमिका में रहा
  • नेतृत्व और योगदान की व्यापक स्वीकृति
  • अपनी कंपनी और उद्योग से परे योगदान
  • एक पारिवारिक व्यक्ति जो अपने परिवार के साथ सद्भाव रखता है
  • क्या हम इस व्यक्ति से तब भी मिलना चाहेंगे जब उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी हो - कोई नौकरी नहीं हो, कोई आधिकारिक उपाधि नहीं हो और कोई ऐसा काम न हो जिसमें वह हमारी मदद या सहयोग कर सके? बिना काम के भी क्या हम उससे मिलेंगे? 
  • उच्च अखंडता और निर्दोष चरित्र
  • सच्चे अर्थों में राष्ट्र निर्माण में योगदान देने की क्षमता

आंतरिक प्रक्रिया पर दो महीने बिताने के बाद हमने छह लोगों को शॉर्टलिस्ट किया. इसके बाद हमने 200+ सीईओ और प्रमोटरों को भी बुलाया और उनसे उनकी पसंद पूछी. हम हेडहंटर्स, मीडिया के लोग, पीई और वीसी समुदाय, बैंकर, साथियों और वरिष्ठ कर्मचारियों तक पहुंचे और इस बाहरी प्रक्रिया से एक सूची तैयार की. अंत में हमारे पास 9 नाम थे और हमने इसे अंतिम सूची के रूप में लिया. मैं अपनी बात समझाने के लिए उस सूची को अपने लेख के हिस्से के रूप में साझा कर रहा हूं.

  • एन चंद्रशेखरन, समूह अध्यक्ष, टाटा समूह
  • संजीव मेहता, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एचयूएल
  • वी वैद्यनाथन, सीईओ और एमडी, आईडीएफसी बैंक
  • संजीव पुरी, अध्यक्ष, आईटीसी
  • उदय कोटक, अध्यक्ष, कोटक महिंद्रा
  • सुरेश नारायणन, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, नेस्ले इंडिया
  • आनंद महिंद्रा, अध्यक्ष, महिंद्रा समूह
  • सीपी गुरनानी, एमडी और सीईओ, टेक महिंद्रा
  • सुधीर सीतापति, एमडी और सीईओ, गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स

हम फिर से आंतरिक और बाहरी परामर्श से गुजरे और अपनी पहली पसंद - संजीव मेहता के साथ सामने आए. हालांकि मुझे यह बताना चाहिए कि हमारे परामर्श के पूरे स्पेक्ट्रम में शीर्ष तीन विकल्पों में बहुत कम अंतर था, लेकिन मैं इस चर्चा को मिस्टर मेहता तक ही सीमित रखूंगा. मैं जो बात कह रहा हूं वो यह है कि वह एक परिपूर्ण व्यक्ति या कम्पलीट मैन हैं, जिन्होंने पिछले दशक में एचयूएल को पूरी तरह बदला और विकसित किया है. उनके नेतृत्व में, कंपनी ने सभी श्रेणियों और सभी मौसमों में चुनौती देने वालों के तूफान का सामना किया है. उनके कार्यकाल के दौरान, HUL का कारोबार और बाजार पूंजीकरण में वृद्धि हुई. इस वैश्विक दिग्गज ने भारत में अपने निवेश को दोगुना किया.

मेहता ने बड़े अधिग्रहण किए, विवादों से दूर रहे, मिलनसार और हमेशा संतुलित रहे. उनके साथ किसी भी बातचीत में, हमेशा निष्पक्ष चर्चा और निष्पक्ष निर्णय पर पहुंचने अहसास होता है. वह हमेशा हर व्यक्ति के साथ चाहे वह जूनियर हो या सीनियर गर्मजोशी के साथ मिलते हैं - फिर चाहे मुलाकात व्यक्तिगत हो या पेशेवर. वह कम्पलीट मैन का प्रतीक हैं और पिछले एक दशक में भारत में एचयूएल का पर्याय बन गए हैं. उनका विकास और प्रभाव उनकी पोजीशन और परफॉरमेंस से नहीं आया, जो दोनों ही बेजोड़ रहे- बल्कि इस तथ्य से आया कि उन्होंने जो कुछ भी किया उसमें ईमानदारी, गर्मजोशी और मानवीय दृष्टिकोण शामिल रहा.

स्वाभाविक रूप से, जब यूनिलीवर मिस्टर मेहता के उत्तराधिकारी की तलाश कर रहा था, तो यह उसके लिए सबसे मुश्किल कामों में से एक रहा होगा. उन्हें एक ऐसे व्यक्ति का चयन करना था, जिसका कंपनी के भीतर और बाहर सम्मान हो और जिसमें उनके समान गुण हों. कोई भी दो लीडर एक जैसे नहीं होते और जब आप उत्तराधिकारी के लिए सही चुनाव करना चाहते हैं तो समानता तलाशना सबसे अच्छा होता है. सांस्कृतिक अभिविन्यास भी महत्वपूर्ण है.

एचयूएल में 10 वर्षों के परिवर्तनकारी कार्यकाल के बाद, मेहता कंपनी से सेवानिवृत्त होंगे. एचयूएल का अब करीब 7 अरब डॉलर का कारोबार है और बाजार पूंजीकरण 75 अरब डॉलर के दायरे में है और यह बढ़ रहा है. एक दशक तक एचयूएल में रहते हुए, उन्होंने मार्केट कैप को 17 बिलियन अमेरिकी डॉलर से लगभग पांच गुना बढ़ाकर 75 बिलियन करने में मदद की, जिससे एचयूएल भारत का सबसे मूल्यवान बिजनेस बन गया. वह फिक्की के अध्यक्ष भी बने और टाटा संस द्वारा उन्हें एयर इंडिया के बोर्ड में भी शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया.

रोहित जावा 27 जून 2023 से नए एमडी और सीईओ के रूप में कार्यभार संभालेंगे. वह 1 अप्रैल 2023 से यूनिलीवर, दक्षिण एशिया के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालेंगे और यूनिलीवर लीडरशिप एक्जीक्यूटिव में शामिल होंगे. संजीव मेहता और रोहित जावा दोनों के पास ग्रोथ माइंडसेट और ग्रोथ ट्रैक रिकॉर्ड है. जब जावा के नाम की घोषणा की गई तो मैंने उन उदार लोगों को कॉल किया जो उन्हें व्यक्तिगत रूप से जानते थे और उनके बारे में सूक्ष्म दृष्टिकोण रखते थे. मुझे उनके बारे में काफी कुछ पॉजिटिव जानने को मिला और एक लीडर के रूप में उन्हें लेकर लोगों की राय लगभग एक जैसी थी. मैं उसे इस तरह समराइज करना चाहूंगा:

  • करियर यूनिलीवर मैन
  • अत्यधिक मेहनत
  • अत्यधिक पसंद किए जाने वाले
  • अत्यधिक दृढ़ता, स्थिरता और चरित्र की ताकत के माध्यम से आंतरिक रूप से विकसित व्यक्ति
  • यूनिलीवर के सभी बाजारों की समझ और सांस्कृतिक संवेदनशीलता का होना, जो उन्हें एक आदर्श उत्तराधिकारी बनाती है
  • एचयूएल के मुंबई कार्यालय से अपनी यात्रा शुरू करने के बाद वियतनाम, सिंगापुर, फिलीपींस, चीन और ब्रिटेन में काम किया
  • चीन और फिलीपींस में असाधारण प्रदर्शन किया
  • ट्रांसफॉर्मेशन के प्रमुख के तौर पर भविष्य के एचयूएल को आकार देने की समझ
  • मैंने जिन 15 वरिष्ठ लोगों से बात की, उनमें से 12 ने स्पष्ट रूप से इस निर्णय का समर्थन किया

देखने का नजरिया
मैं नूर और उनके नजरिए का बहुत सम्मान करता हूं. जब नूर ने अपना लेख लिखा, तो मैं इस बात से अच्छी तरह वाकिफ था कि नूर कहां से आती हैं. मुझे लगता है कि उन्होंने अपने लेख में एक बहुत बड़ा मुद्दा उठाया और संजीव मेहता के प्रति उनके सम्मान को जानते हुए, मैं बिना किसी संदेह के जानता हूं कि उनका मानना है कि एलन जोप, नितिन परांजपे और यूनिलीवर बोर्ड सहित प्रक्रिया में भाग लेने वाले सभी लोगों के साथ-साथ उन्होंने सबसे अच्छा निर्णय लिया होगा. हालांकि, महिलाओं और जेंडर के बारे में हेडलाइन और स्टांस वास्तविक मुद्दे से दूर ले जाते हैं. प्रिया नायर और रोहित जावा न केवल अनुभव में बल्कि विभिन्न मामलों में अलग हैं. नायर भी प्रतिभाशाली हैं, लेकिन यह पल जावा का है और मैं इसे उनसे नहीं छीन सकता.

मेरे विचार से तुलना से बचा जा सकता है और यह हमेशा स्वस्थ नहीं होती. नूर स्वतंत्र हैं और मुझे यकीन है कि मेरे दृष्टिकोण पर उनकी अपनी अलग सोच होगी, लेकिन यह ठीक है. मैं उसके नजरिए का सम्मान करता हूं और मुझे यकीन है कि वह भी मेरे नजरिए का सम्मान करेंगी. जिस तरह से मैं इसे देखता हूं, यह मेरे लिए एक ऐसी स्थिति है जिसमें किसी सेलिब्रिटी कपल की शादी में दूल्हा या दुल्हन से उनकी लाइमलाइट छीनना है.  

स्पॉटलाइट सही कारणों से रोहित जावा पर होनी चाहिए - वह यह है कि जावा मिस्टर मेहता के उत्तराधिकारी के रूप में एचयूएल के लिए बेहतरीन विकल्प हैं. मेरा दृष्टिकोण और लेख प्रतिभा या व्यक्तित्व के बारे में कुछ भी नहीं है. यह एक एंगल है, जो मुझे लगता है कि नूर के लेख में अलग होना चाहिए था. मेरा दृढ़ विश्वास है कि समय बताएगा कि रोहित जावा, मेहता के उत्तराधिकारी के रूप में सही विकल्प हैं.

स्केल का परिप्रेक्ष्य
निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले मुझे इस जॉब की कठिन आवश्यकताओं के लिए एक और परिप्रेक्ष्य आपके समक्ष रखने दें. यह न केवल भारत में बल्कि बड़े पैमाने पर दुनिया की सबसे बड़ी कॉर्पोरेट नौकरियों में से एक है. आइए विचार करें कि हिंदुस्तान यूनिलीवर, जो यूनिलीवर की भारतीय सहायक कंपनी है, टर्नओवर, प्रॉफिटेबिलटी और मार्केट पोजीशन के मामले में अन्य यूनिलीवर सहायक कंपनियों और अन्य वैश्विक एफएमसीजी कंपनियों की तुलना कैसे करती है. सबसे पहले, टर्नओवर के मामले में, एचयूएल वॉल्यूम के मामले में यूनिलीवर की सबसे बड़ी सहायक कंपनी है और वित्त वर्ष 2012 में लगभग 7 बिलियन अमेरिकी डॉलर के कारोबार के साथ दूसरी सबसे बड़ी सहायक कंपनी है और वित्त वर्ष 23 में नौ महीने के कारोबार के आधार पर 5 बिलियन डॉलर से अधिक - 14 प्रतिशत YoY की वृद्धि - पूरे वर्ष के लिए यह आंकड़ा संभवतः 8 बिलियन डालर के करीब हो सकता है. यह इसे अन्य प्रमुख सहायक कंपनियों जैसे यूनिलीवर उत्तरी अमेरिका और यूनिलीवर यूरोप से आगे रखता है, जो मूल कंपनी में 40 प्रतिशत का योगदान करती हैं.

प्रॉफिटेबिलटी या लाभप्रदता के संदर्भ में, एचयूएल ने लगातार मजबूत वित्तीय परिणाम हासिल किए हैं. वित्तीय वर्ष 2020-21 में, कंपनी ने 1 बिलियन डॉलर से अधिक का शुद्ध लाभ दर्ज किया था. जब मार्केट पोजीशन की बात आती है, तो हिंदुस्तान यूनिलीवर भारत में अग्रणी एफएमसीजी कंपनियों में से एक है, जिसकी पर्सनल केयर, होम केयर, फूड और रिफ्रेशमेंट जैसी कई उत्पाद श्रेणियों में महत्वपूर्ण उपस्थिति है. डव, सर्फ एक्सेल और लिप्टन जैसे कंपनी के ब्रैंड भारत में एक अलग पहचान रखते हैं. मार्केट कैप के लिहाज से, यह वैश्विक स्तर पर RB, कोलगेट पामोलिव, जनरल मिल्स और क्राफ्ट हेंज की तुलना में ज्यादा है. रोहित जावा के पास भारतीय लोकाचार और भारतीय संस्कृति की समझ है और उन्होंने कई देशों और कई भूमिकाओं में काम किया है. वह मिलनसार हैं और सहकर्मी उनका सम्मान करते हैं. मेरा मानना है कि इस स्केल के ऑपरेशन के लिए वह सभी अर्थों में सबसे उपयुक्त है.

और अंत में यह सवाल
हालांकि विचार करने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रश्न यह है कि यूनिलीवर को भारतीय सीईओ कब मिलेगा. क्या नितिन परांजपे को अगले कुछ वर्षों में यूनिलीवर का सीईओ बनाया जाएगा? क्या संजीव मेहता अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और भविष्य में ग्लोबल सीओओ या सीईओ बनने की दौड़ में शामिल होंगे? मैं यह सवाल सिर्फ इसलिए नहीं पूछ रहा हूं क्योंकि मैं चाहता हूं कि कोई भारतीय यूनिलीवर का प्रमुख बने. मुझे लगता है कि नितिन परांजपे और संजीव मेहता दुनिया के दूसरे लीडर्स की तुलना में ज्यादा अच्छे या बेहतर हैं, क्योंकि उन्होंने सफलतापूर्वक हिंदुस्तान यूनिलीवर के सामने आने वालीं बड़ी चुनौतियों का सामना किया है, और उन्होंने नैतिक मूल्यों से समझौता किए बिना ऐसा करके दिखाया है. 

स्पष्टीकरण: यह कॉलम रेमंड द्वारा प्रायोजित नहीं है, हालांकि मैं रेमंड द्वारा इसे प्रायोजित करने का स्वागत करूंगा. क्योंकि यह कम्पलीट कॉलम है.
 


टैग्स
सम्बंधित खबरें

अगले कई वर्षों में 6.5 प्रतिशत या उससे अधिक की वृद्धि दर हासिल कर सकता है भारत: IMF

इंटरनेशनल मॉनेट्री फंड (IMF) में एशिया पैसिफिक विभाग के निदेशक कृष्णा श्रीनिवासन (Krishna Srinivasan) ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 6.8 प्रतिशत विकास दर के आंकड़े को बहुत प्रभावी बताया है.  

20-April-2024

एलन मस्क भारतीय start-up में लगाएंगे पैसा, UN में भारत की स्‍थाई सदस्‍यता पर भी साथ

हालांकि इस मामले को लेकर जानकारों की राय बंटी हुई है. कुछ का मानना है कि उनकी राय का कुछ असर हो सकता है जबकि कुछ मानते हैं कि कोई असर नहीं होगा. 

18-April-2024

मौजूदा कठिन होती वैश्विक परिस्थितियों में प्राइवेट कंपनियों के लिए क्‍या हैं चुनौतियां?

संकट के समय ही आविष्कार का जन्म होता है और महान रणनीतियां सामने आती हैं. जो संकट पर विजय प्राप्त कर लेता है, वह स्वयं पर विजय प्राप्त कर लेता है वो भी बिना पराजित हुए- अल्बर्ट आइंस्टीन

12-April-2024

जानिए कब तक मिलेगी आपको सस्ती ईएमआई की सौगात, क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट्स?

शुक्रवार को आरबीआई ने वित्त वर्ष 2024-25 की बैठक में रेपो रेट में कोई भई बदलाव न करने का फैसला लिया गया, ऐसे में अब ईएमआई की दरें भी स्थिर रहेंगी.

05-April-2024

टियर 2 व 3 शहरों में क्या है रिटेल सेक्टर का भविष्य, जानें रिटेलर्स की जुबानी?

BW Retail World Summit में रिटेल की दुनिया से जुड़ी हस्तियों ने पैनल चर्चा में भाग लेकर रिटेल इंडस्ट्री के भविष्य और कंज्यूमर्स की आवश्कताओं जैसे बिंदुओं पर चर्चा की.

28-March-2024


बड़ी खबरें

आम लोगों को सरकार ने दी राहत, इन बीमारियों की 41 दवाईयां होंगी सस्ती

NPPA की 143वीं बैठक में 41 दवाओं के दाम कम करने का फैसला लिया गया है. इसमें मल्टीविटामिन, एंटीबायोटिक्स, एलर्जी, शुगर, हार्ट और लिवर जैसी तमाम बीमारियों की दवाएं शामिल हैं.

31 minutes ago

क्यों CM हाउस गईं थी Swati Maliwal, कैसे हुई बदसलूकी? पहली बार सामने आया पूरा सच

स्वाति मालीवाल आप आदमी पार्टी की तरफ से किए जा रहे एक आग्रह के चलते नाराज हैं और इसी वजह से बात इतनी बिगड़ी.

1 hour ago

HDFC लाइफ इंश्योरेंस ने की बड़े बोनस की घोषणा, पॉलिसीहोल्डर्स का बन गया दिन   

अपने अब तक के सबसे बड़े बोनस की घोषणा करते हुए कंपनी ने कहा है कि वो ग्राहकों के लिए बेस्ट उत्पाद बनाना जारी रखेगी.

2 hours ago

डेस्कटॉप-लैपटॉप नहीं, अब ट्रेडिंग के लिए मोबाइल है ट्रेंड में; आंकड़े दे रहे गवाही 

हर रोज नए निवेशक शेयर बाजार से जुड़ रहे हैं, उसमें मोबाइल पर ट्रेडिंग करने वालों की संख्या ज्यादा है.

18 hours ago

समुद्र के बीच इस दिन होगा अनंत-राधिका का दूसरा प्री-वेडिंग, जानिए क्या होगा खास?

अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट के दूसरे प्री-वेडिंग सेलिब्रेशन की तैयारियां शुरू हो गई हैं. इस बार का प्री-वेडिंग सेलिब्रेशन विदेश में होगा.

17 hours ago