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अचानक सुर्खियों में क्यों आ गए Smartphone बनाने वाली भारतीय कंपनी LAVA के MD?
लावा की स्थापना 2009 में हरी ओम राय ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर की थी. ये कंपनी स्मार्टफोन के साथ ही कई अन्य इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स भी बेचती है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 7 months ago
मोबाइल फोन बनाने वाली भारतीय कंपनी लावा इंटरनेशनल (Lava Internationl) के MD हरिओम राय एकदम से सुर्खियों में आ गए हैं. लेकिन इन सुर्खियों का उनकी या लावा की किसी उपलब्धि से कोई ताल्लुख नहीं है. दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चीनी फोन निर्माता कंपनी वीवो (Vivo) के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जो कार्रवाई की है, उसकी जद में राय भी हैं. ED ने धन-शोधन निवारण अधिनियम के तहत हरिओम राय सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया है.
राय पर क्या हैं आरोप?
Lava इंटरनेशनल के फाउंडर और एमडी हरिओम राय पर चीन की मोबाइल फोन कंपनी Vivo की मदद करने का आरोप है. ED ने राय के अलावा Vivo से जुड़े चीनी नागरिक गुआंगवेन क्यांग, नितिन गर्ग और राजन मलिक को गिरफ्तार किया है. माना जा रहा है क्यांग ने ही वीवो मनी लॉन्ड्रिंग मामले में इसने मुख्य भूमिका निभाई है. नितिन गर्ग वीवो के लिए CA का काम कर रहा था और राजन मलिक लावा का ऑडिटर बताया जा रहा है. आरोप है कि इनकी सांठगांठ की मदद से ही वीवो ने अवैध रूप से 1 लाख करोड़ रुपए भारत से बाहर भेजे हैं.
2009 में हुई थी स्थापना
ED का आरोप है कि चारों आरोपी जांच में मदद नहीं कर रहे थे. इसी वजह से उसने चारों की हिरासत मांगी थी. लावा के एमडी हरिओम राय पर आरोप है कि उन्होंने राजन मलिक के साथ मिलकर FDI मानदंडों का उल्लंघन किया. उन्होंने चीन की तरफ से नियंत्रित किए जा रहे नेटवर्क को मजबूत करने के लिए Vivo China की मदद की. बता दें कि लावा की स्थापना 2009 में हरी ओम राय ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर की थी. ये कंपनी स्मार्टफोन के साथ ही कई अन्य इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स भी बेचती है. कंपनी ने हाल ही में अपनी विस्तार योजना के बारे में जानकारी दी थी. Lava स्मार्टफोन मार्केट में एक बड़ा शेयर हासिल करना चाहती है और इसके लिए उसने बड़े निवेश की घोषणा की थी.
बड़ा करना चाहती है Lava
मीडिया रिपोर्ट्स एक अनुसार, 30,000 रुपए तक के स्मार्टफोन सेगमेंट में Lava 10 प्रतिशत मार्केट शेयर चाहती है, इसके लिए उसने प्रोडक्ट डेवलपमेंट एवं मार्केटिंग में अगले 2 सालों में 600 करोड़ खर्च करने की योजना बनाई है. कंपनी के 800 से ज्यादा सर्विस सेंटर है, लेकिन इसके बावजूद लावा 'सर्विस एट होम' पर काम कर रही है. यानी शिकायत पर कंपनी अपने इंजीनियरों सम्बंधित ग्राहक के घर भेजेगी. लावा को उम्मीद है कि इस सुविधा से उसका कस्टमर बेस मजबूत होगा. क्योंकि आज के समय में घर बैठे मिलने वाली सुविधा लोगों को ज्यादा पसंद आती है. एक रिपोर्ट में लावा के प्रेसिडेंट सुनील रैना के हवाले से बताया गया था कि अप्रैल 2020 से कंपनी के स्मार्टफोन बिजनेस में कम से कम 200 प्रतिशत का उछाल आया है.
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