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Zepto ने इस साल में हासिल किया वो मुकाम, सुनेंगे तो दिल खुश हो जाएगा
भारतीय कंपनी Zepto इस साल में भारत की पहली ऐसी कंपनी बनी है जिसने यूनीकॉर्न का खिताब हासिल किया है, कंपनी 200 बिलियन डॉलर से ज्यादा की रकम जुटाने में कामयाब रही है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 8 months ago
इस साल की पहली तिमाही के फंडिंग क्राइसिस में बीतने के बाद आखिरकार भारतीय कंपनी ने वर्ष 2023 में पहली यूनीकॉर्न बनने का रिकॉर्ड हासिल कर लिया है. 1.4 बिलियन की वैल्यू वाली ये कंपनी 200 बिलियन की फंडिंग जुटाने में कामयाब रही है. जेप्टो (Zepto) की योजना है कि वो आने वाले साल में बाजार में लिस्ट हो जाएगी उससे पहले कंपनी ने अपनी बैलेंस शीट को मजबूत करने के लिए जो कदम उठाया है वो उसे काफी मददगार साबित होगा.
Zepto ने आखिर किससे जुटाई फंडिंग?
10 मिनट में घर का सामान डिलीवर करने के लिए जानी जाने वाली कंपनी जेप्टो ने ये फंडिंग 2 कंपनियों से जुटाई है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के सह-संस्थापक आदित्य पालीचा ने बताया कि इनमें स्टेपस्टोन ग्रुप से 105 मिलियन डॉलर और गुडवाटर कैपिटल से 30 मिलियन डॉलर जुटाए हैं. दोनों नए निवेशक मुंबई में अपना कारोबार चलाते हैं. स्टेपस्टोन कैपिटल देश का पहला प्रत्यक्ष निवेश कोराबार है, जबकि गुडवॉर कैपिटल ने इससे पहले पॉकेट एफएम, टीचमिंट और यलोक्लासेस में निवेश किया है. जेप्टो को बाकी 95 मिलियन डॉलर मौजूदा नेक्सस वेंचर पार्टनर्स, ग्लेड ब्रूक कैपिटल और लैची ग्रूम से मिलेंगे. आदित्य ने कहा कि जिन लोगों को हमने अपने साथ जोड़ा है वो ग्रोथ को लेकर आगे की ओर देखने वाले लोग हैं.
कौन है कंपनी के मुकाबले में?
जेप्टो के मुकाबले में जोमैटो के स्वामित्व वाली ब्लिंकिट, स्विगी इंस्टामॉर्ट, रिलायंस की डेंजो और टाटा की बिग बास्केट जैसी कंपनियां हैं. जेप्टो ऑर्डर वाल्यूम के मामले में तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टपअप था, स्टार्टअप ने ये भी बताया कि सितंबर 2022 में उसका मासिक कैशबर्न 90 करोड़ रुपये से घटकर 55 करोड़ रुपये रह गया था. हालांकि कंपनी की ओर से सही आंकड़े नहीं बताए गए लेकिन उन्होंने कहा कि कैशबर्न नीचे की ओर जा रहा था.
कंपनी की IPO योजना को लेकर क्या है तैयारी?
जेप्टो की ओर से कहा गया है कि हालांकि वो अभी फंड जुटाने में कामयाब रही है लेकिन पिछले साल का 200 मिलियन का फंड अभी भी उसके खाते में पड़ा हुआ है. कंपनी का मानना है कि अगले 12 महीनों में जब EBITDA पॉजिटिव पर पहुंच जाएगा तब हमें एक बड़े पैसे को खर्च करने की जरूरत नहीं होगी. कंपनी का मानना है कि उसके बाद हम प्री आईपीओ की ओर आगे बढ़ेगे. ये हमारा आखिरी ग्रोथ इक्विटी राउंड था और इसे हमने सिर्फ बैलेंस शीट बनाने के लिए किया था. Zepto की स्थापना महामारी के दौर में 2021 में हुई थी. इस कंपनी ने अब 560 मिलियन डॉलर जुटाए हैं.
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