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अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने वाली है RealMe, इस फैसले का होगा बड़ा नुकसान!
शाओमी की तरह रियलमी भी भारतीय बाजार में काफी फेमस हो गई है. कंपनी के स्मार्टफोन लोगों को आकर्षित कर रहे हैं.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
भारतीय स्मार्टफोन इंडस्ट्री में चीनी कंपनियों का दबदबा है. शाओमी के अलावा भी कई चीनी कंपनियां बाजार पर अपनी पकड़ को मजबूत कर रही हैं. रियलमी (RealMe) भी इनमें से एक है. इस चीनी कंपनी ने थोड़े समय में ही भारतीय ग्राहकों को आकर्षित किया है. RealMe की पैरेंट कंपनी BBK इलेक्ट्रॉनिक्स, जिसके पोर्टफोलियो में रियलमी के अलावा Vivo, Oppo, OnePlus और iQOO भी हैं. RealMe भारत को लेकर एक बड़ा फैसला लेने वाली है, जिसे इंडस्ट्री एक्सपर्ट 'अपने पैरों पर कुल्हाड़ी' मारने के तौर पर देख रहे हैं.
चीनी लेगा शेठ की जगह
मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि RealMe भारत में अपने बिजनेस हेड माधव शेठ (Madhav Sheth) को रिप्लेस करना चाहती है. कंपनी शेठ की जगह अपने चीन स्थित मुख्यालय से किसी टॉप एग्जीक्यूटिव को भेजने की योजना बना रही है. कंपनी को शायद लगता है कि चीनी अधिकारी उसकी नीतियों और रणनीतियों को बेहतर ढंग से समझकर भारतीय बाजार पर उसकी पकड़ को मजबूत कर सकता है, लेकिन एक्सपर्ट्स ऐसा नहीं मानते. उनकी नजर में इस फैसले से कंपनी को दोहरा नुकसान उठाना पड़ेगा.
माधव के पास लंबा अनुभव
माधव शेठ के पास लंबा अनुभव है और वह भारतीय बाजार को किसी भी चीनी अधिकारी से बेहतर समझ सकते हैं. उनकी लीडरशिप में ही रियलमी ने भारत में अपनी पैठ बढ़ाई है. शेठ के पास इंडस्ट्री का 17 से अधिक सालों का अनुभव है. अवॉर्ड विनिंग शेठ रियलमी के ओवरसीज बिजनेस ऑपरेशन के लिए जिम्मेदार हैं और सीधे कंपनी के संस्थापक एवं सीईओ स्काई ली (Sky Li) को रिपोर्ट करते हैं. ऐसे में नए बिजनेस हेड के लिए सबकुछ संभालना इतना आसान नहीं होगा, वो भी ऐसे समय में जब मोबाइल इंडस्ट्री उथल-पुथल के दौर से गुजर रही है.
ये भी बनी रहेगी आशंका
भारत में चीन और उसकी कंपनियों को लेकर एक नकारात्मक माहौल है. पेटीएम को भी चीनी कंपनी होने का आरोप झेलना पड़ा है, जबकि उसमें केवल चीनी कंपनियों की कुछ हिस्सेदारी थी. रियलमी चीनी कंपनी है, लेकिन भारत के ऑपरेशन की जिम्मेदारी किसी भारतीय को सौंपकर वो प्ले सेफ वाली स्थिति में थी, जो अब उसके लिए नहीं रहेगी. ऐसे में चीन विरोधी सेंटिमेंट हावी होने का खामियाजा कंपनी को उठाना पड़ सकता है. यह भी संभव है कि चीन अधिकारी की नियुक्ति के बाद कंपनी पर भारतीय एजेंसियों की निगरानी भी बढ़ जाए.
कितना है मार्केट शेयर?
एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय स्मार्टफोन बाजार में शाओमी का मार्केट शेयर 21 फीसदी है. इसके बाद सैमसंग, वीवो, ओप्पो का नंबर आता है और इसके बाद 14% मार्केट शेयर के साथ रियलमी का. रियलमी ने हाल ही में कई स्मार्टफोन लॉन्च किए हैं, जिन्हें काफी ज्यादा पसंद किया गया है. शाओमी को टक्कर देने के लिए BBK इलेक्ट्रॉनिक्स ने रियलमी को खड़ा किया था. हालांकि, फिलहाल कंपनी उस स्थिति में नहीं आई है, लेकिन धीरे-धीरे अपना मार्केट शेयर बढ़ा रही है. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि टॉप लेवल पर एक गलत फैसला भारत में रियलमी को बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है.
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