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RBI ने लिया ये बड़ा फैसला, और मजबूत हो जाएगा भारतीय बैंकिंग सिस्टम
भारत के केन्द्रीय बैंक द्वारा लिया गया यह फैसला लिक्विडिटी की मजबूती को भी दर्शाता है जो इन्फ्लेशन को काबू में रखने के लिए बहुत जरूरी है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
भारत के केंद्रीय बैंक RBI (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) ने गुरूवार को बताया कि बैंक द्वारा बैंकिंग सिस्टम में 1.1 लाख करोड़ रुपये डाले गए हैं. बैंक द्वारा ऐसा इन्फ्लेशन को काबू में करने के लिए किया गया है. इतना ही नहीं, भारत के केन्द्रीय बैंक द्वारा लिया गया यह फैसला लिक्विडिटी की मजबूती को भी दर्शाता है जो इन्फ्लेशन को काबू में रखने के लिए बहुत जरूरी है. पिछले 4 सालों के दौरान 1 दिन में बैंकिंग सिस्टम में डाली गयी यह सबसे बड़ी लिक्विडिटी है.
इतनी बड़ी राशि भी नहीं है पर्याप्त
लेकिन मार्केट के बॉन्ड प्लेयर्स का मानना है कि परसेंटेज के मामले में यह राशि बहुत ही छोटी है और इससे कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा. RBI द्वारा हाल ही में जारी किये गए डाटा के अनुसार फरवरी 24 को 178.6 लाख करोड़ रुपये की कुल जमा राशि के मुकाबले बैंकिंग सिस्टम में डाली गयी 1.1 लाख करोड़ की यह लिक्विडिटी राशि कुल जमा राशि का केवल 0.6% ही है. मनी मार्केट के आंकड़ों से पता चलता है कि अक्टूबर 2018 में आर्थिक तंगी के अधिकतम स्तर के दौरान यह राशी 5% थी 1% से कहीं ज्यादा थी.
इस वजह से कम हुई लिक्विडिटी
सिस्टम में इस वक्त इतनी मजबूत लिक्विडिटी डालने का एक कारण LTRO (लॉन्ग टर्म रेपो ऑपरेशंस) का उलटना भी है. एक बॉन्ड कारोबारी ने मीडिया को बताया कि, मार्च-अप्रैल 2020 के दौरान जब लॉकडाउन देश की आर्थिक स्थिति को खराब कर रहा था तब बहुत से संस्थानों ने भारत के केंद्रीय बैंक द्वारा बनायीं गयी LTRO विंडो के माध्यम से बैंक से कर्ज लिया था जो लगभग 1100 दिनों के लिए लिया गया था. अब धीरे-धीरे उस कर्ज को चुकाने के दिन पास आ रहे हैं. इसी वजह से बैंकिंग सिस्टम में लिक्विडिटी की कमी देखने को मिल रही है.
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