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RBI ने क्यों नहीं किया रेपो-रेट में इजाफा? EMI भरने वालों को मिलेगी राहत?
8-10 अगस्त के बीच RBI की MPC मीटिंग का आयोजन होना था और इसीलिए लोग इन दिनों पर खास नजर रखे हुए थे.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 9 months ago
8 – 10 अगस्त के बीच सभी लोगों की नजर RBI की MPC (मोनेटरी पॉलिसी कमेटी) मीटिंग पर थी. सभी लोग जानना चाहते थे कि RBI द्वारा रेपो रेट (Repo Rate) में क्या बदलाव किया जाएगा. आपको बता दें की रेपो रेट को प्रमुख पॉलिसी निर्धारण रेट भी कहा जाता है. यही रेट तय करता है कि आपकी EMI में बढ़ोत्तरी होगी या फिर नहीं. RBI की MPC द्वारा रेपो-रेट को लेकर फैसला लिया जा चुका है.
स्थिर रहेगा रेपो-रेट
8-10 अगस्त के बीच RBI की MPC मीटिंग का आयोजन होना था और इसीलिए लोग इन दिनों पर खास नजर रखे हुए थे. RBI ने आज रेपो-रेट को तय करते हुए अहम फैसला सुना दिया है और यह फैसला लोगों के लिए काफी अच्छा और राहत पहुंचाने वाला है. RBI ने फैसला किया है कि लगातार तीसरी बार वह रेपो-रेट में किसी तरह का कोई परिवर्तन नहीं करेगा और इसीलिए रेपो-रेट 6.50% पर स्थिर बना रहेगा.
आम आदमी के लिए कैसा रहेगा फैसला?
आइए अब जानते हैं कि आखिर आम आदमी के लिए यह फैसला कैसा रहने वाला है? ज्यादातर व्यक्ति जो EMI भरते हैं, उनके लिए RBI का फैसला काफी राहत भरा साबित हो सकता है. दरअसल RBI द्वारा रेपो-रेट नहीं बढ़ाने के पीछे बैंकों की अच्छी स्थिति का हवाला दिया गया है. Voice Of Banking के फाउंडर अशवनी राणा का कहना है कि कर्ज महंगा होने से बैंकों सहित कई अलग-अलग सेक्टरों पर नेगेटिव असर पड़ता है.
क्यों नहीं बढ़ाया रेपो-रेट
इस विषय पर आगे बात करते हुए अशवनी राणा ने कहा कि रेपो-रेट में वृद्धि होने से बैंकों से कर्ज लेने वाले बैंक के ग्राहकों के लिए मुश्किल बढ़ सकती थी. रिजर्व बैंक ने कर्ज लेने वालों के साथ-साथ कर्ज देने वाले बैंकों को भी काफी बड़ी राहत पहुंचाई है. RBI की MPC की मीटिंग के दौरान गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैंकों की स्थिति की भी जानकारी दी और कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की वृद्धि का कारण भी बन सकता है.
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