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अब रिलायंस की इन दो कंपनियों में होगा डीमर्जर, 2 मई होगी शेयरधारकों की बैठक
दरअसल मई में होने जा रहे इस डीमर्जर को RIL के निदेशक मंडल ने पिछले अक्टूबर में मंजूरी दी थी, ये डीमर्जर RIL और RSIL के बीच होगा.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
रिलायंस इंडस्ट्रीज अपने वित्तीय सेवा कारोबार को अलग करने जा रहा है. कंपनी ने इसके लिए 2 मई को अपने कर्जदाताओं और शेयरधारकों की मीटिंग बुलाई है. रिलायंस ने डीमर्जर को लेकर जो योजना बनाई है उसके अनुसार RIL के शेयरधारकों को RIL में रखे गए प्रत्येक शेयर के लिए अलग की गई इकाई में एक हिस्सा मिलेगा. कंपनी ने एक बयान में कहा, डिमर्जर के बाद, रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स के शेयरों का नाम Jio Financial Services (JFS) होगा और इसके शेयरों को NSE और BSE में सूचीबद्ध किया जाएगा.
अक्टूबर में ही कर चुकी है कंपनी ये फैसला
कंपनी इब RIL की फाइनेंसियल सर्विसेज का डीमर्जर करने जा रही है लेकिन इसका निर्णय कंपनी ने अक्टूबर की मीटिंग में ही हो गया था. RIL के बोर्ड ने पिछले अक्टूबर में कंपनी की वित्तीय सेवा उपक्रम को रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स (आरएसआईएल) में अलग करने की मंजूरी दी थी, जिसके बाद अब 2 मई को कंपनी के कर्जदारों और शेयरहोल्डरों की बैठक होने जा रही है.
क्या बोले कंपनी के एमडी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार RIL के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, JFS वास्तव में सभी देशवासियों को परिवर्तनकारी, ग्राहक-केंद्रित और डिजिटल-प्रथम फाइनेंसियल सर्विस उपलब्ध कराएगी जो सरल होगी, सस्ती होगी, नवीन और सहज वित्तीय सेवा मुहैया कराएगी. JFS एक तकनीक होगी जिसके जरिए उपभोक्ता रिलायंस के देशभर में मौजूद उपस्थिति का लाभ उठा सकेंगे. ये सेवा डिजिटल रूप से वित्तीय उत्पादों की डिलीवरी करने वाले बिजनेस का नेतृत्व भी करेगा. लाखों भारतीयों को औपचारिक वित्तीय संस्थानों में लाने वाली वित्तीय सेवाओं में कई विकास अवसरों को हासिल करने के लिए जेएफएस बेहतरीन स्थिति में है.
क्या करेगी Jio Financial Services
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ये डीमर्जर वित्तीय सेवा इकाई को निवेशकों, रणनीतिक भागीदारों, उधारदाताओं और वित्तीय सेवा व्यवसाय में विशिष्ट रुचि रखने वाले अन्य हितधारकों के विभिन्न समूहों को आकर्षित करने में मदद करेगा. एक अलग इकाई के रूप में,रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरधारकों के लिए मूल्य भी अनलॉक होगा. 2021-22 में, आरआईएल और रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स के वित्तीय सेवा व्यवसाय ने ₹1,535.6 करोड़ का संयुक्त राजस्व दर्ज किया, जबकि संयुक्त संपत्ति आधार ₹27,964 करोड़ था।
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