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आगे हफ्ते कैसी रहेगी शेयर बाजार की चाल? ये आंकड़े करेंगे निर्धारित
रिजर्व बैंक की अगले हफ्ते महत्वपूर्ण बैठक होगी, जिसमें ब्याज दरों पर फैसला लिया जाएगा.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 month ago
अगले हफ्ते कई अहम आंकड़े जारी होने वाले हैं, जिनसे शेयर बाजार (Stock Market) की चाल निर्धारित होगी. अगले हफ्ते से नए वित्त वर्ष 2025 की शुरुआत हो रही है. ऐसे में ऑटोमोबाइल बिक्री, परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI), बैंक क्रेडिट और डिपॉजिट ग्रोथ रेट जैसे महत्वपूर्ण आंकड़े जारी होंगे. इसके अलावा, रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक भी अगले हफ्ते होनी है. 3 से 5 अप्रैल तक चलने वाली इस बैठक में रेपो रेट (Repo Rate) पर फैसला लिया जाएगा. Bharti Hexacom का आईपीओ भी अगले हफ्ते खुलेगा और SRM कॉन्ट्रैक्टर्स के शेयर स्टॉक मार्केट में लिस्ट होंगे.
सोमवार को मिलेगी ये खबर
अगले हफ्ते की शुरुआत यानी कि सोमवार, 1 अप्रैल को ऑटोमोबाइल कंपनियां मार्च में हुई बिक्री के आंकड़ें जारी करेंगी. इसके साथ ही चाइना मैन्युफैक्चरिंग PMI और यूएस मैन्युफैक्चरिंग PMI के आंकड़े भी सामने आएंगे. 2 अप्रैल को भारत का मार्च महीने का मैन्युफैक्चरिंग PMI डेटा जारी किया जाएगा. वहीं, जेएसडब्ल्यू एनर्जी के बोर्ड की महत्वपूर्ण बैठक भी 2 अप्रैल हो होगी, जिसमें फंड जुटाने के प्रस्तावों पर विचार किया जाना है.
3 को आएगा ये आईपीओ
बुधवार, 3 अप्रैल को भारती हेक्साकॉम का इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) खुलेगा. कंपनी ने IPO के लिए 542 से 570 रुपए का प्राइज बैंड निर्धारित किया है. हेक्साकॉम के आईपीओ में कोई नया शेयर जारी नहीं किया जाएगा. यह IPO पूरी तरह ऑफर फॉर सेल (OFS) पर आधारित होगा. OFS के तहत टेलीकॉम कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड द्वारा 10 करोड़ शेयरों की बिक्री की जाएगी. इसी के साथ SRM कॉन्ट्रैक्टर्स के शेयर की लिस्टिंग भी 3 अप्रैल को हो सकती है. SRM कॉन्ट्रैक्टर्स के आईपीओ को निवेशकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी. 4 अप्रैल को सर्विसेज PMI का मार्च का फाइनल डेटा जारी किया जाएगा.
ब्याज दरों पर होगा फैसला
इसी तरह, शुक्रवार, 5 अप्रैल को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी ब्याज दरों पर फैसला लेगी. केंद्रीय बैंक ने पिछली बैठक में रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा था. रिजर्व बैंक ने कुछ समय पहले महंगाई के नाम पर रेपो रेट में लगातार बढ़ोत्तरी की थी, जिसकी वजह से सभी तरह के लोन महंगे हो गए थे. इससे केवल नए लोन लेने वाले ही नहीं, बल्कि जिनके लोन पहले से चले आ रहे हैं वो भी प्रभावित हुए. उनकी EMI बढ़ गई. इसी दिन बैंकों के लोन और डिपॉजिट ग्रोथ के आंकड़े भी रिलीज होंगे.
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