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सोने-चांदी की चढ़ती कीमतों पर ब्रेक, लेकिन जल्द ही नई ऊंचाई पर होगा Gold
रिद्धि-सिद्धि बुलियन लिमिटेड का मानना है कि साल के अंत तक सोने की कीमतों में 15% से 20% तक और उछाल देखने को मिलेगा.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
सोने-चांदी की कीमतों (Gold Silver Price) की कीमतों में शुक्रवार को कमी दर्ज की गई है. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर भी सोने-चांदी की घरेलू वायदा कीमतों में गिरावट आई है. MCX पर 5 जून, 2023 की डिलीवरी वाला सोना शुक्रवार दोपहर 137 रुपए की गिरावट के साथ 60,755 रुपए प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा था. डॉलर इंडेक्स में मजबूती के चलते सोने-चांदी के दाम कम हुए हैं. दरअसल, अमेरिका में महंगाई के आकंड़े उम्मीद से अच्छे आए हैं. इससे डॉलर इंडेक्स में उछाल आया है.
वैश्विक स्तर पर भी गिरावट
वहीं, चांदी के घरेलू वायदा भाव में भी गिरावट आई है. 5 जुलाई की डिलीवरी वाली चांदी 1.03 फीसदी या 757 रुपए की गिरावट के साथ 73,051 रुपए
प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है. वैश्विक स्तर पर भी चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है. कॉमेक्स पर चांदी का वायदा भाव 1.18 फीसदी या 0.29 डॉलर की गिरावट के साथ 24.14 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा है. सोने की वैश्विक कीमतों की बात करें, तो शुक्रवार दोपहर तक कॉमेक्स पर सोने का वैश्विक वायदा भाव 6 डॉलर की गिरावट के साथ 2,014.50 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा था.
2 महीनों में 12% उछाल
सोने-चांदी की कीमतों में अभी कमी जरूर आई है, लेकिन इनके फिर से ऊपर की तरफ दौड़ने की पूरी संभावना है. रिद्धि-सिद्धि बुलियन लिमिटेड (RSBL) के प्रबंध निदेशक और सीईओ पृथ्वीराज कोठारी का मानना है कि Gold Price और बढ़ सकते हैं. उन्होंने कहा कि सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं. आज भले ही गिरावट आई है, लेकिन पिछले कुछ वक्त में इसने काफी तेजी हासिल की है. इस साल मार्च की शुरुआत में प्रति 10 ग्राम सोने की कीमत $1800 डॉलर यानी 55,000 रुपए थी, शुक्रवार की गिरावट से पहले तक $250 यानी लगभग 61,800 रुपए पहुंच गई थीं. इसका मतलब ये है कि महज 2 महीने में इसकी कीमतों में 12% का उछाल आया है.
ये हैं 3 प्रमुख कारण
उन्होंने आगे कहा कि सोने के दामों में इस कदर उछाल आने के तीन प्रमुख कारण हैं - बैंकिंग पर मंडराते संकट के बादल, मंदी के लौटने और मार्च में बैंकिंग प्रणाली में देखी गईं खामियों के चलते दुनिया के तमाम देशों की डॉलर पर कम होती निर्भरता से जुड़ी चिंताएं. इन चिंताओं की वजह से लोगों ने इक्विटीज के बजाय अब सोने की खरीद में अधिक दिलचस्पी दिखाना शुरू कर दिया है. मेरा अनुमान है कि साल के अंत तक सोने की कीमतों में 15% से 20% तक और उछाल देखने को मिलेगा.
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