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क्या आप जानते हैं भारत में इस साल कितना होने जा रहा है सैलरी में इजाफा ?
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि इस साल 2023 में चीन में 6%, वियतनाम में 8%, इंडोनेशिया में 7%, हांगकांग में 4% और सिंगापुर में 4% की वेतन वृद्धि देखने का अनुमान है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
भारत में तीसरी तिमाही में ग्रोथ रेट के आंकड़े भले ही कम आए हों लेकिन देश में सामने आई एक और रिपोर्ट ये कह रही है कि इस साल आपकी सैलरी में जबर्दस्त इजाफा होने जा रहा है. रिपोर्ट कहती है कि इस बार बाजार के ट्रेंड को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि आपकी सैलरी में 10 प्रतिशत तक का इजाफा हो सकता है. जबकि 2022 में, भारत में वेतन में 9.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी. 10 प्रतिशत की ये वेतन बढ़ोतरी एशिया-प्रशांत (एपीएसी) क्षेत्र में सबसे ज्यादा है.
किस देश में कितनी बढ़ोतरी की है आशंका
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक सलाहकार, ब्रोकिंग और समाधान कंपनी WTW के वेतन बजट योजना सर्वेक्षण में अलग-अलग देशों में होने वाली वेतन बढ़ोतरी को लेकर कयास जताए गए हैं. इसके अनुसार चीन में 6 प्रतिशत, वियतनाम में 8 प्रतिशत, इंडोनेशिया में 7 प्रतिशत, हांगकांग में 4 प्रतिशत और सिंगापुर में 4 प्रतिशत वेतन वृद्धि का अनुमान जताया गया है. कोविड-19 महामारी के दौरान वेतन वृद्धि में गिरावट आई थी. 2019 में 9.9 प्रतिशत से, 2020 में वेतन में 7.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई. 2021 में वेतन में 8.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई. 2022 में यह बढ़कर 9.8 प्रतिशत हो गया.
किन –किन क्षेत्रों में हो सकती है बढ़ोतरी
इस सर्वे रिपोर्ट में उन सेक्टरों के बारे में भी जानकारी दी गई है जिनमें बढ़ोतरी की आशंका है. इनमें वित्तीय सेवाओं, टेक मीडिया और गेमिंग, फार्मास्युटिकल और बायोटेक्नोलॉजी, और रसायन और खुदरा जैसे क्षेत्र शामिल हैं जहां 10 प्रतिशत की उच्चतम वेतन वृद्धि देखी जा सकती है. दूसरी ओर, मैन्युफैक्चरिंग (टिकाऊ सामान), मैन्युफैक्चरिंग (गैर-टिकाऊ सामान) और बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग क्षेत्रों में वेतन वृद्धि उद्योग के औसत से कम रहने की उम्मीद है. हालांकि, कई क्षेत्रों में नौकरी छोड़ने की दर ऊंची बनी हुई है और कंपनियों को वेतन की योजना बनाते समय आर्थिक संकेतकों पर नजर रखने की जरूरत है.
क्या बोली सर्वे करने वाली कंपनी
WTW में वर्क एंड रिवॉर्ड्स के कंसल्टिंग लीडर राजुल माथुर ने कहा, व्यावसायिक अवसर और कर्मचारियों को बनाए रखना वर्तमान में भारत में वेतन वृद्धि के लिए प्राथमिक स्थिति है. संगठनों को अपने वेतन बजट की योजना बनाने में लचीलेपन के साथ-साथ आर्थिक संकेतकों और श्रम बाजार पर बारीकी से नजर रखने की आवश्यकता होगी. उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त कंपनी के टैलेंटेड सेक्शन के लिए 24 प्रतिशत की ग्रोथ देने से पहले कंपनी को अपने लास एंड बेनीफिट को लेकर विचार करना होगा. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि लगभग 80 प्रतिशत भारतीय कंपनियों के पास अगले 12 महीनों के लिए ऊपर की ओर व्यापार राजस्व दृष्टिकोण है, जिसका अर्थ है कि कंपनियों में ट्रस्ट बना हुआ है.
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