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TATA Motors ने अपने चाहने वालों को दिया झटका, फिर से बढ़ने वाले हैं गाड़ियों के दाम!
इससे पहले दिसंबर में भी टाटा मोटर्स ने अपने वाहनों की कीमतों में इजाफे का ऐलान किया था.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 2 months ago
टाटा मोटर्स (Tata Motors) की गाड़ियां एक बार फिर से महंगी होने वाली हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी 1 अप्रैल 2024 से अपने सभी कमर्शियल व्हीकल्स के दाम 2 प्रतिशत बढ़ाने जा रही है. इससे पहले, टाटा ने पिछले साल दिसंबर में ऐलान किया था कि 1 जनवरी 2024 से उसके कमर्शियल वाहन 3% तक महंगे हो जाएंगे. हालांकि, टाटा मोटर्स के कार जैसे पैसेंजर वाहनों की कीमतों में इस बढ़ोत्तरी का कोई असर नहीं पड़ेगा.
अलग होगा कारोबार
टाटा मोटर्स ने अपनी गाड़ियों की कीमत में बढ़ोतरी का ऐलान ऐसे वक्त किया है, जब वो अपने कमर्शियल और पैसेंजर व्हीकल्स कारोबार को अलग करने का फैसला ले चुकी है. कंपनी ने 4 मार्च को शेयर बाजार को बताया था कि वह पैसेंजर और कमर्शियल व्हीकल्स बिजनेस को डी-मर्ज करके अलग-अलग लिस्टेड एंटिटीज बनाएगी. यानी दोनों कारोबार अलग होंगे और फिर उन्हें शेयर बाजार में लिस्ट किया जाएगा.
ब्रोकरेज फर्म हैं बुलिश
उधर, डी-मर्जर की खबर सामने आने के बाद कई ब्रोकरेज फर्म Tata Motors के शेयर को लेकर बुलिश हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Morgan Stanley ने टाटा मोटर्स के लिए 'ओवरवेट' कॉल दी है. Nomura ने Buy रेटिंग देते हुए इसका टारगेट प्राइज 1057 रुपए कर दिया है. यह शेयर के मौजूदा भाव से करीब 7% ज्यादा है. इसी तरह, रेटिंग एजेंसी Moody's ने टाटा मोटर्स के लिए BA3 रेटिंग देते हुए आउटलुक पॉजिटिव रखा है. टाटा मोटर्स के शेयर आज यानी गुरुवार को 2 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1,038 रुपए पर बंद हुए हैं. बीते पांच दिनों में कंपनी के शेयरों में 6.80% का उछाल आया है.
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पहले से अलग हैं CEO
टाटा मोटर्स की तरफ से हाल ही में बताया गया था कि डीमर्जर के बाद एक यूनिट कमर्शियल व्हीकल्स कारोबार और उससे जुड़े निवेश को देखेगी. वहीं दूसरी कंपनी पैसेंजर व्हीकल्स का कारोबार संभालेगी. इसमें इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, जागुआर और लैंड रोवर और उससे जुड़ा इंवेस्टमेंट शामिल है. टाटा मोटर्स का कहना है की पूरी प्रक्रिया नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) के जरिए होगी और डीमर्जर पूरा होने में 12 से 15 महीने का समय लगेगा. बता दें कि टाटा मोटर्स का पैसेंजर व्हीकल्स, कमर्शियल व्हीकल्स और JLR कारोबार 2021 से ही अलग-अलग सीईओ द्वारा संचालित किया जा रहा है. अब कंपनी अपने कारोबार को दो भागों में विभाजित करने जा रही है.
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