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जी किशन कुमार बने BPCL के नए CMD, उनके सामने हैं ये बड़ी चुनौतियां
BPCL वही कंपनी है जो पहले बर्मा सेल के नाम से जानी जाती थी. लेकिन इंदिरा गांधी सरकार ने बांग्लादेश युद्ध के बाद इसका राष्ट्रीयकरण कर दिया था.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
देश की दूसरी सबसे बड़ी ऑयल रिफायनिंग और मार्केटिंग कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड को नया सीएमडी मिल गया है. पब्लिक एंटरप्राइजेज सिलेक्शन बोर्ड ने जी किशन कुमार के नाम को बीपीसीएल के नए सीएमडी के लिए फाइनल कर दिया है. वें जल्द ही अपना पदभार संभाल सकते हैं, इस पद के लिए छ: उम्मीदवारों ने इंटरव्यू दिया था. जी किशन कुमार को बीपीसीएल की कमान मिल तो गई है लेकिन उनके सामने कई तरह की चुनौतियां हैं.
आखिर कौन हैं जी किशन कुमार
जी किशन कुमार मौजूदा समय में इसी कंपनी के मुंबई हेड क्वार्टर में एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर के पद पर तैनात हैं, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी तिरुचिरापल्ली से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में स्नातक पास कर चुके है. उन्होंने फाइनेंस मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएशन जमुना लाल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज से किया है जी किशन कुमार ने बीपीसीएल को मैनेजमेंट ट्रेनी के तौर पर 1987 में ज्वॉइन किया था वह अब तक लॉयल्टी प्रोग्राम में सीनियर मैनेजर डेप्युटी जनरल मैनेजर लर्निंग एंड डेवलपमेंट चीफ जनरल मैनेजर मार्केटिंग एंड लुब्रिकेंट चीफ जनरल मैनेजर एचआरडी एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एचआरडी और एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर लुब्रिकेंट के पदों पर रह चुके हैं. भारत पेट्रोलियम के सीएमडी पद के लिए छ: उम्मीदवारों ने इंटरव्यू दिया था, जिसमें से जी किशन कुमार के नाम को फाइनल कर दिया गया है.
आखिर क्या हैं बीपीसीएल के लिए नई चुनौतियां
जी किशन कुमार को बीपीसीएल की कमान तो मिल गई है लेकिन कंपनी के सामने मौजूदा समय में कई तरह की चुनौतियां मौजूद हैं. उनकी चुनौतियों के बारे में बताते हुए जाने माने उर्जा विशेषज्ञ नरेन्द्र तनेजा बताते हैं कि उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती बीपीसीएल के प्राइवेटाइज को लेकर है. सरकार पिछले तीन साल से इसका प्राइवेटाइजेशन करना चाह रही है, लेकिन सही कीमत न मिलने के कारण वो अभी तक नहीं हो पा रहा है. जब तक उसका सही दाम नहीं मिलेगा तब तक सरकार आगे नहीं बढ़ सकती है. उनके सामने एक चुनौती ये भी है कि कंपनी को प्राइवेटाइजेंशन के लिए तैयार करना है. यही नहीं दुनियाभर में तेल की कीमतें बढ़ रही है ऐसे में तेल की आपूर्ति बनाए रखना भी एक बहुत बड़ी चुनौती है.
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