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बस 3 मिनट की देरी और चली गई नौकरी, इस कंपनी के फैसले पर बवाल
महिला कर्मचारी का कहना है कि उन्हें नौकरी से महज इसलिए निकाल दिया गया, क्योंकि वह 3 मिनट देरी से ऑफिस पहुंची थी.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
ऑफिस पहुंचने में 3 मिनट की देरी पर क्या किसी की नौकरी जा सकती है? इस सवाल का जवाब है हां. दुनिया की सबसे बड़ी कॉफी हाउस कंपनियों में से एक स्टारबक्स (Starbucks) पर यह आरोप लगा है. स्टारबक्स के साथ 7 सालों से काम कर रहीं जोसलीन चुक्विलांक्वी (Joselyn Chuquillanqui) का कहना है कि उन्हें नौकरी से महज इसलिए निकाल दिया गया, क्योंकि वह 3 मिनट देरी से ऑफिस पहुंची थी.
इसलिए नाराज थी कंपनी
स्टारबक्स (Starbucks) में इस वक्त सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. कर्मचारी लेबर यूनियन बनाने की मांग कर रहे हैं, जबकि कंपनी इसके लिए तैयार नहीं है. इस बीच महिला स्टाफ को बाहर करने के कंपनी के फैसले पर बवाल हो गया है. बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 28 वर्षीय जोसलीन ने जब कंपनी की सिक लीव पॉलिसी से परेशान होकर न्यूयॉर्क में अपने सहयोगियों को एक लेबर यूनियन में शामिल होने के लिए इकठ्ठा करने की कोशिश की, तब से कंपनी प्रबंधन उनसे नाराज चल रहा था.
मिलने लगी सजा
जोसलीन चुक्विलांक्वी ने बताया, लेबर यूनियन की मांग के चलते उनके बॉस ने उन्हें हर छोटी बात के लिए सजा देना शुरू कर दिया. इसमें सुबह 5:30 बजे की शिफ्ट के लिए कुछ मिनट देर से आना भी शामिल है. हालांकि, स्टारबक्स ने जोसलीन को काम से निकालने के पीछे उनकी सुस्ती को वजह बताया है.
75 को किया बर्खास्त
स्टारबक्स के साथ साल 2015 से काम करने वालीं जोसलीन को बतौर शिफ्ट सुपरवाइजर 22 डॉलर प्रति घंटा मिलते थे. उन्होंने कंपनी के फैसले को बदले की कार्रवाई बताया है. उनका कहना है कि मैंने कभी किसी को 3 मिनट लेट ऑफिस पहुंचने के लिए बर्खास्त किए जाने के बारे में नही्ं सुना है. जोसलीन का कहना है कि कंपनी को उनका लेबर यूनियन का पक्ष लेना पसंद नहीं आया. वहीं, यूनियन की मांग करने वाले एक्टिविस्ट्स ने बताया कि कंपनी जोसलीन सहित 75 यूनियन कार्यकर्ताओं पर अब तक कार्रवाई कर चुकी है.
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