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गेहूं-चावल की महंगाई से मिलेगी निजात, सरकार ने उठाया ये कदम
देश में अगर गेहूं के स्टॉक की बात करें तो सरकार के पास अभी 28 मिलियन टन गेहूं मौजूद है जबकि पिछले साल 26 मिलियन टन गेहूं मौजूद था.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 9 months ago
गेहूं के दामों में इजाफे की खबर सामने आने के बाद अब सरकार ने इस दिशा में कदम उठा दिया है. सरकार ने गेहूं की बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण पाने के लिए उसकी खुले में बिक्री करने का फैसला लिया है. सरकार ने 5 मिलियन टन गेहूं और 2.5 मिलियन टन चावल खुले बाजार में बेचने का निर्णय लिया है. सरकार की ओर से इसकी जानकारी फूड सेक्रेट्री संजीव चोपड़ा ने दी है.
क्या बोले संजीव चोपड़ा?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, केन्द्रीय खाद्य मंत्रालय के सचिव संजीव चोपड़ा ने अनाज की बिक्री को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि सरकार ने फैसला लिया है कि वो 5 मिलियन टन गेहूं और 2.5 मिलियन टन चावल की खुले बाजार में बिक्री करेगी. संजीव चोपड़ा ने कहा कि चावल के रिजर्व प्राइस में 2 रुपये की कमी आ गई है और उसके बाद चावल के दाम 29 रुपये प्रति किलो तक आ गए हैं. उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि सरकार के इस कदम के बाद अनाज के दामों में कमी आ जाएगी. केन्द्र सरकार ने पिछले साल मई 2022 में गेहूं के आयात पर बैन लगा दिया था. वहीं इस साल जून में सरकार ने गेहूं पर स्टॉक लिमिट भी लगा दी थी. ये कदम 15 साल में पहली बार लिया गया जिससे गेहूं की कालाबाजारी को रोका जा सके.
CPI इंडेक्स में हो सकता है इजाफा
कई अर्थशास्त्रियों का कहना है कि जुलाई में CPI (Consumer price Index) में इजाफा हो सकता है. जुलाई का ये आंकड़ा 14 अगस्त को जारी किया जा सकता है. जानकारों का मानना है कि ये 7 प्रतिशत को पार कर सकती है. CPI में इजाफे की वजह खाने-पीने की चीजों में इजाफे के साथ दालों के दामों में हुआ इजाफा भी हो सकता है. वहीं अगर जून की महंगाई दर के बारे में बताएं तो ये 4.49 प्रतिशत थी जबकि मई में ये 2.96 प्रतिशत थी.
कल गेहूं के दामों में दर्ज किया गया था इजाफा
गेहूं उत्पादक मध्य प्रदेश के इंदौर में मंगलवार को इसकी कीमत 1.5% बढ़कर 25,446 रुपये ($307.33) प्रति मीट्रिक टन हो गईं, जो 10 फरवरी के बाद सबसे अधिक है. पिछले चार महीनों में कीमतें लगभग 18% बढ़ी हैं. इन्हीं दामों के बाद जानकारों का कहना था कि या तो सरकार को खुले बाजार में गेहूं बेचना चाहिए या फिर गेहूं को इंपोर्ट करना चाहिए. वहीं अगर सरकार के स्टॉक की स्थिति को देखें तो मौजूदा समय में सरकार के पास 28.3 मिलियन मीट्रिक टन गेहूं का स्टॉक मौजूद है, जबकि पिछले साल की अगर स्थिति देखें तो ये स्टॉक 26.6 मिलियन टन था.
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