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माइन टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए तैयार हो रहे हैं ये इको पार्क
सरकार की योजना है कि देश में माइन टूरिज्म को भी बढ़ाया जाए. इसी कड़ी में सरकार इको पार्क बनाने का काम कर रही है, जिससे वहां पर पर्यटको को ले जाया जा सके.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
देश के अलग अलग टूरिज्म क्षेत्रों के अतिरिक्त अब सरकार कोल माइन एरिया में फिर से प्राप्त की गई जमीन पर पर्यटक क्षेत्र बनाने पर काम कर रही है. सरकार कोल माइन एरिया में इको टूरिज्म को बढावा देने के लिए कई योजनाओं पर काम चल रहा है. इसी कड़ी में अब सरकार कोल माइन के रिक्लेम्ड एरिया में इको पार्क विकसति कर रही है. इसे बनाने के पीछे सरकार का मकसद है कि माइन टूरिज्म को विकसित किया जा सके.
8 इको पार्क को बना रही है सरकार
इसी कड़ी में सरकार ने हाल ही में 8 इको पार्क अब तक बनाए जा चुके हैं. ये 8 इको पार्क देश के अलग अलग एरिया में बनाए जा चुके हैं जबकि दो आने वाले साल में पूरे होने जा रहे हैं. कॉल एंड माइन और संसदीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने इस साल अक्टूबर 2022 में पांडिचेरी में वहां के टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के सहयोग से विकसित किए गए इको पार्क का उद्घाटन किया. इस पार्क का नाम बाल गंगाधर तिलक इको पार्क रखा गया है.
कई अन्य जगह भी बनाए जा रहे हैं इको पार्क
सिर्फ पांडिचेरी ही नहीं बल्कि देश के कई अन्य राज्यों में भी इस तरह के पार्क बनाए गए हैं. इसी तरह से एनएलसी और मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड के बीच में सिंगरौली ईकोटूरिज्म सर्किट को बढ़ावा देने के लिए एमओयू साइन किया गया है. महाराष्ट्र भी उन राज्यों में शामिल है जो कि कोल टूरिज्म सेक्टर में काम कर रहा है.
सरकार उन क्षेत्रों में बढा रही है ग्रीन एरिया
सरकार ऐसे क्षेत्रों में पार्क तो विकसित कर ही रही है साथ साथ वहां ग्रीनरी बढ़ाने पर भी काम किया जा रही है. हर बरसात के मौसम में सरकार वहां पर अपने अलग-अलग पीएसयू के माध्यम से ग्रीन एरिया को बढ़ाने पर काम कर रही है. इसी कड़ी में सरकार ने इन आठ पार्कों में मंत्रालय के द्वारा अलग-अलग पीएसयू के माध्यम से 2300 सौ हेक्टेयर जमीन पर 4700000 से ज्यादा पौधे लगाकर उसे ग्रीन एरिया में बदलने का प्रयास किया गया है.
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