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RBI लौटाएगा लावारिस पड़े पैसे, लॉन्च हुआ ‘100 Days 100 Pays’!
पैसा जिसपर दावा करने वाले लोग लम्बे समय तक सामने नहीं आये हैं, ऐसे पैसे को अब बैंकों द्वारा उनका उचित दावेदार ढूंढ़कर लौटा दिया जाएगा.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 11 months ago
देश के बहुत से बैंकों में पैसा जमा किया जाता है लेकिन कुछ अकाउंट ऐसे होते हैं जिनका कोई उत्तराधिकारी नहीं होता. ऐसे ही कुछ अकाउंटों में जमा पैसों को उनके सही मालिक तक पहुंचाने के लिए देश के केंद्रीय बैंक RBI (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) ने एक कैम्पेन की शुरुआत की है.
क्या है ‘100 Days 100 Pays’?
देश के बैंकों में जमा वह पैसा जिसपर दावा करने वाले लोग लम्बे समय तक सामने नहीं आये हैं, ऐसे पैसे को अब बैंकों द्वारा उनका उचित दावेदार ढूंढ़कर लौटा दिया जाएगा. RBI द्वारा इसी संबंध में देश भर में स्थित बैंकों के लिए एक कैम्पेन शुरू किया गया है जिसका नाम ‘100 Days 100 Pays’ है. इस कैम्पेन के अंतर्गत देश के हर जिले में मौजूद हर बैंक को 100 सबसे बड़े ऐसे अकाउंटों की पहचान करनी होगी जिनमें जमा किये गए पैसों पर दावा नहीं किया गया है. पहचान करने के बाद बैंकों के बाद इन अकाउंटों के दावेदारों की खोज करनी होगी जिसके बाद 100 दिनों के अन्दर ही बैंकों द्वारा पैसे को वापस करना होगा.
क्या होता है लावारिस अकाउंट या पैसा?
रिजर्व बैंक ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा है कि यह कैम्पेन 1 जून से शुरू किया जाएगा. जिसका मतलब यह है कि बैंकों के पास, लावारिस अकाउंटों की पहचान करके उस अकाउंट में जमा पैसों को उनके उचित दावेदार तक वापस पहुंचाने के लिए, सितम्बर के महीने के दूसरे सप्ताह के आखिरी दिन तक का समय होगा. आमतौर पर किसी बैंक के सेविंग्स या करेंट अकाउंट में जमा किये गए पैसे पर जब 10 सालों तक किसी प्रकार की कोई ट्रांजेक्शन नहीं होती तो उस बैंक में जमा पैसों को लावारिस घोषित कर दिया जाता है. इसके अलावा, अगर टर्म डिपॉजिट की 10 सालों की अवधि पूरी होने के बाद उन पैसों पर भी दावा नहीं किया जाता तो उन्हें भी लावारिस घोषित कर दिया जाता है.
वित्त मंत्री ने क्या कहा?
FSDC (फाइनेंशियल स्टेबिलिटी एंड डेवलपमेंट काउंसिल) की मीटिंग में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंकों से लावारिस पड़े फंड्स की समस्या को सुलझाने के विभिन्न तरीकों पर विचार करने को कहा था. उन्होंने इस कैम्पेन के तहत रेगुलेटर्स से लावारिस शेयर्स, डिविडेंड, म्युचुअल फंड्स, इंश्योरेंस आदि को संबंधित लोगों या नॉमिनी को डिलीवर करने के लिए कहा था. जो लोग इन लावारिस पैसों या सम्पत्ति से संबंधित हैं उन्हें यह पैसा वापस उपलब्ध करवाने के लिए उनकी मदद करनी चाहिए.
बनाया जाएगा पोर्टल
फरवरी 2023 तक प्राइवेट बैंकों द्वारा RBI को लावारिस पैसों के रूप में 35,000 करोड़ रुपये की रकम भेजी गयी थी. यह पैसा उन अकाउंटों में जमा था जिनमें पिछले 10 सालों या उससे ज्यादा समय के लिए किसी प्रकार कि कोई भी ट्रांजेक्शन नहीं की गयी थी और यह लावारिस पैसा लगभग 10.24 करोड़ अकाउंटों से संबंधित था. पिछले महीने रिजर्व बैंक ने कहा था कि आने वाले तीन से चार महीनों में इस समस्या से संबंधित एक केंद्रीय पोर्टल बनाया जाएगा. इस पोर्टल की मदद से जमाकर्ता और लोगों को विभिन्न बैंकों में पड़े लावारिस पैसों के बारे में जानकारी मिल पाएगी. FSDC की मीटिंग के बाद यह उम्मीद लगायी जा रही है कि बहुत जल्द यह पोर्टल बनकर तैयार हो जाएगा और लावारिस पड़ा पैसा अपने उचित मालिकों और उत्तराधिकारियों तक पहुंच जाएगा.
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