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साइबर सुरक्षा के लिए पब्लिक सेक्टर बैंक करेंगे ये हायरिंग, सुरक्षित होंगे ट्रांजैक्शन
RBI की 2022-23 की रिपोर्ट बताती है कि बैंक फ्रॉड की घटनाओं में बड़ा इजाफा हुआ है. पिछले साल जहां ये 8407 थी वहीं इस साल ये 14264 तक जा पहुंची हैं.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 5 months ago
लगातार बढ़ती डिजिटल ट्रांजैक्शन के बीच अब पब्लिक सेक्टर बैंक भी अपनी साइबर सुरक्षा को लेकर गंभीरता से काम कर रहे हैं. इसी कड़ी में अब पब्लिक सेक्टर बैंक टेक और साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट को हायर करने की तैयारी कर रहे हैं. हाल ही में यूको बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ हुए घटना के बाद कई बैंक इन तकनीकी क्षेत्र से जुड़े लोगों को नियुक्त करने की तैयारी कर रहे हैं, जिससे डिजिटल ट्रांजैक्शन करने वालों को सुरक्षा मुहैया कराया जाए.
कई बैंकों ने जारी किया है विज्ञापन
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बैंक ऑफ महाराष्ट्रा अपने डिजिटल ट्रांजैक्शन को सुरक्षित बनाने के लिए चीफ डिजिटल ऑफिसर नियुक्त करने जा रहा है. नाम ना छापने की शर्त पर इस बैंक के अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है. इसी तरह देश का सबसे बड़ा पब्लिक सेक्टर बैंक एसबीआई भी टेक और डिजिटल एक्सपर्ट की तलाश कर रहा है. इस बारे में एसबीआई के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर बालाजी राजगोपालन ने कहा कि जब हम ऐसे लोगों को हायर करने की सोच रहे हैं, लेकिन बाजार में इनकी काफी कमी है. लेकिन फिर भी हम ये हायरिंग करेंगे. इसी तरह इंडियन ओवरसीज बैंक भी अपने वहां साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट की नियुक्ति करने जा रहा है.
इन बैंकों में सामने आ चुकी है घटना
दरअसल सभी बैंक अपने डिजिटल ट्रांजैक्शन को सुरक्षित बनाने के लिए जो कदम उठा रहे है उसके पीछे कहीं न कहीं हाल ही में दो बैंकों में सामने आए मामले शामिल हैं. इनमें पहला 10 नवंबर को दूसरे बैंक के एकाउंट होल्डरों में आईएमपीएस में गड़बड़ी के कारण यूको बैंक के खातों में जमा कर रहे थे. इस तकनीकी खराबी की सूचना यूको बैंक ने 15 नवंबर को एक्सचेंज को दी थी कि ये आईएमपीएस मनी ट्रांसफर को वैकल्पिक कर दिया है. इसके बाद उन्होंने ये भी स्पष्टीकरण में कहा कि आईएमपीएस के साथ कोई इश्यू नहीं था.
बैंक ऑफ बड़ौदा में हुआ था ये हादसा
इसी तरह बैंक ऑफ बड़ौदा का डिजिटल मोबाइल ऐप वर्ल्ड कस्टमर्स के एकाउंट के साथ टेंपरिंग करने में शामिल था. इसमें अलग-अलग लोगों के संपर्क को एक साथ जोड़ दिया गया जिससे मोबाइल नंबर रजिस्ट्रेशन की संख्या को बढ़ाया जा सके. इसके बाद आरबीआई के निर्देशों के बीच बीओबी की ओर से एक स्पष्टीकरण जारी किया गया था, जिसमें बताया गया था कि आरबीआई के निर्देशों को पूरा करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. इसके बाद 18 अक्टूबर को ये भी खबर सामने आई थी कि बैंक ने 60 कर्मचारियों को निकाल दिया है जिसमें 18 असिसटेंट जनरल मैनेजर शामिल थे. RBI की 2022-23 की रिपोर्ट बताती है कि बैंक फ्रॉड की घटनाओं में बड़ा इजाफा हुआ है. पिछले साल जहां ये 8407 थी वहीं इस साल ये 14264 तक जा पहुंची हैं.
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