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क्या इस साल फिर गर्मियों में होने जा रही है कोयले की कमी? ऐसा हुआ तो जाएगी बिजली
कोयले की आमद में कमी की खबरें पिछले साल जमकर सामने आई थी, इस साल तापमान में अभी से इजाफा हो गया है और जून-जुलाई में बिजली की मांग बढ़ने का पुर्वानुमान अभी से जताया जा चुका है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
पिछले साल गर्मियों में हम सभी ने देखा था कि किस तरह से कोयले की कमी की खबरों के बीच देश के कई राज्यों में बिजली का संकट पैदा हो गया था. इस बार भी कुछ ऐसा ही होने की आशंका पैदा हो गई है. पावर मंत्रालय ने सभी बिजली कंपनियों को इस बात की सूचना दी है कि इस साल कोयले के उत्पादन में 20 मिलियन टन की कमी हो सकती है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ऐसा कहा गया है कि विद्युत मंत्रालय ने इस बाबत सभी स्टेकहोल्डरों को एक प्रजेंटेशन के जरिए इसकी जानकारी दी है.
एक मीटिंग के दौरान दी गई जानकारी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जानकारी दी गई है कि विद्युत मंत्रालय के साथ सभी स्टेकहोल्डरों की हुई एक मीटिंग में प्रजेंटेशन के जरिए ये जानकारी दी गई है. मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी को बताया गया है कि वित्त वर्ष 2023-24 के पहले क्वार्टर में कोयले की कमी हो सकती है. मंत्रालय ने ये भी बताया है कि कोयले के साथ-साथ रेलवे के रैक्स की भी कमी है, जिसके कारण इस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
इस साल अभी से बढ़ चुका है तापमान
इस साल फरवरी महीने से ही तापमान में इजाफा हो चुका है. हर साल गर्मी की शुरुआत सामान्य तौर पर मार्च अंत और अप्रैल शुरू से होती है लेकिन इस साल फरवरी में ही तापमान में इजाफा हो चुका है ऐसे में अगर जून जुलाई में तापमान अपने पीक पर जाता है और दूसरी ओर कोयले की कमी होती है तो एक बार फिर बिजली कटौती का सामना करना पड़ सकता है. इस बढ़ते तापमान के कारण बिजली की मांग में पहले ही इजाफा हो चुका है और पीक महीनों में इसमें और इजाफा होने की संभावना है.
पिछले साल भी हुई थी भारी कमी
पिछले साल भी देश में कोयले की भारी कमी की खबरें सामने आई थी. कहा गया था कि कुछ ही दिनों का कोयला बचा है. इसे लेकर विपक्षी पार्टियों ने भी जमकर सियासत की थी. हालांकि बिजली मंत्रालय की ओर से कहा गया था कि देश में कोयले की कोई कमी नहीं है. यही नहीं रेलवे ने भी कहा था कि कोयले की मांग और खपत 20 प्रतिशत बढ़ी है.
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