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भारतीयों ने 2022 में दुबई में घर खरीदने के लिए खर्च कर डाले इतने सौ करोड़ रुपये
दुबई रेंटल मार्केट, जिसने कोविड-19 के दौरान 30% की गिरावट देखी थी, अब 2015-16 के स्तर पर वापस आ गया है, जो शहर के रियल स्टेट बाजार के लिए सबसे ज्यादा है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
दुनियाभर में भले ही पिछले कई महीनों से अलग-अलग अर्थव्यवस्थाओं पर संकट छाया हुआ हो लेकिन रियल स्टेट का एक डेटा बता रहा है कि भारतीय अमीरों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा है. हालात ये है कि वर्ष 2022 में भारतीय अमीरों ने दुबई में घर खरीदने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर डाले. 2022 के रियल एस्टेट का डेटा बता रहा है कि दुबई के बाजार में पिछले साल भारतीयों ने 16 बिलियन दिरहम, या 35,500 करोड़ रुपये प्रापर्टी खरीदने में खर्च कर दिए. ये आंकड़ा 2021 से काफी ज्यादा है.
2021 से ज्यादा निवेश हुआ दुबई में
रियल स्टेट की रिपोर्ट बता रही है कि 2022 में भारतीय अमीरों ने दुबई में घर खरीदने में 35500 करोड़ रुपये खर्च कर दिए. दुबई की करेंसी के अनुसार देखें तो भारतीयों ने 16 बिलियन दिरहम खर्च कर दिए. जबकि 2021 में भारतीयों ने लगभग 9 बिलियन दिरहम खर्च कर दिए थे. ये 2021 के मुकाबले दोगुना से थोड़ा कम है. दुबई में जिन लोगों ने ये घर खरीदा है उन होमबॉयर्स में का एक बड़ा 40% तबका भारत से था. मीडिया रिपोर्ट ये भी बता रही है कि जिन लोगों ने दुबई में घर खरीदा है उनमें से अधिकांश दिल्ली-एनसीआर, अहमदाबाद, सूरत, हैदराबाद और पंजाब से थे. बाकी संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाले (40%) भारतीय थे, और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले वैश्विक भारतीय (20%) थे.
कहां खरीद रहे हैं लोग घर
रिपोर्ट बता रही है कि ज्यादातर भारतीय डाउनटाउन दुबई जोकि एक पर्यटन केंद्र है वहां के बुर्ज खलीफा सहित कई मॉल और गगनचुंबी इमारतों में घर खरीदना पसंद कर रहे हैं. दुबई में संचालन करने वाली एक रियल एस्टेट कंसल्टेंसी फर्म के सीईओ कहते हैं कि कई कंपनियों के वैश्विक अधिकारियों का एक तय प्रतिशत है जो दुनिया के साथ इसकी कनेक्टिविटी के कारण दुबई में संपत्तियां खरीद रहे हैं. उन्होंने कहा कि कई अमीर भारतीय अपने घर वापस मेट्रो शहरों को छोड़कर महंगे किराए के अपार्टमेंट में जा रहे हैं.
किराया मिलने में बेहतर है दुबई
मीडिया रिपोर्ट बताती है कि वहां के लोकल रीयलटर्स का कहना है कि दुबई में संपत्तियों से जो औसत किराया आता है वो मुंबई के समान 4% और 5% के बीच होता है. एक अन्य प्रमुख जो रियल स्टेट से जुड़े हुए हैं वो कहते हैं कि कई सफेदपोश पेशेवरों के लिए यह एक अच्छा सेलिंग प्वाइंट है. दुबई उन लोगों के लिए सुरक्षित है जिनके पास पैसे हैं और शहर में विश्व स्तरीय सामाजिक बुनियादी ढांचा है. फिर कई अंतरराष्ट्रीय स्कूल और एक बढ़ता हुआ भारतीय समुदाय है. साथ में, ये कारक दुबई को स्थानांतरित करने के लिए एक आदर्श स्थान बनाते हैं, विशेष रूप से उन भारतीयों के लिए जो अपने जीवन की गुणवत्ता में सुधार की तलाश में हैं.
2022 में 2.5 गुना बढ़ गया कारोबार
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दुबई में एक प्रमुख रियल एस्टेट समूह के प्रमुख बताते हैं कि इसका एक कारण है कि डमैक भारत के छोटे शहरों, खासकर पंजाब से भी खरीदारों को आकर्षित कर रहा है. 2022 में भारतीयों से हमारा कारोबार 2.5 गुना बढ़ गया, वह कहते हैं, हमने 2019 में साल भर जो बेचा वह अब हम एक महीने में बेचते हैं. उनके अनुसार, दुबई की कुल रियल्टी बिक्री का लगभग 15% से 20% भारतीय समुदाय द्वारा संचालित होती है, जो शीर्ष दो मे से एक है.
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