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इंडियन प्रॉपर्टी मार्केट में बढ़ी NRIs की दिलचस्पी, इन्वेस्टमेंट हुआ दोगुना
भारतीय रियल एस्टेट मार्केट में NRIs की हिस्सेदारी दोगुनी से अधिक बढ़कर 20 प्रतिशत हो गई है. गौर करने वाली बात ये है कि कोरोना महामारी से पहले ये आंकड़ा 10 प्रतिशत से कम था.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 10 months ago
कोरोना महामारी के दौर में रियल एस्टेट सेक्टर (Real Estate Sector) बुरी तरह प्रभावित हुआ था, लेकिन अब उसकी गाड़ी पटरी पर लौट आई है. नए-नए प्रोजेक्ट्स लॉन्च हो रहे हैं और सफल भी हो रहे हैं. खासतौर पर हाउसिंग प्रोजेक्ट की डिमांड बढ़ गई है. उसमें भी प्रीमियम प्रोजेक्ट्स को ज्यादा पसंद किया जा रहा है. इस बीच, यह भी सामने आया है कि अनिवासी भारतीय यानी NRIs की इंडियन प्रॉपर्टी मार्केट में दिलचस्पी बढ़ी है.
कोरोना से पहले कम थी हिस्सेदारी
एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना महामारी के बाद भारतीय रियल एस्टेट में NRIs की हिस्सेदारी दोगुनी हो गई है. कई रियल एस्टेट डेवलपर्स की कुल बिक्री में लगभग 20 प्रतिशत योगदान विदेशों में रहने वाले भारतीयों का है. इंडस्ट्री के एक्सपर्ट का कहना है कि प्रीमियम और लग्जरी प्रोजेक्ट्स की बिक्री में NRIs की हिस्सेदारी दोगुनी से अधिक बढ़कर 20 फीसदी हो गई है. जबकि कोरोना से पहले ये आंकड़ा 10 प्रतिशत से कम था.
इन देशों में भी हैं खरीदार
रिपोर्ट में DLF के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और चीफ बिजनेस ऑफिसर आकाश ओहरी (Aakash Ohri) ने कहा कि समूह NRI मार्केट पर ज्यादा जोर दे रहा है. क्योंकि NRIs भविष्य के लिए अच्छे रियल एस्टेट निवेश की तलाश में है. उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका DLF समूह के सबसे बड़े बाजारों में से एक है और हमारे बायर मध्य पूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया में भी हैं. उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वक्त से विदेशों के बसे भारतीयों ने यहां प्रॉपर्टी खरीदने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाना शुरू कर दिया है.
डॉलर की मजबूती से बनी बात
इंडिया सोथबी इंटरनेशनल रियल्टी (India Sotheby's International Realty) द्वारा हाल ही में कराए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, बड़े पैमाने पर हाई नेट वर्थ वाले व्यक्ति, जिनमें से कई NRIs भी हैं अगले दो सालों में भारत में लग्जरी लक्जरी प्रॉपर्टी खरीदने की योजना बना रहे हैं. वह इसे अपने देश में प्रॉपर्टी में निवेश के बेहतरीन समय के तौर पर देख रहे हैं. भारतीय रुपए के मुकाबले डॉलर की मजबूती ने एनआरआई के लिए भारत में प्रॉपर्टी में निवेश की प्रक्रिया को आसान बना दिया है. NRIs कॉन्डोमिनियम, ब्रांडेड रेजिडेंस और लग्जरी विला खरीद रहे हैं.
विदेशों में कर रहे मार्केटिंग
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, NRIs ने पिछले दो सालों में भारत के रियल एस्टेट कारोबार में तेजी देखी है. लिहाजा, वह इस तेजी का हिस्सा बनने के लिए उत्साहित हैं. अनिवासी भारतीयों की बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए कई डेवलपर्स ने दुबई और सिंगापुर में अभी अपने प्रोजेक्ट्स की मार्केटिंग शुरू कर दी है. कुछ ने तो वहां ऑफिस भी खोल लिए हैं. प्रॉपर्टी के मामले में दिल्ली-NCR, मुंबई और बेंगलुरु NRIs की पहली पसंद हैं, क्योंकि यहां प्रीमियम, लग्जरी और सुपर लग्जरी रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स मौजूद हैं.
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